छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री के खिलाफ फर्जी शिकायतें भेजने का मामला: PMO सहित 80-90 संस्थानों को भेजे गए पत्र, तीन संदिग्ध हिरासत में
रायपुर | 2 अगस्त 2025
छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री रामविचार नेताम को बदनाम करने की एक सुनियोजित साजिश का खुलासा हुआ है, जिसमें महाराष्ट्र के एक हिंदू संगठन के फर्जी लेटर पैड का इस्तेमाल कर प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO), राष्ट्रपति कार्यालय और अन्य 80-90 सरकारी संस्थानों को फर्जी भ्रष्टाचार संबंधी शिकायतें भेजी गई थीं। दैनिक भास्कर खबर की माने तो इस मामले में रायपुर के राखी थाना में एफआईआर दर्ज की गई है और तीन संदिग्धों को पुलिस ने हिरासत में लिया है।

फर्जी लेटरपैड और हस्ताक्षर का किया गया इस्तेमाल

शिकायतों में महाराष्ट्र के हिंदू जनजागृति समिति के समन्वयक सुनील घनवट के नाम और हस्ताक्षर का इस्तेमाल किया गया था। जब इस बारे में भाजपा नेता राहुल हरितवाल ने जानकारी जुटाई, तो सुनील घनवट ने किसी भी शिकायत से साफ इनकार करते हुए पुणे पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज कराई।
कोरबा से हुई थी फर्जी शिकायतों की पोस्टिंग
पुलिस जांच में सामने आया कि ये सभी फर्जी शिकायतें कोरबा जिले के हसदेव उप डाकघर से रजिस्टर्ड डाक के माध्यम से भेजी गई थीं। दो युवक बाइक से आकर पत्रों को पोस्ट कर गए थे। डाकघर के रिकॉर्ड और मोबाइल नंबर के आधार पर आरोपियों की पहचान मोहन मिरी और कमल वर्मा के रूप में की गई है।
FIR और कानूनी धाराएं
राखी थाना पुलिस ने तीन संदिग्धों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ शुरू कर दी है। इस मामले में पुलिस ने BNS की धारा 318, 319 और 336 के तहत मामला दर्ज किया है, जो धोखाधड़ी, झूठे दस्तावेज तैयार करने और गलत इरादे से शिकायत भेजने से संबंधित है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया और मांग
भाजपा नेता राहुल हरितवाल ने इसे एक राजनीतिक साजिश बताते हुए कहा कि यह मंत्री को बदनाम करने का एक सुनियोजित प्रयास है और इस मामले की गंभीरता से जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।