रायपुर | 08 अगस्त 2025
रायपुर पुलिस ने एक बड़े साइबर ठगी गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो देश के अलग-अलग हिस्सों के सब्जी बाजारों से मोबाइल चोरी कर, उनमें से पासवर्ड क्रैक कर बैंक खातों से पैसे उड़ा रहा था। पुलिस ने कांवड़ियों के भेष में कोलकाता और झारखंड के साहेबगंज से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पिछले तीन महीनों में रायपुर सहित अन्य शहरों के सब्जी बाजारों से 80 से अधिक मोबाइल फोन चुराए और उनसे करोड़ों की ठगी की।
सब्जी बाजार में चोरी से हुआ खुलासा
यह मामला तब सामने आया जब रायपुर के गुढ़ियारी और तेलीबांधा इलाके में मोबाइल चोरी की बढ़ती घटनाओं के बीच एक युवक के फोन से ₹99,000 की ठगी की गई। पुलिस की प्रारंभिक जांच में 6 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी, लेकिन बड़ा खुलासा तब हुआ जब तेलीबांधा थाना क्षेत्र में गोविंद राम वाधवानी की शिकायत पर आगे की कार्रवाई की गई।

टेक्निकल एक्सपर्ट की मदद से पासवर्ड क्रैक

आरोपियों ने चोरी किए गए मोबाइलों से फोन-पे, पेटीएम और अन्य UPI एप्स के जरिए पीड़ितों के खातों से पैसे निकाले। पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि ये आरोपी पासवर्ड क्रैक करने में माहिर थे और टेक्निकल एक्सपर्ट की मदद से मोबाइल को अनलॉक कर ट्रांजेक्शन को अंजाम देते थे।
कांवड़ियों की तरह की रेड, 4 गिरफ्तार
तेलीबांधा पुलिस ने मोबाइल ट्रांजेक्शन की जानकारी निकालकर पश्चिम बंगाल तक सुराग पहुंचाया। सावन मास में शक से बचने के लिए पुलिस टीम ने कांवड़ियों के वेश में कोलकाता और झारखंड जाकर रेड की। इस दौरान चार आरोपी — देवा उर्फ देव कुमार महतो, कन्हैया कुमार मंडल, विष्णु कुमार मंडल (तीनों साहेबगंज, झारखंड) और ओमप्रकाश ठाकुर (कोलकाता, पश्चिम बंगाल) को गिरफ्तार किया गया।
25 हजार की नौकरी में करते थे मोबाइल चोरी
पूछताछ में सामने आया कि गिरोह का सरगना देवा अपने साथियों को ₹25,000 मासिक सैलरी पर मोबाइल चोरी का काम देता था। चोरी के मोबाइलों से बैंक खातों की जानकारी निकाल कर पैसे पश्चिम बंगाल ट्रांसफर किए जाते थे, जिन्हें ओमप्रकाश ठाकुर ATM से निकाल लेता था।
पुलिस को मिले करोड़ों के लेन-देन के सबूत
SSP डॉ. लाल उमेद सिंह के अनुसार, आरोपियों के मोबाइल फोन में करोड़ों के ट्रांजेक्शन के सबूत मिले हैं। आरोपियों के पास से 3 मोबाइल फोन, 2 सिम कार्ड और लगभग 40 से अधिक क्यूआर कोड बरामद हुए हैं। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश के लिए पुलिस अन्य राज्यों से संपर्क कर रही है।
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गिरफ्तार आरोपी:
1. देवा उर्फ देव कुमार (28) – थाना तालझाड़ी, जिला साहेबगंज, झारखंड
2. कन्हैया कुमार मंडल (22) – थाना तालझाड़ी, जिला साहेबगंज, झारखंड
3. विष्णु कुमार मंडल (22) – थाना तालझाड़ी, जिला साहेबगंज, झारखंड
4. ओमप्रकाश ठाकुर (31) – कोलकाता, पश्चिम बंगाल
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रायपुर पुलिस की इस कार्रवाई को एक बड़ी कामयाबी के रूप में देखा जा रहा है, जिसने डिजिटल ठगी के बढ़ते खतरों पर करारा प्रहार किया है।