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रायपुर : हर आंगन में हरियाली : एक पेड़ माँ के नाम 2.0’

रायपुर : हर आंगन में हरियाली : एक पेड़ माँ के नाम 2.0’

50 हजार आवास हितग्राहियों के परिसरों में लगाए गए एक लाख से अधिक पौधे

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में किया गया दर्ज

वृक्षारोपण पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी और प्रकृति से भावनात्मक जुड़ाव का प्रतीक : श्री अरुण साव

लोहड़िया और रामपुर में वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम में शामिल हुए उप मुख्यमंत्री

पौधरोपण कर जल व पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश

रामपुर में सी.सी. रोड के लिए 20 लाख रुपए की घोषणा की

हर आंगन में हरियाली लाने ‘‘एक पेड़ मां के नाम 2.0’’ वृक्षारोपण महाअभियान के तहत मुंगेली जिले के ग्राम लोहड़िया और रामपुर में पर्यावरण संरक्षण को नई दिशा देने अभिनव पहल की गई। वहां प्रधानमंत्री आवास योजना के 50 हजार हितग्राहियों के निवास परिसरों में एक लाख से अधिक पौधे रोपे गए। यह अनूठा और भावनात्मक अभियान न केवल हरियाली बढ़ाने की पहल है, बल्कि माताओं के प्रति गहरा सम्मान भी है।

इस अभिनव पहल को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया। इस महाअभियान का जिला स्तरीय भव्य कार्यक्रम मुंगेली विकासखंड के ग्राम लोहड़िया और रामपुर स्थित महात्मा गांधी आक्सीजोन परिसर में आयोजित हुआ, जिसमें छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने आम के पौधे का रोपण कर जल और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इस दौरान मुंगेली विधायक श्री पुन्नूलाल मोहले, जिला पंचायत के अध्यक्ष श्री श्रीकांत पाण्डेय, कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार, पुलिस अधीक्षक श्री भोजराम पटेल, वनमंडलाधिकारी श्री अभिनव कुमार और जिला पंचायत के सीईओ श्री प्रभाकर पाण्डेय ने भी आम के पौधे का रोपण कर पर्यावरण के संरक्षण का संदेश दिया।

उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वृक्षारोपण न केवल पर्यावरण के प्रति हमारी जिम्मेदारी को व्यक्त करता है, बल्कि प्रकृति से भावनात्मक जुड़ाव का भी प्रतीक है। जिले में इस वृक्षारोपण अभियान के तहत एक लाख से ज्यादा पौधे का रोपण कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया है, जिससे यह गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल हो गया है, इसके लिए आप सभी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ियों का जीवन स्वस्थ और सुखद हो, इसके लिए पौधे लगाना अति आवश्यक है। वृक्षारोपण का यह क्रम टूटना नहीं चाहिए, पर्यावरण संरक्षण हम सबकी जिम्मेदारी है।

उप मुख्यमंत्री श्री साव ने घटते जलस्तर पर चिंता व्यक्त करते हुए जल संरक्षण के लिए ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने और वर्षा जल संरक्षण के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने रामपुर में सी.सी. रोड निर्माण के लिए 20 लाख रुपए की घोषणा की।

विधायक श्री पुन्नू लाल मोहले ने वृक्षारोपण अभियान के लिए मुंगेली जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया। उन्होंने पर्यावरण के संरक्षण और इसे हरा-भरा बनाए रखने के लिए पेड़ लगाने को प्रोत्साहित किया। साथ ही गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज होने के लिए जिला प्रशासन की पूरी टीम को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।

मुंगेली जिला पंचायत की उपाध्यक्ष श्रीमती शांति देवचरण भास्कर, जिला पंचायत सदस्य श्री उमाशंकर साहू, श्री पवन पाण्डेय और जनद पंचायत की उपाध्यक्ष श्रीमती पुष्पलता पदमिनी मोहले सहित अनेक जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक और ग्रामीण बड़ी संख्या में कार्यक्रम में मौजूद थेl

रायपुर : ग्रामीण विकास की रीढ़ की हड्डी हैं पंचायती राज संस्थाएं – मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय

रायपुर : ग्रामीण विकास की रीढ़ की हड्डी हैं पंचायती राज संस्थाएं – मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय

मुख्यमंत्री नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्षों एवं उपाध्यक्षों के 03 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के शुभारंभ में हुए शामिल

