महासमुंद/प्रशासकीय अधिकारियों के मध्य कार्य विभाजन

महासमुंद/प्रशासकीय अधिकारियों के मध्य कार्य विभाजन

 

महासमुंद/ कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह द्वारा जिले में पदस्थ मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, अपर कलेक्टर, संयुक्त कलेक्टर एवं डिप्टी कलेक्टरों के मध्य पूर्व में सौंपे गए प्रभार में आंशिक संशोधन करते हुए आगामी आदेश पर्यन्त तक कार्य विभाजन कर प्रभार सौंपा गया है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री हेमंत नंदनवार को निम्न विभागों के प्रभार सौंपे गए है। इनमें माननीय मुख्यमंत्री की घोषणा एवं निर्देश, स्वास्थ्य विभाग, जिला आयुर्वेद, समाज कल्याण, महिला एवं बाल विकास, कृषि विभाग, पशु चिकित्सा सेवाएं, मत्स्य पालन विभाग, उद्यानिकी विभाग, रेशम विभाग, शिक्षा विभाग, नोडल जिला सहकारी बैंक, ग्रामीण यांत्रिकी सेवाएं, क्रेडा, मुख्यमंत्री कौशल विकास विभाग, ग्रामोद्योग विभाग, हथकरघा विभाग, कृषि विज्ञान केन्द्र, सी.एस.आर., जिले के विभिन्न आयोजन, समारोह के प्रभारी व समन्वयक, निःशक्त कल्याण एवं पुनर्वास विभाग तथा कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी द्वारा समय-समय पर सौंपे गए अन्य कार्य शामिल है।

इसी तरह अपर कलेक्टर श्री सचिन भूतड़ा प्रत्येक बुधवार लिंक कोर्ट सरायपाली में उपस्थित रहेंगे। साथ ही छत्तीसगढ़ भू-राजस्व संहिता 1959 के अंतर्गत कलेक्टर के अधिकार क्षेत्र के प्रकरणों को छोड़कर तहसील बसना, सरायपाली के राजस्व प्रकरण अपील एवं निगरानी, पुनरीक्षण प्रकरणों की सुनवाई एवं निपटारा का दायित्व सौंपा गया है। इसी तरह नजूल पट्टों का नवीनीकरण व नजूल शाखा के ऐसे प्रकरण व नस्तियों में जिसमें कलेक्टर के आदेश अनिवार्य न हो अपर कलेक्टर के रूप में अंतिम निराकरण किया जाएगा। जिला कार्यालय के शाखाओं – उप जिला निर्वाचन अधिकारी, सामान्य एवं स्थानीय निर्वाचन, नजूल शाखा, वरिष्ठ लिपिक शाखा 02, विधानसभा, राज्यसभा, लोकसभा प्रश्नोत्तर प्रकोष्ठ, भू-विवाद निवारण प्रकोष्ठ, नोडल अधिकारी, चिटफंड, भाड़ा नियंत्रक, शिकायत एवं जन शिकायत निवारण प्रकोष्ठ, राजस्वत लेखा, राहत शाखा, सत्कार शाखा तथा श्रम विभाग, खेल विभाग एवं जिला योजना एवं सांख्यिकी विभाग के प्रभारी अधिकारी होंगे। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी द्वारा समय-समय पर सौंपे गए अन्य कार्य शामिल है।

