LATEST ARTICLES

सरायपाली / रिमजी के छात्रों द्वारा व्यावसायिक शिक्षा हेतु सब्जी बाजार भ्रमण

सरायपाली / रिमजी के छात्रों द्वारा व्यावसायिक शिक्षा हेतु सब्जी बाजार भ्रमण

रिमजी ( सरायपाली , महासमुन्द ) — शासकीय उच्च प्राथमिक शाला रिमजी, संकुल- सिंघोड़ा में विकास खंड शिक्षा अधिकारी प्रकाशचंद्र मांझी, सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी डी.एन.दीवान एवं विकासखंड स्रोत केंद्र समन्वयक सतीस स्वरूप पटेल के मार्गदर्शन से व्यावसायिक शिक्षा के अंतर्गत विद्यार्थियों को व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करने के उद्देश्य से दिनांक 11/07/2025 को एक शैक्षणिक अध्ययन भ्रमण का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानपाठक ओम प्रकाश साव एवं शिक्षक कमल नारायण भोई के नेतृत्व में विद्यार्थियों को ग्राम के समीप स्थित चौराहा के समीप हाट-बाजार में ले जाया गया।

इस शैक्षणिक भ्रमण का उद्देश्य विद्यार्थियों को वास्तविक जीवन के व्यापारिक वातावरण से जोड़ना और उनकी गणितीय, आर्थिक एवं सामाजिक समझ को सुदृढ़ करना था। बच्चों ने हाट-बाजार में चल रही खरीद-बिक्री, वस्तुओं का संग्रहण, मूल्य निर्धारण, नफा-नुकसान की गणना, तथा आयात-निर्यात जैसी गतिविधियों का प्रत्यक्ष अवलोकन किया।

बच्चों ने सीखा कि किस प्रकार व्यापारी वस्तुओं की लागत, परिवहन खर्च और लाभ जोड़कर वस्तु का मूल्य तय करते हैं। उन्होंने विभिन्न प्रकार के तुला (तराजू, बाट आदि), डिजिटल तुला का प्रयोग भी देखा, जिससे उन्हें मापन की शुद्धता का महत्व समझ में आया।

बाजार में वस्तुओं की सुरक्षा, उनकी संग्रहण विधियाँ, ग्राहक सेवा की शैली, और वस्तु विनिमय एवं मुद्रा आधारित लेन-देन की बारीकियों को बच्चों ने नजदीक से जाना। साथ ही, उन्होंने व्यापारियों से जिज्ञासावश अनेक प्रश्न पूछे, जैसे—वस्तुएँ कहाँ से लाते हैं, कितने में बेचते हैं, क्या-कैसे नुकसान होता है, और पर्यावरण का व्यापार पर क्या प्रभाव पड़ता है। व्यापारियों ने भी बच्चों के प्रश्नों का उत्तर आत्मीयता से दिया।

इस दौरान विद्यार्थियों ने वर्तमान और पूर्व काल के मूल्य की तुलना कर मूल्यवृद्धि (अधिमूल्यन) और मूल्यह्रास (अवमूल्यन) की अवधारणाओं को भी समझा, जो उन्हें गणित एवं सामाजिक विज्ञान में व्यवहारिक ज्ञान प्रदान करता है।

इस अध्ययन भ्रमण ने विद्यार्थियों को व्यवसायिक, गणितीय एवं सामाजिक पहलुओं से रूबरू करवाया। उन्हें यह अनुभव न केवल कक्षा के बाहर की शिक्षा का ज्ञान देने वाला रहा, बल्कि उनके तार्किक सोच, संवाद कौशल और पर्यावरणीय जागरूकता को भी मजबूत करने वाला सिद्ध हुआ।
इसी तरह से व्यावसायिक शिक्षा के अंतर्गत छात्रों को प्रत्येक माह आसपास स्थित व्यावसायिक क्षेत्र ईट भट्टी, हथकरघा वस्त्र उद्योग, भवन निर्माण, सब्जी की खेती, चिकित्सालय में व्यावहारिक ज्ञान हेतु परिभ्रमण कराया जाता है, जिसमें शाला प्रबंधन समिति एवं पालकों का भी विशेष सहयोग प्राप्त होता है।
विद्यालय परिवार एवं शिक्षकगण और साथ ही साथ ग्रामीण लोकजन व व्यापारिक गणों ने भी इस शैक्षणिक प्रयास की जमकर सराहना की तथा भविष्य में इस प्रकार के और व्यावहारिक कार्यक्रमों की योजना बनाने की बात कही।