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय  राजधानी रायपुर के निमोरा स्थित ठाकुर प्यारेलाल राज्य पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान में आयोजित नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्षों एवं उपाध्यक्षों के लिए तीन दिवसीय आधारभूत/उन्मुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम के शुभारंभ में शामिल हुए।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि पंचायती राज संस्थाएं ग्रामीण विकास की रीढ़ की हड्डी हैं। नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्षों एवं उपाध्यक्षों के रूप में आप सभी के पास बहुत बड़ा अवसर और बड़ी जिम्मेदारी है। यदि दृढ़ इच्छाशक्ति हो तो एक व्यक्ति भी पूरे जिले की तस्वीर बदल सकता है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि लोक कल्याण की भावना से जनता की सेवा करने वालों को जनता स्वयं आगे बढ़ाती है। अपने राजनीतिक जीवन के अनुभव साझा करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने भी अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत पंच के रूप में की थी। मैंने कभी नहीं सोचा था कि राजनीति में आऊंगा। 10 वर्ष की आयु में पिताजी के स्वर्गवास के बाद मेरे कंधों पर पूरे परिवार की जिम्मेदारी आ गई। मेरा पूरा जीवन संघर्ष में बीता। मैं सरपंच भी बनूंगा, यह मैंने कभी कल्पना नहीं की थी, लेकिन जनता का आशीर्वाद मिला, जिससे विधायक, सांसद और मुख्यमंत्री के रूप में सेवा का अवसर प्राप्त हुआ।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि कुछ कर गुजरने के लिए संसाधनों से अधिक महत्वपूर्ण इच्छाशक्ति होती है। जनहित में कार्य करने की सोच से अकेला व्यक्ति भी बहुत बड़ी उपलब्धि हासिल कर सकता है। उन्होंने कहा कि मुझे जिन प्रेरणादायी लोगों के जनसेवा के कार्यों को निकट से देखने का अवसर मिला, उनमें ओडिशा के डॉ. अच्युत सामंत और नानाजी देशमुख का उल्लेख करना चाहूंगा। अभावों में पले-बढ़े डॉ. अच्युत सामंत ने आजीवन जनता की सेवा का संकल्प लिया और भुवनेश्वर में एक बड़ा शिक्षण संस्थान स्थापित किया। इस संस्थान में वे लगभग 25 हजार जनजातीय बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। इसी तरह, चित्रकूट में नानाजी देशमुख ने दीनदयाल उपाध्याय शोध संस्थान के माध्यम से 500 गांवों को गोद लेकर उनके सर्वांगीण विकास का कार्य किया। वर्ष 2006-07 में जब मैं वहां गया, तब मुझे पता चला कि अब तक 80 गांवों को उन्होंने आत्मनिर्भर बना दिया है। इन गांवों में हर परिवार को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए कार्य किया गया। ये उदाहरण हमें यह बताते हैं कि एक व्यक्ति भी कितना बड़ा परिवर्तन ला सकता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ हर दृष्टि से एक समृद्ध राज्य है। यहां 44 प्रतिशत भूभाग पर वन हैं। यहां की मिट्टी उर्वरा है और किसान मेहनतकश हैं। छत्तीसगढ़ के विकास में नक्सलवाद एक बड़ी बाधा था, जिसे हम समाप्त कर रहे हैं। जो नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं, उनके लिए हमने एक उत्कृष्ट पुनर्वास नीति बनाई है। जल्द ही राज्य नक्सलमुक्त होगा और बस्तर में सड़क, बिजली, पानी सहित सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

मुख्यमंत्री श्री साय ने बस्तर संभाग के मुलेर ग्राम का अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि इस क्षेत्र के आदिवासियों को राशन के लिए 25 किलोमीटर का पैदल सफर करना पड़ता था, जिसमें तीन दिन लगते थे। कल्पना की जा सकती है कि यह इलाका विकास में कितना पीछे था। हमने मुलेर को अलग पंचायत बनाने का निर्णय लिया और वहां राशन दुकान खोली। जब मैं वहां गया, तो लोगों की खुशी उनके चेहरों पर साफ दिखाई दे रही थी।

