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CG News: 16 साल बाद गिरफ्तार हुए शिक्षाकर्मी भर्ती फर्जीवाड़ा के तीन आरोपी

CG News: 16 साल बाद गिरफ्तार हुए शिक्षाकर्मी भर्ती फर्जीवाड़ा के तीन आरोपी

 

धमतरी: 16 साल बाद शिक्षाकर्मी वर्ग-तीन भर्ती 2007 फर्जीवाड़ा के तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने फर्जी प्रमाण पत्र व अंक तालिका में हेरफेर कर अपात्र लोगों का चयन किया था। ग्राम चंदना निवासी शिकायतकर्ता कृष्ण कुमार साहू की शिकायत पर पुलिस ने यह कार्रवाई की है।

मगरलोड पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम चंदना निवासी कृष्ण कुमार साहू द्वारा वर्ष 2007 की शिक्षाकर्मी वर्ग-तीन भर्ती प्रक्रिया में फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र एवं अंकों में हेरफेर कर चयन कराने के मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट पर पुलिस ने भर्ती में शामिल आरोपियों के खिलाफ जुर्म दर्ज कर लिया था, लेकिन गिरफ्तारी नहीं किया था।

रिपोर्ट दर्ज करने के 16 साल बाद मगरलोड पुलिस ने अब जाकर शिक्षाकर्मी वर्ग-तीन भर्ती फर्जीवाड़ा के आरोपी शिक्षाकर्मी ईशु कुमार निवासी कमरौद थाना मगरलोड जिला धमतरी, सिताराम निवासी मेघा थाना मगरलोड, जिला धमतरी और चयन समिति में शामिल पूर्व जनपद उपाध्यक्ष कोमल सिंह यदु निवासी मोंहदी, थाना मगरलोड, जिला धमतरी को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में पेश कर जेल भेज दिया गया है।

सभी आरोपियों पर फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत कर अपात्र अभ्यर्थियों को चयनित कराने तथा पात्र अनुसूचित जाति-जनजाति अभ्यर्थियों को जानबूझकर वंचित करने के साक्ष्य प्राप्त हुए है। पुलिस ने बताया कि जल्द ही इस मामले में कई अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा, जो सालों से फरार चल रहा था।

शिक्षाकर्मी भर्ती वर्ग तीन में शामिल थे अधिकारी व जनप्रतिनिधि
शिक्षाकर्मी भर्ती वर्ग-तीन की भर्ती के लिए गठित तत्कालिन छानबिन, चयन समिति एवं छानबिन समिति के सदस्यों में केके तिवारी जनपद पंचायत सीईओ, एनआर साहू विकासखंड शिक्षा अधिकारी, बुधराम निषाद पंचायत एवं समाज शिक्षा संगठक, एसके सोनी परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास, श्याम साहू जनपद पंचायत अध्यक्ष, कोमल यदु जनपद पंचायत उपाध्यक्ष, नीलकंठ सिन्हा, शत्रुघन साहू, नारायण धु्रव, भारत लाल साहू एवं संतोषी साहू सदस्यगण शामिल थे।

105 आरोपियों के खिलाफ दर्ज है मामला
27 सितंबर 2011 में हुए एफआईआर पर शिक्षाकर्मी भर्ती फर्जीवाड़ा 2007 मामले में पुलिस ने कुल 105 आरोपियों के खिलाफ जुर्म दर्ज किया था। इस मामले में आरोपी रहे 17 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। वहीं पूर्व में एक आरोपी तत्कालिन सीईओ कमलाकांत तिवारी को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। पांच आरोपियों ने अपनी अग्रिम जमानत करा ली है।

इस मामले में चार अधिकारियों को आरोपी बनाया गया है। वहीं सात जनप्रतिनिधि भी आरोपी है। जिसमें से दो की मौत हो चुकी है। पांच जनप्रतिनिधि आरोपियों में से चार की जमानत हो गई है और एक को जेल भेज दिया गया है। फर्जी तरीके से लगे 40 से 45 शिक्षाकर्मी वर्ग तीन अभी भी नौकरी कर रहे हैं। 17 सितंबर को आरोपियों की हुई गिरफ्तारी के बाद नौकरी करने वाले आरोपी शिक्षाकर्मियों में हड़कंप मच गया है, जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।