बसना अग्रवाल नर्सिंग होम में किडनी रोगों की जाँच और उपचार हेतु विशेष स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध आज 12जुलाई को सुबह 12बजे से।

बसना अग्रवाल नर्सिंग होम में किडनी रोगों की जाँच और उपचार हेतु विशेष स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध आज 12 जुलाई को सुबह 12बजे से

जिले का सबसे बड़ा और आधुनिक डायलिसिस यूनिट, निःशुल्क इलाज की सुविधा भी उपलब्ध

बसना, 12 जुलाई 2025: बसना स्थित अग्रवाल नर्सिंग होम मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में किडनी रोगों के इलाज हेतु एक अत्याधुनिक विभाग की स्थापना की गई है, जिसमें सभी प्रकार के किडनी संबंधी रोगों का उपचार और डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध है। हॉस्पिटल के नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. रवि धर (MBBS, DNB) की देखरेख में यह सेवा संचालित की जा रही है।

अग्रवाल नर्सिंग होम में डायबिटिक किडनी रोग, किडनी फेल्योर, सूजन व संक्रमण, प्रोस्टेट ग्रंथि की समस्या, पथरी, मूत्र संक्रमण, पेशाब में झाग आना, रक्त की कमी (एनीमिया), कमजोरी, तथा पैरों की सूजन जैसी समस्याओं का समुचित इलाज किया जा रहा है।

डॉ. रवि धर ने बताया कि डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और मोटापे से ग्रसित मरीजों को समय-समय पर किडनी की जांच अवश्य करानी चाहिए, ताकि गंभीर बीमारियों से समय रहते बचाव हो सके।

विशेषताएं:

जिले का सबसे बड़ा और अत्याधुनिक 8 बिस्तरों वाला डायलिसिस यूनिट

प्रतिदिन दोपहर 12 बजे से डायलिसिस की सुविधा

बीजू स्वास्थ्य सहायता योजना एवं आयुष्मान कार्ड धारकों के लिए निःशुल्क इलाज

यह सुविधा बसना सहित आसपास के क्षेत्रों के रोगियों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आई है। नागरिकों से अपील की गई है कि किसी भी प्रकार की किडनी या पेशाब संबंधी समस्या में विलंब न करें और विशेषज्ञ सलाह लें।

अग्रवाल नर्सिंग होम, बसना, जिला महासमुंद (छ.ग.) संपर्क: 07770-868473, 91652-66994, 98931-53699

बागबाहरा: मुक्तिधाम के पीछे गार्डन से अवैध शराब बेचते बुजुर्ग गिरफ्तार, 20 पौवा देशी शराब जब्त

बागबाहरा: मुक्तिधाम के पीछे गार्डन से अवैध शराब बेचते बुजुर्ग गिरफ्तार, 20 पौवा देशी शराब जब्त

थाना बागबाहरा पुलिस ने एक बार फिर अवैध शराब कारोबार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए एक 68 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। आरोपी मुक्तिधाम के पीछे स्थित गार्डन के पास अवैध रूप से देशी प्लेन शराब बेचते पाया गया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, बागबाहरा थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक को मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति अवैध रूप से शराब की बिक्री कर रहा है। इस सूचना पर तत्काल थाना प्रभारी को अवगत कराकर प्रधान आरक्षक, आरक्षक क्र. 192 वीरेंद्र तिवारी तथा गवाह धीरज कुमार एवं अशोक बघेल के साथ शासकीय वाहन क्रमांक CG 03 8398 में मौके पर रवाना हुए।

मुक्तिधाम के पीछे गार्डन के पास घेराबंदी कर संदेह के आधार पर एक व्यक्ति को पकड़ा गया, जिसने अपना नाम ओम प्रकाश सलूजा, पिता गुलाकी राम सलूजा, उम्र 68 वर्ष, निवासी वार्ड क्रमांक 08, कर्रापारा, बागबाहरा बताया।