मुख्यमंत्री ने नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्षों एवं उपाध्यक्षों से कहा कि गांवों का विकास किए बिना हम विकसित छत्तीसगढ़ नहीं बना सकते। प्रशिक्षण के इस समय का पूरा लाभ उठाएं। यह सदैव ध्यान रखें कि विकास कार्यों की गुणवत्ता से कोई समझौता न हो। नियमित रूप से अपने क्षेत्रों का दौरा करें। प्रवास और निरीक्षण से प्रशासनिक कसावट आती है और विकास कार्यों को गति मिलती है।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने कहा कि जिला पंचायत के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के रूप में बेहतर कार्य करने के लिए स्वयं को पूरी तरह तैयार करें। पंचायती राज से जुड़े कानूनी प्रावधानों की गहन जानकारी रखें। गांव की उन्नति के लिए केवल निर्माण कार्य ही नहीं, बल्कि अन्य संभावनाओं पर भी सतत विचार करें। दुग्ध उत्पादन जैसे कार्यों से गांव की आर्थिक उन्नति सुनिश्चित होती है। गांव में आर्थिक समृद्धि आने से युवाओं को नई दिशा मिलती है और वे व्यसनों से दूर रहते हैं। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान आप ग्राम पंचायत के कार्य स्वरूप पर भी चिंतन करें। पंचायती राज संस्था से जुड़ी सभी प्रक्रियाओं को भलीभांति समझें, ताकि आप जनता के हित में बेहतर कार्य कर सकें। पंचायती राज संस्थाओं से जुड़े सभी स्तर के एक लाख सत्तर हजार लोगों को यहां प्रशिक्षित किया जाएगा। आज आप सभी से इसकी शुरुआत हो रही है।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने पेसा : पंचायत उपबंध एवं छत्तीसगढ़ पंचायत उपबंध मार्गदर्शिका, पंचमन पत्रिका तथा जनपद पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं सदस्यों हेतु पठन सामग्री का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने ठाकुर प्यारेलाल राज्य पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान के प्रांगण में मौलश्री पौधे का रोपण भी किया।

इस अवसर पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की प्रमुख सचिव श्रीमती निहारिका बारीक सिंह, सचिव श्री भीम सिंह, संचालक श्रीमती प्रियंका ऋषि महोबिया तथा ठाकुर प्यारेलाल राज्य पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान के संचालक श्री पी. सी. मिश्रा उपस्थित थे।

 

महासमुंद : राज्यपाल श्री रमेन डेका से रेड क्रॉस जिला शाखा महासमुंद के प्रतिनिधियों ने की भेंट, गतिविधियों की दी जानकारी

महासमुंद : राज्यपाल श्री रमेन डेका से रेड क्रॉस जिला शाखा महासमुंद के प्रतिनिधियों ने की भेंट, गतिविधियों की दी जानकारी

राज्यपाल एवं पदेन अध्यक्ष इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी (राज्य शाखा, रायपुर) श्री रमेन डेका गत दिवस पिथौरा आगमन पर कलेक्टर एवं इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी जिला शाखा महासमुंद के अध्यक्ष श्री विनय कुमार लंगेह के मार्गदर्शन में रेड क्रॉस जिला शाखा महासमुंद के प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य भेंट की। इस अवसर पर जिला शाखा के सभापति श्री संदीप दीवान, रेड क्रॉस जिला प्रबंध समिति के सदस्य श्री राजेश्वर खरे, जिला संगठक एवं राज्य प्रतिनिधि डॉ. अशोक गिरि गोस्वामी एवं प्रतिनिधि मंडल  ने राज्यपाल  से मुलाकात कर जिले में रेड क्रॉस द्वारा संचालित विभिन्न मानवीय और सामाजिक सेवा गतिविधियों की विस्तार से जानकारी दी।

राज्यपाल श्री डेका ने रेड क्रॉस सोसाइटी की सेवाओं की सराहना करते हुए कहा कि समाज में मानवीय सहायता एवं आपातकालीन सेवा कार्यों में रेड क्रॉस की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने जिले में चल रही गतिविधियों को विस्तार देने और अधिक से अधिक जरूरतमंदों तक सहायता पहुंचाने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किए।

प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि रेड क्रॉस सोसाइटी का प्रमुख उद्देश्य आपदा प्रबंधन, रक्तदान प्रोत्साहन, प्राथमिक उपचार, स्वास्थ्य जागरूकता, गरीबों एवं जरूरतमंदों की सहायता और मानवीय सेवा के कार्यों को प्रभावी रूप से क्रियान्वित करना है। जिले में इन कार्यों को सतत रूप से संचालित किया जा रहा है।