140 पदों पर कूटरचित भर्ती
शिक्षाकर्मी भर्ती फर्जीवाड़ा 2007-08 मामले में शासन की ओर से 150 पदों पर शिक्षाकर्मी वर्ग-तीन की भर्ती किया जाना था, लेकिन आरोपियों ने सांठगांठ करके स्वीकृत पदों से अधिक कुल 172 पदों पर भर्ती कर लिया गया। आदेश पृथक-पृथक अनेकों बार जारी किया गया, जिसमें से अभ्यर्थी के निवास के पता एवं पिता व पति के नाम को छुपाया गया था। चयन समिति के सदस्यों ने अपने परिवार के अनेकों सदस्यों की शिक्षाकर्मी वर्ग तीन के पदों पर नियुक्ति किया गया है।

इस मामले में जनपद पंचायत मगरलोड द्वारा अब तक 19 शिक्षाकर्मियों की सेवाएं समाप्त की जा चुकी है। कई शिक्षाकर्मी अपना इस्तीफा दे चुका है। करीब 140 पदों पर कूटरचित योग्यता प्रमाण पत्र, अमान्य प्रमाण पत्र, एनसीसी एवं स्काउट-गाइड पत्र, खेल प्रमाण पत्र, अनुभव प्रमाण पत्र एवं डीएड प्रमाण पत्रों के अलावा फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र का उपयोग कर भर्ती की गई है। जानबूझकर नाबालिग अभ्यर्थी को भी शिक्षाकर्मी की नौकरी दिया गया है।

CG: अस्पताल में लावारिस शवों के ढेर लगने की खबर पर मानवाधिकार आयोग नोटिस जारी कर रिपोर्ट मांगी है

CG: अस्पताल में लावारिस शवों के ढेर लगने की खबर पर मानवाधिकार आयोग नोटिस जारी कर रिपोर्ट मांगी है

 

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने अंतिम संस्कार के लिए स्‍थान की कमी के कारण छत्तीसगढ़ के रायपुर जिला अस्पताल शवगृह में लावारिस शवों के ढेर लगने की खबर का स्वतः संज्ञान लिया कहा, मृतकों को अपने धर्म के अनुसार सम्मानपूर्वक अंतिम संस्कार का अधिकार छत्तीसगढ़ सरकार के मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने अंतिम संस्कार के लिए स्‍थान निर्धारित न किए जाने के कारण छत्तीसगढ़ के रायपुर ज़िला अस्पताल के शवगृह में कई लावारिस शवों के ढेर लगे होने संबंधी मीडिया रिपोर्ट पर स्वतः संज्ञान लिया है। वहां अंतिम संस्कार एक गैर-सरकारी संगठन द्वारा किया जाता है। बताया गया है कि पिछले सप्‍ताह से ही तीन अज्ञात शवों को पोस्टमार्टम के लिए भी नहीं भेजा गया है।

आयोग ने अपनी टिप्‍पणी में कहा कि मीडिया रिपोर्ट सही होने कि स्थिति में यह मानवाधिकार के गंभीर उल्लंघन का मामला है, क्योंकि मृतकों को भी अपने धर्म के अनुसार सम्मानपूर्वक अंतिम संस्कार का अधिकार है। आयोग ने इस सिलसिले में छत्तीसगढ़ सरकार के मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।

राष्‍ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मृतकों की गरिमा और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए वर्ष 2021 में एक परामर्श जारी कर कहा था कि आम स्‍वीकार्य वैधानिक नियम है कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 के अनुसार जीवन, उचित व्यवहार और गरिमा का अधिकार न केवल जीवित व्यक्तियों पर, बल्कि उनके मृत शरीर पर भी लागू होता है।

मीडिया में 9 सितंबर, 2025 को प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार रायपुर ज़िला प्रशासन ने लावारिस शवों के अंतिम संस्कार के लिए लगभग तीन वर्ष पहले तीन एकड़ ज़मीन आवंटित की थी, जहां गैर-सरकारी संगठन द्वारा 800 से अधिक लावारिस शवों का अंतिम संस्कार किया गया। कहा जा रहा है कि मिट्टी भरकर इस भूमि का दोबारा इस्तेमाल हो सकता है, लेकिन ज़िला प्रशासन ने इस बारे में अब तक कोई कदम नहीं उठाया