तलाशी के दौरान आरोपी के पास से एक हरे रंग के “मारुति बिरयानी राइस” लिखे प्लास्टिक थैले में कुल 20 पौवा देशी प्लेन शराब (प्रत्येक 180ml, कुल 3.6 लीटर) कीमत लगभग ₹1800 तथा ₹200 नगद शराब बिक्री की राशि बरामद की गई। आरोपी से वैध दस्तावेज प्रस्तुत करने को कहा गया, लेकिन वह ऐसा कोई प्रमाण नहीं दे सका।

मौके पर ही आरोपी के विरुद्ध धारा 34(1)(क) छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम के तहत देहाती नालिश दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। जप्तशुदा शराब को गवाहों के समक्ष सीलबंद कर कब्जे में लिया गया है। मामले की विवेचना जारी है।

पुलिस प्रशासन ने जनता से अपील की है कि ऐसे अवैध कार्यों की सूचना तत्काल नजदीकी थाना को दें, ताकि समाज को नशा मुक्त बनाया जा सके।

सरायपाली/नाबालिग से अनाचार, आरोपी को 20 वर्ष का सश्रम कारावास

सरायपाली/नाबालिग से अनाचार, आरोपी को 20 वर्ष का सश्रम कारावास

सरायपाली थाना अंतर्गत एक ग्राम से एक नाबालिग युवती को बहला फुसलाकर भगा ले जाने और उसके साथ अनाचार करने के लगभग 4 वर्ष पूर्व अगस्त 2021 के एक मामले में बीते 7 जुलाई को पवन कुमार अग्रवाल जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश एफटीएससी(पॉक्सो) सरायपाली के द्वारा आरोपी युवक को 20 वर्ष के सश्रम कारावास एवं 2 हजार रूपये के अर्थदण्ड से दण्डित किया गया है। शासन की ओर से मामले की पैरवी विशेष लोक अभियोजक लोचन प्रसाद साहू ने की।

मिली जानकारी अनुसार विगत 4 अगस्त 2021 को नाबालिग के पिता ने थाने में लिखित रिपोर्ट दर्ज कराई कि अभियुक्त लभ कुंभार उर्फ उमेश कुमार उर्फ लव कुमार पिता अभि कुंभार निवासी ग्राम घेंसरा, जगदलपुर जिला बरगढ़ ओडिशा उनके घर आया और बताया कि उसकी मोटरसायकल खराब हो गई है, जिसे बनवाने के लिए ग्राम तोरेसिंहा आया था। पूर्व से परिचित वह युवक तोरेसिंहा से नाश्ता करके आते हैं कहकर उनके बेटे एवं लगभग 16 वर्षीया उनकी नाबालिग पुत्री को भी अपने साथ लेकर गया। नाश्ते की दुकान में वह उसके बेटे को छोड़कर उसकी नाबालिग पुत्री को बहला फुसलाकर भगाकर ले गया। प्रार्थी के रिपोर्ट पर पुलिस द्वारा आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत अपराध कायम कर मामले को विवेचना में लिया गया। विवेचना के दौरान नाबालिग को अन्यत्र ले जाकर उसके साथ अनाचार करने की घटना भी सामने आई। मामले की विवेचना तात्कालीन थाना प्रभारी बलौदा नसीमुद्दीन खान के द्वारा की गई तथा विवेचना पूर्ण होने पर अभियुक्त के खिलाफ भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 363, 366(क), 376(2) (एन), 376(3) एवं लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 की धारा 6 के तहत अभियोग पत्र तैयार कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया। न्यायालय में मामले के संपूर्ण विचारण के पश्चात् दोषसिद्ध पाये जाने पर जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश श्री अग्रवाल के द्वारा आरोपी को धारा 363 में 7 वर्ष, 366 में 7 वर्ष एवं धारा 6 के तहत 20 वर्ष के सश्रम कारावास की सजा सुनाई गई है। सभी सजाएँ साथ-साथ चलेंगी।

सरायपाली / युक्तियुक्तकरण में अनियमितता, बीईओ के विरुद्ध उच्चाधिकारियों से शिकायत 

सरायपाली / युक्तियुक्तकरण में अनियमितता, बीईओ के विरुद्ध उच्चाधिकारियों से शिकायत