इस अवसर पर श्री तेजलाल देवांगन, दिनेश कुमार साहू (रेडक्रॉस प्रशिक्षक एवं जू.रे.क्रॉ. सचिव, पिथौरा), शासकीय कन्या शाला, पिथौरा से रेडक्रॉस काउंसलर्स ज्योति पटेल एवं विमला नायक, वालेंटियर्स मोनिका निषाद, प्रिया साहू, मुस्कान यादव, कसिस सिन्हा, तथा शासकीय आर.के. स्कूल, पिथौरा से वालेंटियर्स ओम मिर्धा, दिवाकर निषाद, मुस्कान यादव, सुजल बाग शामिल थे।

 

रायपुर : विधानसभा सचिवालय प्राप्त सभी प्रश्नों का समय – सीमा में सारगर्भित एवं स्पष्ट जबाव दिया जाए: श्री सोनमणि बोरा

रायपुर : विधानसभा सचिवालय प्राप्त सभी प्रश्नों का समय – सीमा में सारगर्भित एवं स्पष्ट जबाव दिया जाए: श्री सोनमणि बोरा

जनजातीय गौरव दिवस के उपलक्ष्य में 01 से 15 01नवंबर तक व्यापक कार्ययोजना बनाने के दिए निर्देश

निर्माणाधीन शहीद वीर नारायण सिंह संग्रहालय का  किया निरीक्षण

प्रमुख सचिव श्री  बोरा ने की विभागीय काम- काज की  गई समीक्षा

आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा ने विभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर काम काज की प्रगति की समीक्षा की । बैठक नवा रायपुर टीआरटीआई स्थित सभाकक्ष में  सम्पन्न हुई।  प्रमुख सचिव श्री बोरा ने आगामी विधानसभा सत्र के मददे्नजर समीक्षा बैठक लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने निर्देशित किया कि विधानसभा सचिवालय से प्राप्त सभी प्रश्नों का समय – सीमा में जबाव दिया जाए। प्रश्नों का जवाब सारगर्भित एवं स्पष्ट होना चाहिए। जिले से संबंधित प्रश्नों पर तत्काल संबंधित जिले के सहायक आयुक्त से संपर्क कर निर्धारित समयसीमा में जानकारी प्राप्त कर इसे सर्वाेच्च प्राथमिकता के साथ विधानसभा सचिवालय भेजना सुनिश्चित किया जाए। श्री बोरा ने कहा कि विधानसभा सचिवालय से प्राप्त सभी प्रश्नों के जवाब 07 जुलाई तक अनिवार्य रूप से तैयार किए जाने के निर्देश दिए। बैठक में आयुक्त डॉ. सारांश मित्तर, संचालक, टीआरटीआई श्री जगदीश कुमार सोनकर, उपसचिव श्री बी.के.राजपूत एवं अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

प्रमुख सचिव श्री बोरा द्वारा प्रयास एवं एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों के निर्माण कार्यों की भी समीक्षा की गई। साथ ही नवीन शि़क्षण सत्र 2025-26 में प्रवेश की स्थिति एवं अन्य आवश्क व्यवस्थाओं की जानकारी ली गई। उन्होंने प्रयास, एकलव्य के साथ-साथ अन्य सभी विभागीय छात्रावास-आश्रमों में अच्छी कम्प्यूटर लैब की आवश्यकता पर बल दिया। साथ ही संवेदनशील छात्रावास-आश्रमों में तत्काल सीसीटीवी कैमरा लगाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने नवंबर माह में राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने एवं जनजातीय गौरव दिवस के उपलक्ष्य में 01 नवंबर से 15 नवंबर तक के लिए एक व्यापक कार्ययोजना बनाए जाने के निर्देश दिए। इनमें आदिवासी साहित्य उत्सव, जनजातीय बुक फेयर, जनजातीय सांस्कृतिक उत्सव, जनजातीय चित्रकला, जनजातीय फिल्म फेस्टिवल, जनजातीय रामायण इत्यादि कार्यक्रम कराए जाने हेतु निर्देशित किया गया।

प्रमुख सचिव  श्री बोरा ने टीआरटीआई परिसर में निर्माणाधीन शहीद वीर नारायण सिंह आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय की भी डिजिटली समीक्षा करने के पश्चात मौके पर जाकर सभी 14 गैलरियों का निरीक्षण किया एवं मौके पर उपस्थित अधिकारियों, इंजीनियर्स, क्यूरेटर एवं निर्माण एजेंसी के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश देते हुए 30 सितंबर तक सभी निर्माण कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए । उन्होंने संग्रहालय में निर्माणाधीन गिफ्ट शॉप एवं ऑडियो-विजुअल के संबंध में भी आवश्यक व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अब उनके द्वारा प्रत्येक  गुरूवार को संग्रहालय का निरीक्षण किया जाएगा।

