इलाज के 48 घंटे बाद मरीज चलने में समर्थ
26 वर्षीय बसना निवासी खेल प्रेमी को वयस्क है ,खेल के दौरान पैर में चोट लगने के बाद अत्याधिक घुटनों में दर्द से पीड़ित था। सामान्य इलाज एवं महीनों से दर्द की गोलियां खाने पर भी मरीज को आराम नहीं मिला। कई बार एक्स-रे भी कराया इंजेक्शन भी लगवाया पर आराम नहीं मिलने पर अग्रवाल नर्सिंग होम में उपस्थित हड्डी एवं जोड़ प्रत्यारोपण विशेषज्ञ डॉ संदीप सराफ अग्रवाल से परामर्श लिया गया। उन्होंने बताया मरीज के हड्डी में किसी प्रकार का फ्रैक्चर नहीं है परंतु चोट के कारण घुटने के लिगामेंट में इंजरी है, उन्होंने मरीज का MRI कराने के पश्चात आर्थ्रोस्कॉपी यानी दूरबीन द्वारा घुटनों की जांच करी,और पाया गया की घुटने का ACL लिगामेंट टूट गया है ,जिसे दूरबीन द्वारा फिर से बनाया गया और ऑपरेशन पूरी तरह सफल रहा ।

मरीज मात्र 48 घंटे बाद पूरी तरह चलने में समर्थ रहा ,घुटने के सारे मूवमेंट करने में सक्षम रहा और यह ऑपरेशन उसका आयुष्मान योजना के तहत निशुल्क किया गया ।ज्ञात हो इस प्रकार की सर्जरी बड़े शहरों में लाखों रुपए में की जाती है ,और मरीज को बार-बार परामर्श के लिए एवम फोलो अप के लिए जाना भी पड़ता है। इस प्रकार की जटिल सर्जरी बसना में होना मरीजों का आर्थिक भार के साथ-साथ समय भी बचाता है। डॉ अमित अग्रवाल ने बताया कि आर्थ्रोस्कॉपी का पूरा सेटअप हमारे हॉस्पिटल में उपलब्ध है ,केवल जांच के लिए मरीज को रायपुर भेजा गया और उसके बाद पूरा इलाज बसना में ही किया गया। आर्थ्रोस्कॉपी प्रक्रिया एक्सपर्ट डॉक्टर के द्वारा ही किया जा सकता है जिसमें उनकी दक्षता हो अन्यथा जॉइंट खराब भी होने का खतरा बना रहता है। अग्रवाल नर्सिंग होम के संचालक ने यह भी बताया ,किसी भी प्रकार के खेल खेलते समय चोट लगने पर जोड़ों के लिगामेंट में इंजरी हो जाती है, जोकि एक्स-रे में भी नहीं दिखता और मरीज दर्द की गोलियां खाते रहता है। कभी भी खेल के दौरान चोट लगने पर आप अग्रवाल नर्सिंग होम में डॉक्टर संदीप अग्रवाल से परामर्श कर उचित इलाज का लाभ उठा सकते हैं ।ज्ञात हो ,डॉक्टर संदीप सर्राफ विशाखापट्टनम के प्रसिद्ध अस्पतालों में 10 वर्षों की सेवाएं दे चुके हैं ,और वह खेल चिकित्सा ,हड्डी ,जोड़ प्रत्यारोपण एवं स्पाइन के विशेषज्ञ सर्जन है जोकि अग्रवाल नर्सिंग होम में प्रतिदिन उपलब्ध हैं




