सरायपाली/महर्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर विकास कुमार हुए प्राइड ऑफ टीचर अवार्ड से सम्मानित
सराईपाली/विश्वभाषा के प्रथम महाकाव्य रामायण के रचयिता एवं भारतीय संस्कृति के आदि कवि महर्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर दिनांक 12 अक्टूबर 2025 को गोंडवाना भवन, धमतरी (छ.ग.) में एक भव्य प्रादेशिक सत्संग, प्रबोधन एवं काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया।
इस आयोजन में साहित्य, शिक्षा, समाजसेवा और पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले अनेक विभूतियों को सम्मानित किया गया। इसी क्रम में श्री विकास कुमार व्याख्याता शा.उ.मा. विद्यालय तोरेसिंहा, सरायपाली को उनके उत्कृष्ट कार्य और समाज के प्रति योगदान के लिए प्राइड ऑफ टीचर अवार्ड से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का आयोजन समता साहित्य अकादमी, छत्तीसगढ़ राज्य एवं साप्ताहिक छत्तीसगढ़ साथी के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री सुंदर दास मानिकपुरी जी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष (राष्ट्रीय पनिका समाज विकास परिषद नई दिल्ली ) अध्यक्षता श्रीमती सुशीला देवी जी प्रांतीय संरक्षक (समता साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ राज्य ) विशिष्ट अतिथि श्रीमती टोमिन बाई निषाद जी ( प्रसिद्ध पंडवानी लोकगायिका ) श्री जे . आर. बंजारे जी प्रांताध्यक्ष ( समता साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ राज्य) ने की तथा राज्यभर से आए कवि, साहित्यकार, शिक्षक एवं समाजसेवी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में , राज्य एवं स्थानीय स्तर के अनेक पुरस्कार भी वितरित किए गए। इस अवसर पर वक्ताओं ने महर्षि वाल्मीकि जी के जीवन, उनके आदर्शों और सामाजिक समरसता के संदेश पर प्रकाश डाला।
इस सम्मान के लिए विकास कुमार ने आयोजकों के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि यह सम्मान आगे समाजहित के कार्यों में और अधिक प्रेरणा देगा। उन्होने अपने चयन के लिए विद्यालय के प्राचार्य तथा अपने सहयोगी स्टाफ , शाला विकास समिति, पालक समिति एवं प्रेरणा देने वाले पिता श्री किशन लाल निषाद ,शिक्षक श्री लक्ष्मीधर प्रधान और श्री सुशील प्रधान जी को धन्यवाद ज्ञापित किया है।
“ज्ञान ही शिवत्व है, संघर्ष ही शक्ति है”