 

महासमुंद / अवैध रेत परिवहन पर कड़ी कार्रवाई, 05 हाइवा वाहन जप्त

महासमुंद / अवैध रेत परिवहन पर कड़ी कार्रवाई, 05 हाइवा वाहन जप्त
महासमुंद, 5 जुलाई 2025/ कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह के निर्देशानुसार अवैध खनिज उत्खनन, परिवहन एवं भंडारण पर रोक लगाने हेतु खनिज विभाग द्वारा सतत कार्रवाई जारी है। इसी क्रम में आज संयुक्त टीम द्वारा महासमुंद विकासखंड अंतर्गत ग्राम मोहकम में रेत का अवैध परिवहन करते हुए 05 हाइवा वाहन को जप्त किया गया। सभी वाहनों को जब्त कर सुरक्षार्थ तुमगांव थाना में खड़ा किया गया है।
खनिज अधिकारी श्री योगेन्द्र सिंह ने बताया कि उक्त वाहनों पर खान एवं खनिज (विकास एवं विनियमन) अधिनियम 1957 की धारा 21 के अंतर्गत कठोर दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी। इस प्रकरण में 2 से 5 वर्षों की सजा का प्रावधान है और संबंधित व्यक्तियों के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज कर न्यायालय में परिवाद प्रस्तुत किया जाएगा। पूर्व में भी खनिज पट्टेदारों एवं खनिज परिवहनकर्ताओं को स्पष्ट निर्देश दिए जा चुके हैं कि
बिना वैध अभिवहन पास के खनिज का उत्खनन, परिवहन या भंडारण करना कानूनन अपराध है। कलेक्टर के निर्देशानुसार जिले में अवैध खनिज गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण हेतु खनिज विभाग का विशेष अभियान सतत जारी रहेगा और दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी

रायपुर : समन्वित पोषण प्रबंधन से बदलती खेती का चेहरा बेमेतरा की सहज क्रांति

रायपुर : समन्वित पोषण प्रबंधन से बदलती खेती का चेहरा बेमेतरा की सहज क्रांति

जब मानसूनी बादल आसमान में उमड़-घुमड़ रहे थे, तब नवलपुर (विकासखंड बेमेतरा) की श्रीमती बेदनबाई पति श्री सोपन ने अपने 2.42 एकड़ खेत में हल चलाते हुए एक सधे हुए कदम के साथ समन्वित पोषण प्रबंधन (प्छड) की नई राह पकड़ी। यह राह केवल उनकी खेती का भविष्य ही नहीं, बल्कि जिले के हज़ारों कृषकों के लिए भी उम्मीद की इबारत लिख रही हैकृऔर इसके केंद्र में है राज्य सरकार की “मिट्टी सेहतदृफसल उपज” अभियान श्रृंखला।

फसलों की स्वस्थ वृद्धि और अधिक उत्पादन के लिए कुल 17 प्रकार के पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, जिनमें नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश प्रमुख हैं। नाइट्रोजन पौधों में प्रकाश संश्लेषण की क्रिया को तीव्र करता है तथा तनों और पत्तियों की वृद्धि में सहायक होता है। फास्फोरस जड़ों की मजबूती और विकास के लिए अनिवार्य है। पोटाश पौधों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ जल अवशोषण में भी मदद करता है।

इन पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए किसान यूरिया, डीएपी, एनपीके, सुपर फास्फेट, पोटाश जैसे विभिन्न उर्वरकों का उपयोग करते हैं। अब किसान सिर्फ एक ही प्रकार के उर्वरक पर निर्भर न रहकर मिश्रित और संतुलित उर्वरक रणनीति अपना रहे हैं, ताकि मिट्टी की उर्वरता बनी रहे और फसल की गुणवत्ता भी बेहतर हो।

इस दिशा में जिले के नवलपुर ग्राम (विकासखंड बेमेतरा) की कृषक श्रीमती बेदनबाई पति श्री सोपन एक उदाहरण बनकर सामने आई हैं। उन्होंने अपने 2.42 एकड़ खेत में समन्वित पोषण प्रबंधन अपनाते हुए सेवा सहकारी समिति लोलेसरा से 10 बोरी यूरिया, 01 बोरी सुपरफास्फेट, 03 बोरी डीएपी और 01 बोरी पोटाश का उठाव किया है।