महासमुंद : पीएम आवास योजना (शहरी) अंतर्गत हितग्राहियों का हुआ गृह प्रवेश

महासमुंद : पीएम आवास योजना (शहरी) अंतर्गत हितग्राहियों का हुआ गृह प्रवेश

महासमुंद, 18 सितम्बर 2025/ मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने बुधवार को स्वच्छता ही सेवा 2025 अभियान, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना तथा अंगीकार 2025 अभियान के अंतर्गत प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) और लोक कल्याण मेला का राज्य स्तरीय शुभारंभ किया। इस अवसर पर प्रदेशभर से जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण वर्चुअली जुड़े।

जिसमें नगरपालिका महासमुंद में आयोजित कार्यक्रम में वीसी के माध्यम से विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा, नगरपालिका उपाध्यक्ष श्री देवीचंद राठी, बास्केटबॉल संघ के जिलाध्यक्ष श्री प्रदीप चंद्राकर, पार्षद धनेश्वरी सोनवानी, पूर्व पार्षद श्री महेन्द्र सिक्का राजू चंद्राकर, सहित स्थानीय प्रतिनिधि, नगरपालिका सीएमओ श्री अशोक सलामे एवं स्वच्छताग्राही जुड़े थे।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने इस अवसर पर कहा कि स्वच्छता, आत्मनिर्भरता और आवासीय सुरक्षा वर्तमान सरकार की प्राथमिकता है। स्वच्छता ही सेवा अभियान से लोगों में स्वच्छ वातावरण के प्रति जागरूकता बढ़ेगी, वहीं प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना से स्वरोजगार को बढ़ावा मिलेगा। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) से प्रत्येक परिवार को पक्के घर की सुविधा मिलेगी, जो सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम है।

कार्यक्रम के दौरान जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) अंतर्गत हितग्राहियों का गृह प्रवेश हुआ। हितग्राहियों को सांकेतिक गृह प्रवेश की चाबी जनप्रतिनिधियों द्वारा सौंपी गई। इसमें सरायपाली से श्री महेश प्रधान, बसना से सुल्ताना बानो, महासमुंद से श्री लालाराम साहू, शंकुतला साहू, तुमगांव से श्री हेमलाल, पिथौरा से श्री पुनीतराम यादव एवं बागबाहरा से श्री अंदर अली शामिल है।

इस अवसर पर विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की दूरदृष्टि और संकल्प से प्रारम्भ की गई इस योजना का उद्देश्य उन छोटे व्यवसायियों को सशक्त बनाना है, जिन्हें बैंकों और वित्तीय संस्थानों से ऋण प्राप्त करने में कठिनाई आती थी। यह योजना न केवल आर्थिक सशक्तीकरण का माध्यम है, बल्कि आत्मनिर्भरता की दिशा में एक सशक्त कदम है। स्वनिधि योजना से जुड़कर अब डिजिटल लेन-देन की ओर बढ़ेगे, शासकीय योजनाओं का लाभ उठाएंगे और अपने व्यवसाय को और आगे बढ़ा पाएंगे। पीएम आवास योजना ने न केवल लोगों को छत उपलब्ध कराई है, बल्कि उनके आत्मसम्मान को भी ऊंचाई दी है। आज ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में लाखों परिवार इस योजना से लाभान्वित हुए है। उन्होंने सभी हितग्राहियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों को स्वच्छता शपथ दिलाई गई।
नगरपालिका उपाध्यक्ष श्री देवीचंद राठी ने कहा कि इस योजना के माध्यम से हर गरीब के सिर पर अपनी छत का सपना साकार हो रहा है। इससे सामाजिक समानता, आर्थिक सशक्तिकरण और जीवन स्तर में सुधार का मार्ग प्रशस्त किया है। जिले में हुए इस वर्चुअल आयोजन से हितग्राहियों में विशेष उत्साह और खुशी का माहौल देखा गया। नागरिकों ने सरकार की योजनाओं के प्रति आभार जताया।

महासमुंद : रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र, महासमुंद में पंजीकृत आवेदकों के लिए रोजगार पंजीयन को आधार कार्ड से लिंक कराना अनिवार्य कर दिया गया है।

रोजगार पंजीयन को आधार से लिंक कराना अनिवार्य कर दिया गया है

महासमुंद, 18 सितम्बर 2025/ जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र, महासमुंद में पंजीकृत आवेदकों के लिए रोजगार पंजीयन को आधार कार्ड से लिंक कराना अनिवार्य कर दिया गया है। जिला रोजगार अधिकारी ने बताया कि वर्ष 2024 के पूर्व पंजीयन करवाने वाले आवेदक अपने रोजगार पंजीयन को आधार से लिंक करा सकते हैं। इसके लिए