अपर कलेक्टर श्री रवि कुमार साहू जिले के लिए अपर कलेक्टर एवं अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी होंगे। छत्तीसगढ़ भू-राजस्व संहिता 1959 के अंतर्गत कलेक्टर के अधिकार क्षेत्र के प्रकरणों को छोड़कर जिले के महासमुंद, बागबाहरा, कोमाखान एवं पिथौरा तहसीलों के राजस्व प्रकरण अपील एवं निगरानी, पुनरीक्षण प्रकरणों की सुनवाई एवं निपटारा का दायित्व सौंपा गया है। साथ ही शोध क्षमता प्रमाण-पत्र जारी करना, कानून व्यवस्था संबंधी, रोस्टर अनुसार राजस्व न्यायालय का निरीक्षण, अपीलीय अधिकारी सूचना का अधिकार, जिला शहरी विकास अभिकरण (डूडा), धारा 165 (6) (7) के तहत भूमि बिक्री मंजूरी के प्रकरणों की जांच कर प्रस्तुत करना, भू अर्जन प्रकरणों में 10 लाख तक मुआवजा प्रकरणों का अनुमोदन करना। इससे ऊपर के प्रकरण कलेक्टर को अनुमोदन हेतु प्रस्तुत करना, भू-अर्जन/भू-बंटन, बंदोबस्त लेखों में सुधार संबंधी समस्त मामले, भू अभिलेखों में सुधार संबंधी समस्त मामले, खाद्य सुरक्षा अधिनियम एवं औषधि प्रशासन विभाग के प्रकरणों का निराकरण आदि कार्य शामिल है। जिला कार्यालय के शाखाओं भू अभिलेख शाखा, लाइसेंस शाखा, एस.डब्ल्यू.एस. शाखा के प्रभारी, खनिज न्यास, कोविड-19 एक्सग्रेसिया, जल जीवन मिशन के नोडल अधिकारी एवं जिला विवाह अधिकारी व जेल निरीक्षक होंगे। इसी तरह खाद्य विभाग, आदिवासी विकास विभाग, आबकारी, विभाग, जिला पंजीयक, जिला परिवहन, नगरीय निकाय एवं उच्च शिक्षा विभाग के प्रभारी अधिकारी होंगे तथा कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी द्वारा समय-समय पर सौंपे गए अन्य कार्य शामिल है।

डिप्टी कलेक्टर श्री आशीष कर्मा, जिला कार्यालय के शाखाओं – वित्त स्थापना शाखा, नाजरात, वरिष्ठ लिपिक शाखा 01 आवास आबंटन सहित, पुरातत्व शाखा, विकास शाखा, माननीय मुख्यमंत्री की घोषणा (नस्तियां अपर कलेक्टर के माध्यम से प्रस्तुत की जाएगी) के प्रभारी व जिला विभागीय जांच अधिकारी होंगे। साथ ही सेवानिवृत्त तृतीय एवं चतुर्थ वर्ग के कर्मचारियों के परिवार कल्याण निधि, समूह बीमा योजना की जमा राशि का अंतिम भुगतान तथा कर्मचारियों के सामान्य, विभागीय भविष्य निधि खाता में जमा राशि एवं अवकाश नगदीकरण ग्रेच्युटी की राशि का अंतिम भुगतान स्वीकृति। अधीक्षक, सहायक अधीक्षक एवं भू-अभिलेख विभाग स्तर तक के अधिकारियों-कर्मचारियों के सामान्य भविष्य निधि से अग्रिम, आंशिक अंतिम विकर्षण, यात्रा भत्ता, चिकित्सा प्रतिपूर्ति की स्वीकृति का अधिकार। जिला कार्यालय के समस्त शाखाओं के तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के समस्त प्रकार के अवकाशों की स्वीकृति तथा समस्त परीक्षाओं में सम्मिलित होने के लिए अनुमति/स्वीकृति का अधिकार सौंपा गया हैं। तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की वार्षिक वेतनवृद्धि अधिकार, विद्युत देयक, पी.ओ.एल. टेलीफोन एवं डाक तार संबंधी देयकों की स्वीकृति का अधिकार, लेखन सामग्री एवं अन्य आकस्मिक निधि एवं अन्य निधियों से व्यय संबंधी देयक 20 हजार रुपए सीमा तक स्वीकृति का अधिकार, अनुपयोगी डेड स्टॉक जो 5 हजार रुपए का हो अपलेखन करने का अधिकार, चोरी हुए 2 हजार रुपए तक की सामग्री को अपलेखन करने का अधिकार सौंपा गया है। इसी तरह खनिज विभाग एवं जिला कोषालय के प्रभारी अधिकारी होंगे तथा कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी द्वारा समय-समय पर सौंपे गए अन्य कार्य शामिल है।