कृषक श्रीमती बेदनबाई ने बताया कि वे अपने खेत में हमेशा संतुलित मात्रा में और आवश्यकतानुसार उर्वरकों का ही उपयोग करती हैं। उनका मानना है कि एक ही प्रकार की खाद पर निर्भरता से फसल को पूर्ण पोषण नहीं मिल पाता। इसलिए वे अलग-अलग स्रोतों से आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति करती हैं, जिससे भूमि की उर्वरा शक्ति भी बनी रहती है और उत्पादन भी संतोषजनक होता है। जिला कृषि विभाग द्वारा भी किसानों को नियमित रूप से जागरूक किया जा रहा है कि वे वैज्ञानिक सलाह के अनुरूप उर्वरकों का संतुलित उपयोग करें, ताकि मृदा की सेहत बनी रहे और दीर्घकालीन लाभ प्राप्त किया जा सके।

 

शिक्षक की विदाई पर सभी बच्चे रो पड़े * बिजातीपाली*

शिक्षक की विदाई पर सभी बच्चे रो पड़े * बिजातीपाली*

शासकीय प्राथमिक शाला बिजातीपाली के शिक्षक सुशील कुमार नायक जी का विदाई ,एवं जन्मदिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।सर्वप्रथम जैसे सुशील कुमार नायक जी विद्यालय में आए तो सभी बच्चों ने फूल गुलदस्ता और तालियों के द्वारा जोरदार स्वागत किया । कार्यक्रम का शुभारंभ मा सरस्वती के पूजन अर्चन के साथ किया गया ,उसके पश्चात सभी बच्चों ,शिक्षकों और उपस्थित ग्राम वासियों साथ केक काटकर सुशील कुमार नायक जी का जन्मदिन मनाया गया।एवं नायक सर जी ने सभी बच्चों को मीठा व केला वितरण किया गया। उसके बाद विदाई कार्यक्रम का आयोजन किया गया ,जिसमें शास प्राथमिक शाला बिजातीपाली के शिक्षकों के द्वारा सप्रेम भेंट दिया गया , ग्रामपंचायत द्वारा, एवं ग्रामवासियों, और बच्चों के द्वारा सप्रेम भेंट दिया गया। शाला के शिक्षक निर्मल कुमार मेहेर द्वारा नायक सर के बारे में बताया गया कि सुशील सर 7 जनवरी 2009 से 3 जून 3025 तक साढ़े 15 साल शाला में सेवा दिए और शासन के निर्देशानुसार युक्तियुक्त के तहत शासकीय प्राथमिक शाला मोहनमुंडा में पदस्थापना हुई, सुशील नायक जी एक बहुत ही होनहार,योग्य, सहज सरल स्वभाव के नवाचारी शिक्षक थे, बच्चों एवं गांव वासियों के बहुत प्यारे शिक्षक थे । *जैसे उनका नाम सुशील वैसे उनका काम सुशील*विदाई कार्यक्रम में जब सुशील सर जी द्वारा जैसे ही बोलने लगे उनके साथी शिक्षक निर्मल मेहेर, और प्रधान पाठक प्रेमशीला पटेल जी रोने लगे, स्कूल के सभी बच्चे, रसोइया , और ग्राम वासी रोने लगे । इस प्रकार के आत्मीयता और प्रेमभाव को देखते हुए नायक सर भी रोते हुए बोल नहीं पाए।अंतमें स्कूल और ग्राम बिजातीपालीसे मान ,सम्मान,प्रेम मिला है उसे कभी भूल नहीं पाऊंगा,आज मेरे जन्मदिन को यादगार बना दिए उसके लिए धन्यवाद।विदाई सह जन्मदिवस कार्यक्रम में ग्राम के सरपंच हेतकुमारी, सचिव नमिता सीदार,उप सरपंच संतराम , पंच गण, ग्राम के विजयशंकर पटेल,कोमल नायक ,राजेश पटेल ,नरेश पटेल, छविलाल चौधरी, नीलांबर सोनी,रसोइया,स्वीपर, संकुल समन्वयक घनश्याम दास,नोडल प्राचार्य अरुण भोई ,प्रेमशीला पटेल ,निर्मल मेहेर, व समस्त ग्रामवासी उपस्थित थे।

बसना/बहुड़ा रथयात्रा में आस्था की गूंज, विधायक डॉ. संपत अग्रवाल ने निभाया भक्तिभाव