आवेदक गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध CG Rojgar Portal App डाउनलोड कर सकते हैं अथवा वेबसाइट www.cgemployment.gov.in पर लिंकिंग की सुविधा प्राप्त कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त वे किसी भी ऑनलाइन सुविधा केन्द्र अथवा स्वयं भी इस प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि रोजगार पंजीयन कार्ड पर अधिकारी के

हस्ताक्षर की आवश्यकता नहीं होगी। वहीं जो आवेदक नया पंजीयन, अतिरिक्त योग्यता दर्ज कराना या नवीनीकरण करना चाहते हैं, वे भी इस ऑनलाइन सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए आवेदक जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र, महासमुंद से सीधे संपर्क कर सकते हैं या दूरभाष क्रमांक 07723-299025 पर जानकारी प्राप्त कर सकते

बसना: कल 19 सितम्बर को विशेषज्ञ डॉ. रवि धर करेंगे किडनी रोगियों का इलाज अग्रवाल नर्सिंग होम हर दिन डायलिसिस की सुविधा, किडनी रोगियों को मिलेगा बड़ा लाभ

बसना: कल 19 सितम्बर से विशेषज्ञ डॉ. रवि धर करेंगे किडनी रोगियों का इलाज अग्रवाल नर्सिंग होम हर दिन डायलिसिस की सुविधा, किडनी रोगियों को मिलेगा बड़ा लाभ

महासमुंद। किडनी रोग और डायलिसिस विभाग में मरीजों के लिए बड़ी राहत की खबर है। अग्रवाल नर्सिंग होम, बरना (जिला महासमुंद) में अब प्रतिदिन डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध रहेगी। अस्पताल प्रबंधन ने जानकारी दी कि यहां 19 सितम्बर 2025, सुबह 12 बजे से 8 बिस्तरों वाला अत्याधुनिक डायलिसिस यूनिट शुरू किया जा रहा है। यह सुविधा जिले की सबसे बड़ी और एडवांस यूनिट होगी।

किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ. रवि धर (एमबीबीएस, डीएनबी – नेफ्रोलॉजिस्ट) के मार्गदर्शन में यहां डायबिटिक किडनी का इलाज, किडनी फेल्योर, किडनी में सूजन व संक्रमण, पेशाब मार्ग में पथरी, प्रोस्टेट ग्रंथि की समस्या, एक्यूट एवं क्रॉनिक किडनी डिजीज, रक्त की कमी, पैरों में सूजन जैसी समस्याओं का इलाज उपलब्ध रहेगा।

अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि डायलिसिस, हाई ब्लड प्रेशर और शुगर से ग्रसित मरीजों को समय-समय पर अपनी किडनी की जांच अवश्य करानी चाहिए। इसके साथ ही आयुष्मान भारत कार्ड और बीजू कार्ड धारकों को यहां निशुल्क इलाज की सुविधा दी जाएगी।

अग्रवाल नर्सिंग होम की इस पहल से अब महासमुंद और आसपास के जिलों के मरीजों को बड़े शहरों की ओर नहीं जाना पड़ेगा और उन्हें समय पर बेहतर इलाज स्थानीय स्तर पर ही मिल सकेगा।

बलौदाबाजार : कुत्ते का जूठा खाना खिलाया छात्रों को 21 लाख का मुआवजा, ठेकेदारी रद्द लेकिन शिक्षको को बर्खास्त क्यों नहीं किया गया!

बलौदाबाजार : कुत्ते का जूठा खाना खिलाया छात्रों को 21 लाख का मुआवजा, ठेकेदारी रद्द लेकिन शिक्षको को बर्खास्त क्यों नहीं किया गया!

छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में मिड डे मील के दौरान स्कूली बच्चों को कुत्ते का जूठा खाना परोस दिया गया था। इस मामले में हाईकोर्ट के निर्देश पर कार्रवाई हुई है। प्रभावित 84 बच्चों को राज्य सरकार ने 25-25 हजार मुआवजा दिया है।

मामला पलारी विकासखंड के लच्छनपुर शासकीय मिडिल स्कूल का है। 28 जुलाई को बच्चों को दिए जाने वाले मिड डे मील को कुत्ते ने जूठा कर दिया था। इस घटना को कुछ बच्चों ने देखा और स्कूल प्रबंधन से शिकायत की बावजूद इसके खाना बच्चों को परोस दिया गया था।

जब मामला संज्ञान में आया तो स्कूल प्रबंधन ने खुद फैसला लेते हुए प्रभावित बच्चों को रेबीज का इंजेक्शन भी लगा दिया। जिसके बाद हाईकोर्ट ने इस पर स्वत: संज्ञान लेते हुए जान से खिलवाड़ बताया और राज्य सरकार को मुआवजा देने के निर्देश दिए।

लच्छनपुर शासकीय मिडिल स्कूल में बच्चों को कुत्ते का जूठा खाना परोसा गया था। –

घटना 29 जुलाई 2025 की है। पलारी ब्लॉक के ग्राम लछनपुर मिडिल स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को दोपहर में जय लक्ष्मी स्व. सहायता समूह की महिलाएं खाना खिला रही थीं, तभी एक आवारा कुत्ता किचन के पास रखी सब्जी को जूठा कर गया। कुछ बच्चों ने यह देखा और शिक्षकों को बताया।

शिक्षकों ने समूह की महिलाओं को जूठी सब्जी बच्चों को परोसने से मना किया। लेकिन महिलाओं ने यह कहते हुए इनकार कर दिया कि कुत्ते ने सब्जी को जूठा नहीं किया है। उन्होंने 84 बच्चों को वही सब्जी परोस दी। परिजनों को यह बात पता चलने पर वे स्कूल पहुंच गए।

बच्चों और शिक्षकों से पूछताछ के बाद पालक और ग्रामीण पास के अस्पताल पहुंचे। वहां प्रभारी डॉ. वीणा वर्मा ने 78 बच्चों को एंटी-रेबीज का एक-एक डोज लगाया।

84 बच्चों ने खाया था खाना

स्कूल में कुल 250 बच्चे हैं, जिनमें से 84 बच्चों ने यह जूठा भोजन खाया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए 2 अगस्त को एसडीएम दीपक निकुंज, बीईओ नरेश वर्मा सहित अधिकारी स्कूल पहुंचे। जहां उन्होंने बच्चों, पालकों, शिक्षकों और समिति के लोगों के बयान दर्ज किए और स्कूल में बना खाना भी खाया।

 

इस घटना के बाद बात पूरे गांव में फैल गई। ग्रामीण दोषी समूह को हटाने की मांग करने लगे। इस मामले में स्थानीय विधायक संदीप साहू ने भी मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बच्चों को एंटी रेबीज का इंजेक्शन कैसे और किनके आदेश पर लगाया गया, इसकी जांच कराने की बात कही। वही पलारी के एसडीएम दीपक निकुंज घटना स्थल पहुंचकर मामले की जांच की।

​​​​​राज्य शासन को मुआवजा देने के निर्देश

इस गंभीर लापरवाही की खबर मीडिया में आने के बाद छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया। कोर्ट ने इसे जान से खिलवाड़ बताते हुए राज्य सरकार से जवाब मांगा।

केस की सुनवाई के बाद मुख्य न्यायाधीश रमेश कुमार सिन्हा और न्यायमूर्ति बीडी गुरु की डिवीजन बेंच ने राज्य शासन को तुरंत मुआवजा देने के निर्देश दिए। जिसके बाद सभी प्रभावित बच्चों को 25-25 हजार मुआवजा दिया गया।

2 टीचर निलंबित, महिला समूह का ठेका रद्द

घटना के बाद प्रशासन ने स्कूल के प्रधानपाठक और दो शिक्षकों को निलंबित कर दिया। महिला स्व-सहायता समूह का ठेका भी रद्द किया गया।

सुरक्षा के लिए 78 बच्चों को एंटी रेबीज का टीका लगाया गया था। हाईकोर्ट की इस कार्रवाई से स्पष्ट संदेश गया है कि बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य से किसी तरह का समझौता स्वीकार नहीं किया जाएगा

Bhilai Crime News: आपसी रंजिश के कारण युवक की चाकू मारकर हत्या, आरोपी फरार

Bhilai Crime News: आपसी रंजिश के कारण युवक की चाकू मारकर हत्या, आरोपी फरार

 