डिप्टी कलेक्टर श्रीमती सृष्टि चंद्राकर, जिला कार्यालय के विभिन्न शाखाओं के प्रभारी अधिकारी होंगे। जिसमें सहायक अधीक्षक (राजस्व/सामान्य), अभियोजन शाखा, जनगणना, बीस सूत्रीय शाखा, तकाबी शाखा, अधिक अन्न उपजाओ शाखा, राजस्व मोहर्रिर शाखा, लोक आयोग के प्रकरणों का निराकरण, अल्प बचत शाखा, देवस्थानम, सार्वजनिक ट्रस्ट मॉनिटरिंग, वक्फ सम्पत्ति, देव स्थल, धर्मस्व एवं पुनर्वास, एवं मानव अधिकार आयोग एवं सभी संवैधानिक आयोग से संबंधित शाखा शामिल है तथा कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी द्वारा समय-समय पर सौंपे गए अन्य कार्य शामिल है।

डिप्टी कलेक्टर श्री तेजपाल सिंह ध्रुव जिला कार्यालय के शाखाओं व समय सीमा के तहत दर्ज आवेदन पत्रों, प्रकरणों के लिए प्रभारी अधिकारी व सूचना का अधिकार प्रकोष्ठ एवं जनसूचना अधिकारी होंगे। शाखा लोक सेवा गारंटी, आवक-जावक, अभिलेख एवं प्रमाण पत्रों का सत्यापन एवं विभिन्न स्तर से कार्यालय को प्राप्त होने वाले समस्त डाक की मार्किंग के लिए प्रभारी अधिकारी होंगे तथा कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी द्वारा समय-समय पर सौंपे गए अन्य कार्य शामिल है।

डिप्टी कलेक्टर सुश्री अक्षा गुप्ता को जिला कार्यालय के शाखाओं ई प्रशासन अंतर्गत सॉफ्टवेयर का क्रियान्वयन, ई-डिस्ट्रिक्ट, लोक सेवा केन्द्र, जिला नवाचार निधि योजना, प्रतिलिपि शाखा, अभिलेखागार (हिन्दी/अंग्रेजी), पुस्तकालय शाखा/प्रपत्र शाखा एवं वाचक कलेक्टर न्यायालय शाखा के प्रभारी अधिकारी होंगे तथा कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी द्वारा समय-समय पर सौंपे गए अन्य कार्य शामिल है।

महासमुंद/थाना बलौदा गाली-गलौज और मारपीट का मामला, दो पर FIR दर्ज

महासमुंद/थाना बलौदा गाली-गलौज और मारपीट का मामला, दो पर FIR दर्ज

 

महासमुंद/थाना बलौदा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम अर्तुण्डा निवासी जितेन्द्र प्रधान ने मारपीट और जान से मारने की धमकी की शिकायत दर्ज कराई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रार्थी ने थाने में लिखित आवेदन प्रस्तुत कर बताया कि दिनांक 24 अगस्त 2025 को दोपहर लगभग 4 बजे वह अपने मोटरसाइकिल से ग्राम टेमरी से अर्तुण्डा लौट रहा था।

गांव से लगभग 100 मीटर पहले मुकेश साहू और सुरेश साहू, दोनों निवासी ग्राम कुटेला, ने ट्रैक्टर NOC की बात को लेकर बीच सड़क में रोककर उसे गाली-गलौज किया और विरोध करने पर हाथ-मुक्के और पैर से मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी दी। घटना के दौरान गांव के ही नुराधन बरिहा ने पूरे घटनाक्रम को देखा और सुना।

पार्थी शिकायत पर थाना बलौदा पुलिस ने आरोपी मुकेश साहू और सुरेश साहू के विरुद्ध भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 296, 115(2), 351(2), 3(5) BNS के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू कर दी है।

छत्तीसगढ़ : बालिका की सुरक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण नैतिक और संवैधानिक कर्तव्य: मुख्य न्यायाधीश श्री रमेश सिन्हा

छत्तीसगढ़ : बालिका की सुरक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण नैतिक और संवैधानिक कर्तव्य: मुख्य न्यायाधीश श्री रमेश सिन्हा

 

छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय बिलासपुर के मुख्य न्यायाधीश श्री रमेश सिन्हा ने कहा है कि बालिका की सुरक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण सुनिश्चित करना केवल विधिक जिम्मेदारी ही नहीं बल्कि नैतिक और संवैधानिक दायित्व भी है। उन्होंने कहा कि बालिका के लिए सुरक्षित वातावरण केवल उसे अपराध से बचाने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सकारात्मक पहल से आरंभ होता है- गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएँ, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और समान अवसर की उपलब्धता अपरिहार्य है। सभी संस्थानों का उद्देश्य केवल अन्याय को रोकना नहीं, बल्कि सशक्तिकरण करना है।