बसना/बहुड़ा रथयात्रा में आस्था की गूंज, विधायक डॉ. संपत अग्रवाल ने निभाया भक्तिभाव

विधायक डॉ संपत अग्रवाल रथ की रस्सी थाम कर जगन्नाथ की वापसी यात्रा में हुए शामिल, प्रदेशवासियों की खुशहाली की करी कामना

बसना की गलियों में गूंजा भक्तिभाव, विधायक डॉ. संपत अग्रवाल ने रथ की रस्सी खींच कर निभाई सनातन संस्कृति की सेवा

 

बहुड़ा रथयात्रा में शामिल हुए विधायक डॉ. संपत अग्रवाल, बोले-बसना में जगन्नाथ पुरी की दिव्यता का हुआ साक्षात अनुभव

रथ की रस्सी थामते हुए बोले विधायक डॉ संपत अग्रवाल-जगन्नाथ पुरी की अनुभूति आज बसना की धरती पर जीवंत हो उठी

बहुड़ा रथयात्रा में शामिल हुए विधायक डॉ. संपत अग्रवाल,बोले-धार्मिक ऊर्जा ने मन को भावविभोर कर दिया

बसना के थाना परिसर से बहुड़ा रथयात्रा में श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा। रथयात्रा ने पूरा नगर भ्रमण किया। यह आयोजन न केवल धार्मिक महत्त्व रखता है बल्कि क्षेत्रीय सांस्कृतिक चेतना को भी जीवंत करता है। रथयात्रा में श्री राम जानकी मंदिर अध्यक्ष एवं क्षेत्रीय विधायक डॉ. संपत अग्रवाल ने विधिवत पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की। विधायक डॉ. संपत अग्रवाल ने भगवान श्री जगन्नाथ, भाई बलभद्र और माता सुभद्रा की रथयात्रा में भाग लेकर रथ की रस्सी खींची। रथयात्रा के साथ मृदंग, मंजीरा, घंटा एवं शंख की सुमधुर ध्वनि से वातावरण भक्तिमय हो उठा। जयघोषों के बीच श्रद्धालुओं की सहभागिता ने यात्रा को दिव्यता से भर दिया।

विधायक डॉ अग्रवाल ने कहा कि बसना की बहुड़ा यात्रा को देखकर पुरी की रथयात्रा का आभास होता है।उन्होंने कहा बहुड़ा यात्रा दरअसल भगवान जगन्नाथ की “वापसी यात्रा” का पर्व है, जब वे नौ दिन के प्रवास के बाद गुंडिचा मंदिर से अपने मूल मंदिर लौटते हैं। यह धार्मिक अनुष्ठान भक्तों के लिए आत्मशुद्धि और सेवा का विशेष अवसर होता है।

विधायक डॉ. अग्रवाल ने कहा यह पर्व सनातन संस्कृति और भगवान राम व श्रीकृष्ण के सार्वभौमिक संदेश को जन-जन तक पहुंचाता है। गुंडिचा मंदिर भगवान की मौसी का घर माना जाता है, जहाँ उन्हें विशेष पकवान अर्पित किए जाते हैं। यह वापसी यात्रा भावनात्मक पुनर्मिलन का प्रतीक है, जो भक्तों में एक अलग ऊर्जा का संचार करता है।

इस पावन अवसर पर भाजपा मंडल अध्यक्ष नरेंद्र यादव, महामंत्री दीपक शर्मा,उर्मिला सरोज पटेल समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। इस आयोजन ने धर्म, संस्कृति और जनभावना का अद्भुत समन्वय प्रस्तुत किया।

सम्पूर्ण यात्रा एक सांस्कृतिक उत्सव बन गई जहां आस्था, परंपरा और सामाजिक एकता ने मिलकर भक्तिभाव का उत्सव रचा।

महासमुंद/स्कूल शिक्षा विभाग समग्र शिक्षा के द्वारा जिला महासमुंद में 4.15 लाख नि: शुल्क पुस्तक वितरित

महासमुंद/स्कूल शिक्षा विभाग समग्र शिक्षा के द्वारा जिला महासमुंद में 4.15 लाख नि: शुल्क पुस्तक वितरित

 