भिलाई: जिले के खुर्सीपार थाना क्षेत्र के राजेन्द्र प्रसाद नगर में बीती रात आपसी विवाद के बाद युवक की हत्या कर दी गई। मृतक व आरोपी एक ही मोहल्ले के बताए जा रहे हैं। आधी रात को हुए विवाद के बाद आरोपी ने युवक को चाकू से गोद दिया और फरार हो गया। गंभीर हालत में युवक को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई। घटना के बाद पुलिस ने आरोपी की तलाश तेज कर दी है।

मिली जानकारी के अनुसार मृतक की पहचान एस कामेश राव (32) के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि बुधवार की रात 11.30 बजे एस कामेश राव अपने दोस्त योगेन्द्र सिंह के साथ बैठकर बातें कर रहा था। इस दौरान उसी मोहल्ले का रहने वाला सुरेन्द्र महानन्द पहुंचा और योगेन्द्र से विवाद करने लगा। कामेश ने बीच बचाव किया लेकिन विवाद बढ़ता ही गया। सुरेन्द्र महानंद ने बोल्डर से मारने का प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हुआ। इसके बाद सभी चले गए।

कुछ देर बाद कामेश राव टहलने निकला तो सुरेन्द्र महानंद ने उस पर चाकू से हमला कर दिया और फरार हो गया। गंभीर हालत में एस कामेश को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

बताया जा रहा है आरोपी सुरेन्द्र का योगेन्द्र से पुराना विवाद था जिसके कारण उसने बुधवार रात को झगड़ा किया। सुरेन्द्र के खिलाफ खुर्सीपार थाने में पूर्व में भी अपराध दर्ज है और जो कि योगेन्द्र ने ही दर्ज कराया था। इसी बात को लेकर योगेन्द्र सिंह से आरोपी सुरेन्द्र महानंद रंजिश रख रहा था।

CG Accident News: अनियंत्रित होकर पलटी तेज रफ्तार बस, महिला यात्री की मौके पर मौत, 4 घायल

CG Accident News: अनियंत्रित होकर पलटी तेज रफ्तार बस, महिला यात्री की मौके पर मौत, 4 घायल

 

रायपुर से अंबिकापुर जाने वाली यात्री बस गुरुवार सुबह जशपुर जिले के कांसाबेल थाना क्षेत्र स्थित टांगरगांव में पटल गई। इस दुर्घटना में एक महिला की घटना स्थल पर ही मौत हो गई, वहीं बस में सवार 4 अन्य यात्री घायल हो गए।

जानकारी के अनुसार रायपुर से अंबिकापुर जाने वाली राजधानी बस सुबह फरसाबहार से कांसाबेल की ओर आ रही थी। इस दौरान तेज रफ्तार बस अनियंत्रित हो कर चालक के काबू से बाहर हो कर सड़क किनारे पलट गई। दुर्घटना में इग्नोसिया मिंज (40 वर्ष) की घटना स्थल पर ही मौत हो गईं। मृतिका रायपुर से अंबिकापुर जा रही थी।

घटना की सूचना पर कांसाबेल पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बस पलटने से सड़क पर जाम लग गया और लोगों की भीड़ जमा हो गई।

भिलाई में सड़क पार कर रहे बुजुर्ग को कार ने मारी टक्कर

भिलाई में बुधवार को हुए एक दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके को दहला दिया। तेज रफ्तार थार कार ने सड़क पार कर रहे बुजुर्ग को रौंद दिया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बुजुर्ग गंभीर रूप से घायल हो गए और इलाज के दौरान गुरुवार को उनकी मौत हो गई।

यह घटना पुरानी भिलाई थाना क्षेत्र की है। मृतक की पहचान ईश्वर राव (65 वर्ष) के रूप में हुई है। वे भिलाई-3 के रहने वाले थे और रोजाना की तरह सुबह घर के काम से बाजार जा रहे थे। तभी पीछे से आई थार ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस और एंबुलेंस को खबर दी। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर घायल ईश्वर राव को गंभीर हालत में रायपुर एम्स रेफर किया।

डॉक्टरों ने काफी कोशिश की, लेकिन आखिरकार इलाज के दौरान उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। पुलिस ने बताया कि हादसे के बाद थार कार को जब्त कर लिया गया है और ड्राइवर को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

सरायपाली: विश्वकर्मा जयंती पर जरूरतमंदों के चेहरे खिले – निःशुल्क सिलाई मशीन एवं ट्रायसाइकिल वितरण

सरायपाली: विश्वकर्मा जयंती पर जरूरतमंदों के चेहरे खिले – निःशुल्क सिलाई मशीन एवं ट्रायसाइकिल वितरण ।