सरायपाली  विकासखंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) सरायपाली पर युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया में मनमानी, भेदभावपूर्ण रवैया अपनाने और शासन के निर्देशों की अवहेलना करने के आरोप लगे हैं। इस संबंध में संयुक्त शिक्षक संघ छत्तीसगढ़ के प्रांतीय सचिव रूपानंद पटेल ने संचालक लोक शिक्षण संचालनालय और संयुक्त संचालक, शिक्षा संभाग रायपुर को कई बिंदुओं पर आधारित शिकायत पत्र सौंपा है। इस दौरान अन्य शिक्षक संघों के पदाधिकारी भी मौजूद थे।

शिकायत पत्र में आरोप लगाया गया है कि बीईओ प्रकाशचंद्र मांझी ने युक्तियुक्तकरण के दौरान कई तथ्यों को जानबूझकर छुपाया और नियमों को दरकिनार करते हुए पक्षपातपूर्ण निर्णय लिए। उदाहरण स्वरूप, आदिवासी कन्या आश्रम छुईपाली की दर्ज संख्या केवल 43 होने के बावजूद वहां तीन शिक्षिकाओं की तैनाती बरकरार रखी गई, जबकि शासन के अनुसार 60 से कम दर्ज संख्या वाले स्कूलों में अधिकतम दो शिक्षकों की ही आवश्यकता होती है। इसके बावजूद इन शिक्षिकाओं को ‘अतिशेष’ नहीं माना गया, जिससे संदेह उत्पन्न हो रहा है।

इसके अतिरिक्त, शासकीय प्राथमिक शाला बालसी और उच्च प्राथमिक शाला बालसी, तथा प्राथमिक, उच्च प्राथमिक व हाई स्कूल पैकिन को एक ही परिसर मानकर मर्ज कर दिया गया, जबकि उनके भवन अलग-अलग हैं। वहीं बीईओ पर यह भी आरोप है कि उन्होंने अपने गृह ग्राम कोकड़ी (बारोडोली) की शाला, जिसकी दर्ज संख्या मात्र 08 थी, को गलत जानकारी देकर युक्तियुक्तकरण और मर्जिंग से बचा लिया, जबकि समीपस्थ डुमरपाली शाला महज 1 किमी की दूरी पर स्थित है।

श्री पटेल ने उक्त शिकायतों की निष्पक्ष जांच करवाकर दोषियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की है।

शासन के निर्देशानुसार ही हुआ है युक्तियुक्तकरण– बीईओ मांझी

इस विषय में संपर्क किए जाने पर बीईओ प्रकाशचंद्र मांझी ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि युक्तियुक्तकरण की पूरी प्रक्रिया शासन के दिशा-निर्देशों के अनुसार पारदर्शी तरीके से की गई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन आश्रम शालाओं में अधीक्षक नियुक्त हैं, वहाँ दर्ज संख्या के आधार पर युक्तियुक्तकरण लागू नहीं होता, इसी कारण छुईपाली आश्रम को मुक्त रखा गया।

बालसी और पैकिन स्कूलों को मर्ज करने पर उन्होंने बताया कि विद्यालय परिसरों की भौगोलिक स्थिति और पास-पास होने की वजह से यह मर्जिंग की गई, जो शासन के नियमों के अनुरूप है। कोकड़ी शाला की स्थिति पर उन्होंने कहा कि ब्लॉक में दर्ज संख्या 10 से कम वाले कुल 17 स्कूल हैं, लेकिन दूरी के मापदंड को ध्यान में रखते हुए केवल 3 शालाओं को मर्ज किया गया है।

बीईओ मांझी ने आरोपों को “राजनीतिक प्रेरित और तथ्यहीन” बताया और कहा कि यदि जांच होती है तो सभी तथ्यों को स्पष्ट रूप से सामने रखा जाएगा।

महासमुंद पटेवा / हाईवा ट्रकों से बड़े पैमाने पर डीजल चोरी, ट्रांसपोर्टर ने जताया सफेद स्कॉर्पियो पर संदेह

महासमुंद पटेवा / हाईवा ट्रकों से बड़े पैमाने पर डीजल चोरी, ट्रांसपोर्टर ने जताया सफेद स्कॉर्पियो पर संदेह / स्थान: झलप, थाना पटेवा, जिला महासमुंद | तारीख: 10 जुलाई 2025