पुस्तक पाकर बच्चे खुशी से झूम उठे

महासमुन्द कलेक्टर श्री विनय लंगेह के मार्गदर्शन में जिले के 1.44 लाख छात्र छात्राओं को 4.15 लाख पुस्तक वितरण किया गया है।जिला शिक्षा अधिकारी श्री विजय लहरे एवं जिला मिशन समन्वयक समग्र शिक्षा श्री रेखराज शर्मा ने बताया कि नि: शुल्क पाठ्य पुस्तक कक्षा पहली से दसवीं के सभी छात्रों प्रदाय किया जा रहा है जिसमें अशासकीय विद्यालयों के छात्रों को भी नि: शुल्क पाठ्य पुस्तक दिया जाएगा ।संकुल समन्वयक आरिफ बेग संकुल केंद्र अंकोरी विकासखण्ड बसना द्वारा पुस्तक वितरण का अवलोकन किया गया। विद्यालय शासकीय प्राथमिक शाला परगला की कुल दर्ज संख्या 51 हैं शाला मे 2 शिक्षक पदस्थ हैं प्रधान पाठक के रूप मे श्री सदाशिव चौहान (भूतपूर्व सैनिक )पदस्थ हैं शाला को युक्तियुक्तकरण मे वर्तमान मे एक और शिक्षक श्री खीरसागर भोई प्राप्त हुआ है।शासकीय प्राथमिक शाला परगला छत्तीसगढ़ की अंतिम सीमा मे बसा हुआ ग्राम पंचायत पलसा पाली का आश्रित ग्राम हैं इसके पश्चात उड़ीसा राज्य की सीमा प्रारम्भ हो जाती हैं वहां कक्षा 2 री के बच्चों को पुस्तक मिला तो छात्र गजेन्द्र नायक सहित सभी छात्र खुशी से झूम उठे।

महासमुंद / 10 पदो के भर्ती के लिए आवेदन 21 जुलाई तक / गुमशुदा बच्चों और बच्चों के खिलाफ होने वाले अन्य अपराधों के लिए रिक्त आरक्षी केन्द्रों तथा लीगल एड क्लिीनिकों में एक-एक पैरालिगल वॉलिटिंयर की नियुक्ति की जाएगी।

महासमुंद / 10 पदो के भर्ती के लिए आवेदन 21 जुलाई तक / गुमशुदा बच्चों और बच्चों के खिलाफ होने वाले अन्य अपराधों के लिए रिक्त आरक्षी केन्द्रों तथा लीगल एड क्लिीनिकों में एक-एक पैरालिगल वॉलिटिंयर की नियुक्ति की जाएगी।

महासमुंद 05 जुलाई 2025/ नालसा एवं छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, बिलासपुर एवं गुमशुदा बच्चों और बच्चों के खिलाफ होने वाले अन्य अपराधों के लिए रिक्त आरक्षी केन्द्रों तथा लीगल एड क्लिीनिकों में एक-एक पैरालिगल वॉलिटिंयर की नियुक्ति की जाएगी। जिसके लिए इच्छुक अभ्यर्थियों से 21 जुलाई 2025 तक आवेदन मंगाए गए है। पैरालिगल वंालिटिंयर का कार्यदिवस एवं मानदेय के संबंध में नालसा एवं छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, बिलासपुर द्वारा निर्धारण के अनुसार मानदेय का भुगतान किया जाएगा। पैरालिगल वॉलेटियर की नियुक्ति हेतु आवश्यक

योग्यता कक्षा 12वीं उत्तीर्ण, कम्प्युटर, मोबाईल एवं इंटरनेट का पर्याप्त ज्ञान होना एवं विधिक सेवा का कार्य करने की इच्छुक होना आवश्यक है। आरक्षी केन्द्रो से संबंधित एवं उनके नजदीक के युवक युवतियों, समाज सेवी, सेवा निवृत्त शासकीय कर्मचारी एवं विधि छात्रों को प्राथमिकता दी जाएगी। पैरालिगल वॉलिटिंयर के रिक्त 10 पदों के भर्ती के संबंध में विस्तृत जानकारी एवं आवेदन का प्रारूप जिला न्यायालय महासमुंद के शासकीय वेबसाईट

https:/mahasamundund.dcourts.gov.in से प्राप्त किया जा सकता है। अतः इच्छुक व्यक्ति जो उपरोक्त योग्यता रखता है वह दिनांक 21 जुलाई 2025 के साय 5 बजे तक अपना आवेदन रजिस्टार्ड डाक, कोरियर तथा व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर जिला न्यायालय परिसर, एडीआर भवन विधिक सेवा प्राधिकरण महासमुंद के कार्यालय में प्रस्तुत कर सकता है।