सरायपाली से शिवा निषाद की खबर/ महासमुंद जिले के सरायपाली अग्र. शिरोमणि संस्था एवं अखिल भारतीय जैन तेरापंथ युवक परिषद सरायपाली द्वारा आयोजित विशेष कार्यक्रम में मरार पटेल समाज की बेटी हरिता पटेल का सम्मान किया गया। यह सम्मान न केवल उनका व्यक्तिगत गौरव है, बल्कि पूरे मरार पटेल समाज के मान-सम्मान को बढ़ाने वाला क्षण साबित हुआ।

विश्वकर्मा जयंती, जो नवसृजन और नवनिर्माण का प्रतीक है, उसी पावन अवसर पर समाज सेवा की एक अनूठी पहल की गई। कार्यक्रम में 13 जरूरतमंद महिलाओं को निःशुल्क सिलाई मशीनें प्रदान की गईं, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें और अपने परिवार को आर्थिक मजबूती दे सकें। साथ ही, दिव्यांग भाइयों-बहनों को ट्रायसाइकिल वितरण किया गया, ताकि उनके जीवन की राहें और सरल बन सकें।
इस अवसर पर हरिता पटेल ने कहा कि – हमारी छोटी-सी कोशिश से यदि किसी भाई-बहन को आत्मनिर्भर बनने की राह मिलती है, तो यही सच्चा समाजसेवा का संदेश है।

इस आयोजन ने यह साबित किया कि समाज के सामूहिक प्रयास से जरूरतमंदों के जीवन में नई रोशनी लाई जा सकती है।

CG सरायपाली: ओम हॉस्पिटल को NABH मान्यता, छत्तीसगढ़ और ओड़िशा के मरीजों को मिलेगा फायदा

CG सरायपाली: ओम हॉस्पिटल को NABH मान्यता, छत्तीसगढ़ और ओड़िशा के मरीजों को मिलेगा फायदा

सरायपाली। NABH एंट्री लेवल मान्यता प्राप्त ओम हॉस्पिटल सरायपाली अब छत्तीसगढ़ और पड़ोसी राज्य ओड़िशा के मरीजों के लिए बड़ी राहत का केंद्र बन गया है। सरायपाली की भौगोलिक स्थिति दोनों राज्यों की सीमा से जुड़ी होने के कारण आसपास के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के लोग अब बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ यहीं ले सकेंगे।

अस्पताल में विटामिन, आयरन और कैल्शियम की कमी, पाचन संबंधी परेशानी, वायरल संक्रमण, डायबिटीज और ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों का समुचित इलाज उपलब्ध है। 15 से अधिक वर्षों के अनुभव वाली मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. मीरा देवराट्टी प्रतिदिन मरीजों को परामर्श और उपचार प्रदान कर रही हैं।

छत्तीसगढ़ के मरीजों को फायदा
यहां आयुष्मान भारत योजना, बीजू कार्ड, राशन कार्ड और इंश्योरेंस की सुविधा उपलब्ध है। खासकर गरीब और ग्रामीण मरीजों को अब इलाज के लिए रायपुर या बड़े शहरों तक जाने की आवश्यकता नहीं होगी। NABH मान्यता के चलते इलाज की गुणवत्ता और मानक राष्ट्रीय स्तर के अनुसार सुनिश्चित होंगे।

ओड़िशा के मरीजों को फायदा
ओड़िशा सीमा से लगे अनेक गांवों के लोग अब नजदीकी सरायपाली में ही आधुनिक चिकित्सा सुविधा प्राप्त कर सकेंगे। पहले उन्हें इलाज के लिए संबलपुर या रायपुर तक जाना पड़ता था, जिससे समय और खर्च दोनों बढ़ जाते थे। अब NABH मान्यता प्राप्त अस्पताल में सुरक्षित और भरोसेमंद उपचार आसानी से मिल सकेगा।

अस्पताल प्रबंधन के अनुसार प्रत्येक गुरुवार को निःशुल्क परामर्श शिविर आयोजित किया जाएगा, जिससे दोनों राज्यों के जरूरतमंद मरीजों को लाभ मिलेगा। इसके साथ ही शाखाएं रायपुर, जगदलपुर और तिल्दा बडेसर में भी संचालित हैं।

सरायपाली में ओम हॉस्पिटल का यह कदम न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि ओड़िशा के मरीजों के लिए भी स्वास्थ्य सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित होगा।