थाना मे दर्ज FIR के अनुसार वृंदावन कॉलोनी, ग्राम पंचायत झलप, थाना पटेवा निवासी एक ट्रांसपोर्ट व्यवसायी ने अपने छह हाईवा ट्रकों से बड़े पैमाने पर डीजल चोरी की शिकायत दर्ज कराई है। घटना 22 फरवरी 2025 की रात की बताई जा रही है, जब उनके सभी ट्रक घर के सामने खड़े थे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, ट्रांसपोर्ट व्यवसायी [आपका नाम] ने बताया कि उन्होंने अपने ट्रक क्रमांक CG 06 HB 9666, CG 06 GW 6660, CG 06 GY 6660, CG 06 HA 9666, CG 06 GW 9666 एवं CG 06 GV 6660 को रात करीब 8 बजे अपने निवास के सामने ड्राइवरों की मदद से लॉक कर खड़ा किया था।

अगली सुबह 23 फरवरी को उनके मुंशी लोकेश ध्रुव ने उन्हें जानकारी दी कि सभी ट्रकों के डीजल टैंकों के ढक्कन खुले हैं और डीजल पूरी तरह से गायब है। कुल मिलाकर लगभग 600 लीटर डीजल जिसकी अनुमानित कीमत ₹55,800 बताई गई है, चोरी हो गया।

व्यवसायी ने संदेह जाहिर किया कि वारदात के समय एक सफेद रंग की स्कॉर्पियो संदिग्ध स्थिति में घटनास्थल के आसपास घूम रही थी। हालांकि, वाहन का नंबर ज्ञात नहीं हो सका।

उन्होंने यह भी बताया कि सभी ट्रकों में नियमित रूप से श्री ओम स्वास्तिक फ्यूल्स, रसनी से फुल टैंक डीजल भरवाया जाता है।

घटना के बाद से वे खुद मामले की जानकारी जुटाने में लगे थे, लेकिन जब किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे तो आखिरकार 10 जुलाई 2025 को थाना पटेवा में रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे। मामले मे विवेक पटेल की शिकायत पर अज्ञात आरोपी के खिलाप मामला दर्ज किया गया है

पुलिस कार्रवाई:
पटेवा थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है और संदिग्ध वाहनों की जानकारी एकत्र की जा रही है।

स्थानीय परिवहन व्यवसायियों में आक्रोश
लगातार हो रही डीजल चोरी की घटनाओं को लेकर ट्रांसपोर्टरों में आक्रोश है। उन्होंने पुलिस से रात्रि गश्त बढ़ाने और डीजल चोर गिरोह पर अंकुश लगाने की मांग की है।

महासमुंद विधानसभा खल्लारी के बी एल ओ एवं सुपरवायजर का एक दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न

महासमुंद विधानसभा खल्लारी के बी एल ओ एवं सुपरवायजर का एक दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न

महासमुंद मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रायपुर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी महासमुंद के निर्देश पर विधानसभा खल्लारी 41 के बूथ लेवल अधिकारी एवं बी एल ओ सुपरवायजर का एक दिवसीय प्रशिक्षण शुक्रवार को जनपद सभागार बागबाहरा मे 50-50 के बैच मे प्रातः 11:00 बजे से सायं 5:00 बजे तक रखा गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम मे अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी उमेश कुमार साहू, तहसीलदार एवं सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी नितिन ठाकुर ने बूथ लेवल ऑफिसर को प्रशिक्षण की गतिविधियों को अच्छे से समझने एवं आगामी मतदाता सूची पुनरीक्षण के समय त्रुटि रहित मतदाता सूची बनाने के लिए कार्य करने को कहा। मास्टर ट्रैनर्स द्वारा बूथ लेवल ऑफिसर्स को उनके नियोजन, दायित्व एवं कार्य करने के आचरण तथा वी एच ए एप तथा बी एल ओ ऐप संचालन की विधि बताई, जिसमे प्रोजेक्टर एवं पी पी टी के माध्यम से एप के प्रत्येक चरण को भरकर समझाया गया जिससे बी एल ओ को एप पर मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य करने मे असुविधा ना हो एवं व्ही एच ए वोटर हेल्प एप के माध्यम से अपने वोटर्स को मतदाता सूची मे भी नाम जोड़ने, नाम हटाना एवं संसोधन सीखा सकें प्रशिक्षण उपरांत प्रशिक्षणर्थियों को दिए गए। प्रशिक्षण से सम्बंधित प्रश्न पूछे गए एवं उनके जवाब प्रशिक्षणर्थियों द्वारा दिया गया प्रशिक्षण उपरांत बी एल ओ की ओर से सरोज चंद्राकर बी एल ओ अमेठी ने फीड बैक दिया। प्रशिक्षण की द्वितीय पाली शनिवार को जनपद पंचायत बागबाहरा के सभा कक्ष पर रखा गया है जिसमे 50-50 के बैच पर शेष बचे बी एल ओ एवं सुपरवायजर को ट्रेनिंग दी जावेगी। प्रशिक्षण मे नायब तहसीलदार नंदिनी देवी वर्मा के साथ मास्टर ट्रेनर राजेश कौशिक, पंकज गिरी शर्मा, अंकित चंद्राकर, मनोज चंद्राकर, मोहिंदर पांडे, प्रदीप वर्मा, मनीष अवसरिया एवं भूपेंद्र निराला उपस्थित रहे।

