महासमुंद:युक्तियुक्तकरण से कोकड़ी प्राथमिक शाला को मिला नया शिक्षक, शिक्षा व्यवस्था में आएगा सकारात्मक बदलाव
लगभग दो दशक बाद मिली राहत, अब बच्चों को मिलेगा समग्र विकास का अवसर

राज्य शासन द्वारा विद्यालयों और शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण की पहल का असर अब जमीनी स्तर पर दिखाई देने लगा है। महासमुंद विकासखंड के ग्राम कोकड़ी (ग्राम पंचायत खट्टर) स्थित प्राथमिक शाला में वर्षों बाद एक अतिरिक्त शिक्षक की पदस्थापना की गई है। इससे विद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता और संचालन व्यवस्था में स्पष्ट सुधार की उम्मीद की जा रही है।

प्रधानपाठक श्री गेंदलाल कोकड़िया ने जानकारी दी कि विद्यालय पिछले लगभग 20 वर्षों से केवल एक शिक्षक के भरोसे संचालित हो रहा था। एक ही शिक्षक को सभी कक्षाओं को पढ़ाने, प्रशासनिक कार्यों का निर्वहन करने और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास की जिम्मेदारी उठानी पड़ती थी, जिससे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना बेहद कठिन हो गया था।

अब युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया के तहत श्री हेमंत कुमार देवांगन को अतिरिक्त शिक्षक के रूप में पदस्थ किया गया है। इससे विद्यालय में कक्षाओं का उचित विभाजन संभव होगा और दोनों शिक्षक मिलकर पाठ्यक्रम को समय पर पूरा करने, विद्यार्थियों की समझ को गहराई देने तथा व्यक्तिगत मार्गदर्शन देने में सक्षम होंगे।
प्रधानपाठक ने बताया कि पहले पठन-पाठन के अलावा अन्य गतिविधियों के लिए समय नहीं मिल पाता था, लेकिन अब खेल, कला, पुस्तकालय संचालन, विज्ञान आधारित गतिविधियाँ जैसी सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों को भी बढ़ावा मिल सकेगा। इससे विद्यार्थियों का समग्र विकास सुनिश्चित होगा।
गांववासियों और पालकों में इस सकारात्मक बदलाव को लेकर उत्साह है। उनका विवास है कि अब उनके बच्चों को बेहतर शिक्षा के साथ-साथ समुचित मार्गदर्शन भी मिलेगा। यह नियुक्ति न केवल विद्यालय के लिए, बल्कि पूरे समुदाय के लिए एक नई उम्मीद की तरह है। युक्तियुक्तकरण की यह पहल दूरस्थ व ग्रामीण अंचलों में शिक्षा व्यवस्था को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है।