मुख्य न्यायधीश श्री रमेश सिन्हा आज छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय की विशेष सेल फॉर पॉक्सो समिति एवं किशोर न्याय समिति द्वारा, छत्तीसगढ़ राज्य न्यायिक अकादमी एवं छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, बिलासपुर के सहयोग से ‘बालिका संरक्षण भारत में उसके लिए एक सुरक्षित एवं सक्षम वातावरण की ओर‘ विषय पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में उन्होंने ने ‘यौन अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत विभिन्न हितधारकों की भूमिका‘ शीर्षक से एक लीफलेट का विमोचन भी किया।

मुख्य न्यायाधीश श्री रमेश सिन्हा ने कहा कि बालिका संरक्षण के लिए बहु-क्षेत्रीय दृष्टिकोण आवश्यक है – स्वास्थ्य विशेषज्ञ उपचार हेतु, पुलिस सुरक्षा हेतु, समुदाय पोषण हेतु, विधिक संस्थान अधिकारों की रक्षा हेतु और सबसे बढ़कर, समाज को अपनी सोच बदलने हेतु कर्तव्यबद्ध है। यदि हम सामूहिक रूप से इस दृष्टिकोण को अपनाएँ, तो हम न केवल सुरक्षित बल्कि वास्तव में सक्षम वातावरण बना सकेंगे, जहाँ भारत की हर बालिका स्वतंत्रतापूर्वक सपने देख सके, निडर होकर आगे बढ़ सके और अपनी पूर्ण क्षमता प्राप्त कर सके। उन्होंने यह भी कहा कि शासन की प्रत्येक संस्था को बच्चों के अधिकारों का संरक्षक बनकर कार्य करना चाहिए। हमारा यह पावन दायित्व है कि प्रत्येक पीड़िता को न्याय मिले। नन्हीं बालिका भारत की आत्मा है। हमें उसका हाथ थामकर उसे गरिमा के साथ भविष्य की ओर ले जाना है। यह दृष्टि हमें दान या कृपा से नहीं, बल्कि न्याय और कर्तव्य की भावना से प्रेरित करती है।

कार्यक्रम में तकनीकी सत्रों में राज्य, राष्ट्रीय एवं वैश्विक परिप्रेक्ष्य में बालिकाओं के विरुद्ध हिंसा तथा ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ‘ जैसी प्रमुख योजनाओं की समीक्षा के साथ-साथ सुरक्षित विद्यालयीन वातावरण सृजित करने, गैर-सरकारी संगठनों का जनजागरूकता बढ़ाने में योगदान, परिवार और समुदाय के सहयोग, लैंगिक संवेदनशीलता तथा सुरक्षित घरेलू वातावरण का महत्व पर चर्चा की गई। साथ ही बाल संरक्षण सेवाओं के कार्यान्वयन में चुनौतियों की पहचान, बालिकाओं पर हिंसा के मनोवैज्ञानिक प्रभाव और स्वास्थ्य-जागरूकता, यूनिसेफ जैसी संस्थान के सहयोग से बाल-हितैषी वातावरण का निर्माण, किशोर न्याय बोर्ड और राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की भूमिका पर विचार-विर्मश हुआ।

कार्यक्रम को न्यायमूर्ति श्रीमती रजनी दुबे, श्री संजय के. अग्रवाल ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर न्यायमूर्ति सर्वश्री नरेश कुमार चंद्रवंशी, पार्थ प्रतीम साहू, सचिन सिंह राजपूत, संजय कुमार जायसवाल, रविन्द्र कुमार अग्रवाल, अमितेन्द्र किशोर प्रसाद, विधि विभाग के प्रमुख सचिव, न्यायिक अकादमी के निदेशक, फास्ट ट्रैक, किशोर न्याय बोर्ड के न्यायाधीश, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष, यूनिसेफ के प्रतिनिधि सहित जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों के अधिकारी, समाजसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि सहित विधिक सेवा प्राधिकरण से जुड़े अधिकारी उपस्थित थे। आभार प्रदर्शन न्यायमूर्ति श्री बिभु दत्त गुरु द्वारा किया गया।