महासमुंद/नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा 2026 के लिए आवेदन शुरू, 29 जुलाई अंतिम तिथि

महासमुंद/नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा 2026 के लिए आवेदन शुरू, 29 जुलाई अंतिम तिथि

महासमुंद जिले में जवाहर नवोदय विद्यालय, छिन्दपाली (सरायपाली) में संचालित है। शैक्षणिक सत्र 2026-27 हेतु कक्षा 6वीं में प्रवेश के लिए जवाहर नवोदय विद्यालय चयन परीक्षा का आयोजन शनिवार 13 दिसंबर 2025 को पूर्वान्ह 11ः30 बजे से 01ः30 बजे तक किया जाएगा। इस प्रवेश परीक्षा हेतु ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 29 जुलाई 2025 निर्धारित की गई है। विद्यार्थी व पालक https://navodaya.gov.in पर लॉगिन कर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इस परीक्षा में सत्र 2025-26 में कक्षा 5 वीं में अध्ययनरत विद्यार्थी आवेदन कर सकते हैं।

कलेक्टर ने समस्त विकासखण्ड शिक्षा अधिकारियों एवं प्रधान पाठकों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र के विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा 5वीं के अधिकतम बच्चों को इस परीक्षा हेतु रजिस्टर्ड कराएं एवं ऑनलाइन आवेदन भरने की प्रक्रिया की जानकारी भी बच्चों और अभिभावकों को प्रदान करें। विस्तृत जानकारी के लिए विद्यालय की वेबसाइट www.jnvmahasamund.in या विद्यालय स्तरीय हेल्प डेस्क नम्बर 9340503117 (श्री पप्पू सूर्यवंशी) एवं 9753490927 (श्री अधिकल्प यदु) पर सम्पर्क कर सकते हैं।

महासमुंद/ कृषक उन्नति योजना से अब खरीफ में दलहन-तिलहन, मक्का तथा लघु धान्य फसलों का उत्पादन करने वाले कृषकों को मिलेगा आदान सहायता राशि का लाभ

महासमुंद/ कृषक उन्नति योजना से अब खरीफ में दलहन-तिलहन, मक्का तथा लघु धान्य फसलों का उत्पादन करने वाले कृषकों को मिलेगा आदान सहायता राशि का लाभ

