महासमुंद/बसना:
जिले के बसना थाना अंतर्गत सेवा भवन हास्पिटल में कार्यरत एक युवती से साइबर ठगों ने खुद को मुम्बई क्राइम ब्रांच व टेलिकॉम विभाग का अधिकारी बताकर 5.5 लाख रुपये की धोखाधड़ी कर ली। पीड़िता ने इस घटना की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई है, जिस पर धारा 318(4), 3(5) बीएनएसएस के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है।📞 कैसे हुई ठगी?
तमिलनाडु निवासी और वर्तमान में बसना में निवासरत जिबिया ई को 14 जुलाई को एक अज्ञात नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को टेलिकॉम विभाग दिल्ली का अधिकारी बताया और कहा कि उनके मोबाइल नंबर से आपत्तिजनक गतिविधियां हो रही हैं, जिससे नंबर बंद किया जा सकता है। बाद में कॉल मुंबई क्राइम ब्रांच के एक व्यक्ति से जोड़ा गया, जिसने खुद को इंस्पेक्टर विजय कुमार बताया।
👮♂️ पुलिस क्लियरेंस का बहाना
इंस्पेक्टर बनकर बात करने वाले व्यक्ति ने बताया कि जिबिया के आधार नंबर का दुरुपयोग कर मुंबई में एक फर्जी बैंक खाता खोला गया है, जो मनी लॉन्ड्रिंग केस से जुड़ा है। इसके नाम पर गिरफ्तारी की धमकी देकर उनसे वीडियो कॉल पर पूछताछ की गई और फिर बैंक खाता वेरिफिकेशन के नाम पर पैसे ट्रांसफर करने को कहा गया।
💸 कुल 5.5 लाख की ठगी
पीड़िता के अनुसार, उन्होंने डर के कारण:
दिनांक 15 जुलाई को ₹3,50,000 रुपये कोटक महिंद्रा बैंक के खाते में,
दिनांक 16 जुलाई को ₹2,00,000 रुपये बैंक ऑफ महाराष्ट्र के एक अन्य खाते में आरटीजीएस माध्यम से ट्रांसफर किए।
👩💻 साइबर सेल में भी की गई शिकायत
जब 17 जुलाई तक कोई पैसा वापस नहीं आया, तो जिबिया को शंका हुई और उन्होंने तुरंत साइबर पोर्टल (cybercrime.gov.in) पर शिकायत दर्ज की।
शिकायत क्रमांक: 3330xxxxxxxx दर्ज किया गया है।
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📝 आरोपी और खाते जिनका उपयोग किया गया:
मोबाइल नंबर: **********, **********, **********
बैंक खाता 1: कोटक महिंद्रा बैंक – रितिक कुमार मीणा
बैंक खाता 2: बैंक ऑफ महाराष्ट्र – वैभव रमेश्वर काले
🚓 पुलिस कर रही है जांच
बसना थाना प्रभारी ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह एक गंभीर साइबर फ्रॉड का मामला है। अपराध पंजीबद्ध कर लिया गया है और संबंधित मोबाइल नंबर व बैंक खातों की जानकारी साइबर शाखा को भेजी गई है। जल्द ही अपराधियों की पहचान कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।