 

छत्तीसगढ़: भारत की लोकतांत्रिक परंपराएं पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा रही हैं: विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह

छत्तीसगढ़: भारत की लोकतांत्रिक परंपराएं पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा रही हैं: विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह

 

छत्तीसगढ़ के विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि भारत की लोकतांत्रिक परंपराएं पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा रही हैं। भारत ने प्राचीन काल से ही लोकतंत्र की भावना को आत्मसात किया है। उन्होंने कहा कि विधानसभाएं लोकतंत्र को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाती हैं। यही माध्यम है जिससे जनता की आकांक्षाएं शासन की नीतियों में बदलती हैं। डॉ. सिंह आज नई दिल्ली में ऑल इंडिया स्पीकर्स कॉन्फ्रेंस में ‘भारत लोकतंत्र की जननी‘ विषय पर सम्बोधित कर रहे थे।

ऑल इंडिया स्पीकर्स कॉन्फ्रेंस को सम्बोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में पंचायते जीवित इकाई के रूप में कार्य करती हैं। पंचायतों में सामूहिक निर्णय के माध्यम से विवादों का समाधान चर्चा से होता था। पंचायतीराज की यह परंपरा आज भी लोकतंत्र की रीढ है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1946 में गठित संविधान सभा लोकतंत्र का अनुपम उदाहरण है।

गौरतलब है कि यह सम्मेलन वीर विठ्ठल भाई पटेल प्रथम निर्वाचित भारतीय स्पीकर के जन्म शताब्दी समारोह के अंतर्गत यह सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। इस दो दिवसीय सम्मेलन का शुभारंभ आज केन्द्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह ने दिल्ली में किया। इस सम्मेलन में भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को और अधिक मजबूत करने पर चर्चा होगी। इस सम्मेलन में भारत के कई राज्यों की विधानसभा के अध्यक्ष और पीठासीन अधिकारी शामिल हो रहे हैं।

 

छत्तीसगढ़ के लोगों को दीपावली से पहले मिला 3000 करोड़ का गिफ्ट, जर्जर सड़कों से मिलेगा छुटकारा

छत्तीसगढ़ के लोगों को दीपावली से पहले मिला 3000 करोड़ का गिफ्ट, जर्जर सड़कों से मिलेगा छुटकारा

 

छत्तीसगढ़: लोक निर्माण विभाग (राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना) ने दिवाली से पहले प्रदेशवासियों को जर्जर सड़कों से राहत देने के लिए प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में राष्ट्रीय राजमार्गों के रखरखाव और मरम्मत के लिए नौ टेंडर जारी किए हैं। इन कार्यों पर कुल मिलाकर करीब 3 हजार करोड़ रुपये से अधिक का खर्च प्रस्तावित है। बतादें कि जिन सड़को का सफर जहां सामान्य हालात में 6 घंटे का होता है, वहां सड़क गड्ढों से छलनी होने के कारण 7-8 घंटे तक लग रहे हैं। बरसात ने स्थिति और खराब कर दी।

अब सरकार ने इन हालात को बदलने के लिए 3 हजार करोड़ रुपये से अधिक की मरम्मत योजना लागू की है। इन कार्यों के पूरे होते ही न केवल यात्रा का समय घटेगा बल्कि सफर सुगम और सुरक्षित भी होगा।

अब मिलेगा गड्ढों से निजात

बारिश के बाद सड़कें इतनी जर्जर हो गई थीं कि रोजमर्रा की यात्रा किसी परीक्षा से कम नहीं थी। भारी वाहन फंस जाते थे, तो छोटी गाड़ियां दुर्घटनाओं का शिकार होती थीं। मरम्मत कार्य पूरे होने के बाद लोगों को इन परेशानियों से छुटकारा मिलेगा।

व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा

यात्रा समय घटने से बस्तर, सुकमा, कोंटा और नारायणपुर जैसे क्षेत्रों के हजारों ग्रामीणों को सुविधा मिलेगी। व्यापार, पर्यटन और आवागमन तेज़ होगा। किसानों और व्यापारियों को माल ढुलाई में समय और पैसे दोनों की बचत होगी।