कृषक उन्नति योजना हेतु निर्देश जारी

महासमुंद राज्य का अधिकांश क्षेत्र वर्षा आधारित होने से मौसमीय प्रतिकूलता एवं कृषि आदान लागत में वृद्धि के कारण कृषि आय में अनिश्चितता बनी रहती है, जिसके कारण कृषक फसल उत्पादन के लिए आवश्यक आदान जैसे उन्नत बीज, उर्वरक, कीटनाशक, यांत्रिकीकरण एवं नवीन कृषि तकनीकी में पर्याप्त निवेश नहीं कर पाते हैं। राज्य सरकार द्वारा कृषि में पर्याप्त निवेश एवं कास्त लागत राहत देने के लिए कृषक उन्नति योजना प्रारंभ की गई है। फसल विविधीकरण को प्रोत्साहन देने, दलहन तिलहन फसलों के क्षेत्र विस्तार तथा इनके उत्पादन में आत्मनिर्भरता के लक्ष्य के साथ योजनांतर्गत चिन्हित अन्य फसलों पर आदान सहायता राशि दिए जाने का निर्णय लिया गया है। जिससे धान के अतिरिक्त दलहन-तिलहन, मक्का व अन्य फसलों की खेती करने वाले कृषकों को 10,000 रूपए प्रति एकड़ की दर से आदान सहायता राशि प्रदान की जाएगी। इसके अतिरिक्त विगत खरीफ में एकीकृत किसान पोर्टल में पंजीकृत ऐसे किसान जिन्होंने धान की फसल लगाई हो तथा प्रदेश की सहकारी समितियों में समर्थन मूल्य पर धान विक्रय किया हो उन्हें धान के स्थान पर अन्य खरीफ फसल हेतु एकीकृत किसान पोर्टल में पंजीयन तथा गिरदावरी में रकबे की पुष्टि उपरांत मान्य रकबे पर राशि 11,000 रूपए प्रति एकड़ की दर से आदान सामग्री का भुगतान होगा।

कृषक उन्नति योजना का मुख्य उद्देश्य फसल क्षेत्राच्छादन, उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि, फसल के कास्त लागत में कमी लाकर कृषकों की आय में वृद्धि तथा उनके सामाजिक-आर्थिक स्तर में सुधार के साथ-साथ कृषकों को उन्नत बीज, उर्वरक, कीटनाशक, मानव श्रम, यांत्रिकीकरण एवं नवीन कृषि तकनीकी में निवेश हेतु प्रोत्साहन, फसल विविधीकरण को प्रोत्साहन देते हुए कृषि को लाभ के व्यवसाय के रूप में पुर्नस्थापित करना। योजना का क्रियान्वयन खरीफ 2025 से किया जाएगा।

कृषक उन्नति योजना का लाभ केवल उन्हीं कृषकों को मिलेगा, जिन्होंने एकीकृत किसान पोर्टल में पंजीयन कराया हो। एकीकृत किसान पोर्टल में पंजीकृत ऐसे समस्त कृषक जिनके द्वारा खरीफ मौसम में जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक से संबद्ध प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों (लैम्पस सहित) अथवा छत्तीसगढ़ राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम लिमिटेड को धान अथवा धान बीज का विक्रय किया गया हो। विगत खरीफ मौसम में एकीकृत किसान पोर्टल में पंजीकृत ऐसे कृषक जिन्होंने धान फसल लगायी हो तथा प्रदेश की सहकारी समितियों में समर्थन मूल्य पर धान विक्रय किया हो तथा वर्तमान में धान के स्थान पर अन्य खरीफ फसल लेने हेतु पंजीयन कराया हो, जिसके द्वारा खरीफ मौसम में दलहन, तिलहन, मक्का लघु धान्य फसल (कोदो, कुटकी एवं रागी) एवं कपास फसल हेतु पंजीयन कराया गया हो। संस्थागत समितियां जैसे-ट्रस्ट, मंडल, प्राईवेट लिमिटेड, शाला विकास समिति तथा केन्द्र व राज्य शासन के संस्थान को योजनान्तर्गत पात्रता नहीं होगी। कृषकों को आदान सहायता राशि का भुगतान कृषि भूमि सीलिंग कानून के प्रावधानों के अध्याधीन किया जाएगा।

कृषक उन्नति योजना अंतर्गत आदान सहायता राशि कृषकों के बैंक खाते में प्रत्यक्ष डीबीटी के माध्यम से की जाएगी। खरीफ 2025 में प्रदेश के किसानों से उपार्जित धान की मात्रा पर धान (कॉमन) पर राशि 731 रूपए प्रति क्विंटल की दर से अधिकतम राशि 15351 रूपए प्रति एकड़ तथा धान (ग्रेड-ए) पर राशि 711 रूपए प्रति क्विंटल की दर से अधिकतम राशि 14931 रूपए प्रति एकड़ की दर से आदान सहायता राशि प्रदान किया जाएगा। विगत खरीफ में एकीकृत किसान पोर्टल में पंजीकृत ऐसे कृषक जिन्होंने धान फसल लगायी हो तथा प्रदेश की सहकारी समितियों में समर्थन मूल्य पर धान विक्रय किया हो, उन्हें धान के स्थान पर अन्य खरीफ फसल हेतु एकीकृत किसान पोर्टल में पंजीयन तथा गिरदावरी में रकबे की पुष्टि उपरांत, मान्य रकबे पर राशि 11,000 रूपए प्रति एकड़ की दर से आदान सहायता राशि प्रदान किया जाएगा।

खरीफ में दलहन, तिलहन, मक्का लघु धान्य फसल कोदो, कुटकी एवं रागी तथा कपास लेने वाले कृषकों को एकीकृत किसान पोर्टल पर पंजीयन तथा गिरदावरी में रकबे की पुष्टि उपरांत मान्य रकबे पर राशि 10,000 रूपए प्रति एकड़ की दर से आदान सहायता राशि प्रदान किया जाएगा। किसी कृषक को अधिक भुगतान होने की स्थिति में संबधित कृषक से राशि वसूल की जा सकेगी। योजना का क्रियान्वयन मार्कफेड, खाद्य विभाग, छत्तीसगढ़ राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम लिमिटेड तथा संचालनालय कृषि के माध्यम से किया जाना है।

महासमुंद/ग्राम पंचायत कोसरंगी में ग्राम पंचायत योजना एवं सुविधा टीम मंच की स्थापना

महासमुंद/ग्राम पंचायत कोसरंगी में ग्राम पंचायत योजना एवं सुविधा टीम मंच की स्थापना

महासमुंद ग्राम पंचायत कोसरंगी में आज कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें ग्राम पंचायत योजना एवं सुविधा टीम जीपीवायएसटी मंच की स्थापना की गई। इस कार्यक्रम का उद्देश्य पंचायत के सतत विकास के लिए 9 क्षेत्रों में सतत विकास पर प्रशिक्षण देना और टीम सदस्यों की भूमिका व जिम्मेदारियों को स्पष्ट करना था।

कार्यक्रम में जीपीवायएसटी मंच की औपचारिक स्थापना की गई। 9 एलएसडीजी थीम्स पर जागरूकता और रणनीतिक योजना बनाई गई तथा साथ ही टीम के सदस्यों की भूमिका, कार्यक्षमता और भागीदारी का निर्धारण किया गया। कार्यक्रम में सरपंच श्री दिनेश साहू, डीएमसी श्री रेखराज शर्मा, फेसिलिटेट श्री विजय सैनी, प्रोग्राम लीडर श्री सुरेन्द्र कुमार, पंचायत सचिव, वार्ड पंच, फ्रंटलाइन कार्यकर्ता शिक्षक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, 5 युवा प्रतिनिधि एवं 16 सक्रिय समुदाय सदस्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रोग्राम लीडर श्री सुरेन्द्र कुमार ने सरपंच श्री दिनेश साहू के सहयोग से किया। श्री विजय सैनी द्वारा 9 एलएसडीजी थीम्स जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण, जल संरक्षण, बाल-सुरक्षा आदि पर विस्तृत परिचर्चा की गई। सभी थीम्स को पंचायत विकास की ज़रूरतों से जोड़ते हुए साझा योजना निर्माण की आवश्यकता पर बल दिया गया। बाल-अनुकूल पंचायत और स्वस्थ पंचायत को आगामी महीनों की प्राथमिक रणनीति के रूप में अपनाने का संकल्प लिया गया। क्लस्टर बीडीओ श्री रेखराज शर्मा ने ग्रामीण विकास में जीपीवायएसटी की भूमिका को व्यावहारिक दृष्टिकोण से प्रस्तुत किया।

अगली बैठक में युवा क्लब की स्थापना का निर्णय लिया गया, जिससे युवाओं को पंचायत योजना और विकास में भागीदारी का अवसर मिलेगा। युवाओं द्वारा नेतृत्व वाली पहलों को बढ़ावा देकर जमीनी परिवर्तन सुनिश्चित करने पर सहमति बनी। कार्यक्रम में खेती के व्यस्त मौसम के बावजूद सभी हितधारकों की उत्साहजनक भागीदारी रही। कार्यक्रम में सामुदायिक जुड़ाव की मजबूत प्रक्रिया को सराहा गया। आकांक्षी भारत के तहत हो रहे प्रयासों की भी प्रतिभागियों ने प्रशंसा की।