5 सितंबर तक आनलाइन निविदा

इन सभी कार्यों के लिए निविदाएं 5 सितंबर तक आमंत्रित की गई हैं। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि टेंडर प्रक्रिया पूरी होते ही काम शुरू कर दिया जाएगा।

इन सड़कों पर होगा काम

कटगी–गुमला रोड (NH-43): 32 किमी- 484.59 लाख रुपये।

NH-63 (कांकेर, नारायणपुर, बस्तर): 1,200 करोड़ से अधिक।

भोपालपट्टनम–जगदलपुर मार्ग (NH-63): 100 किमी – 531.26 करोड़ रुपये।

जगदलपुर–सुकमा–कोंटा रोड (NH-30): 38 किमी- 361 करोड़ रुपये।

रतनपुर–केन्दा–केवंची रोड (NH-45): 5.5 किमी – 455.55 लाख रुपये।

ढेका–बनारी मार्ग (NH-49): 33.18 किमी- 224.51 लाख रुपये।

छत्तीसगढ़/शराब तस्करी में भाजपा नेता का बेटे समेत सात गिरफ्तार, छत्तीसगढ़ पुलिस की बड़ी कार्रवाई

छत्तीसगढ़/शराब तस्करी में भाजपा नेता का बेटे समेत सात गिरफ्तार, छत्तीसगढ़ पुलिस की बड़ी कार्रवाई

 

CG: कोंडागांव जिले में चल रहे अवैध शराब कारोबार पर करपावंड पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने शराब तस्करी के दो अलग-अलग मामलों में सात आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। गिरफ्तार आरोपितों में भाजपा नेता माकड़ी जनपद उपाध्यक्ष का पुत्र भी शामिल है।

पहली कार्रवाई में पुलिस ने ओडिशा के मुंडागुड़ा के पास नंदीगुड़ा से दो आरोपितों को धर दबोचा। उनके कब्जे से बोलेरो वाहन और 148 लीटर अंग्रेजी शराब जब्त की गई। वहीं दूसरी कार्रवाई में ग्राम जैबेल-2 कडाकाटा जंगल में छापामारी कर पांच आरोपियों को पकड़ा गया। इनसे ओडिशा निर्मित 349.820 लीटर अंग्रेजी शराब जब्त की गई। कुल मिलाकर पुलिस ने 497 लीटर से अधिक अवैध शराब जब्त की है।

गिरफ्तार आरोपितों में मुन्ना सिंह (बिहार), भूजो भतरा (ओडिशा), दुर्योधन कश्यप, पितम नेताम, सोनूराम नेताम, नामेराम कश्यप और देवेंद्र कोरार्म शामिल हैं। सभी आरोपितों को न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है। करपावंड थाना प्रभारी उपनिरीक्षक हरिश्चंद्र निषाद के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर दबिश देकर कार्रवाई को अंजाम दिया।

Murder: छत्तीसगढ़ के रायपुर में बोरी खोलते ही मच गया हड़कंप, अंदर मिली युवक की लाश

Murder: छत्तीसगढ़ के रायपुर में बोरी खोलते ही मच गया हड़कंप, अंदर मिली युवक की लाश

 

छत्तीसगढ़/राजधानी रायपुर के खमतराई थाना क्षेत्र में सोमवार सुबह उस समय सनसनी फैल गई, जब मेटल पार्क के पास बोरी में एक अज्ञात युवक की लाश बरामद हुई। भारी बोरी में बंद लाश मिलने से आसपास के क्षेत्र में दहशत का माहौल है। सूचना मिलते ही खमतराई थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है।

सिर पर गंभीर चोट के निशान

प्रारंभिक जांच में मृतक के सिर पर गंभीर चोट के निशान पाए गए हैं। आशंका जताई जा रही है कि युवक की हत्या पत्थर से सिर कुचलकर की गई और इसके बाद शव को बोरी में भरकर मुख्य सड़क से कुछ दूरी पर फेंक दिया गया। मृतक की शिनाख्त अब तक नहीं हो पाई है।

फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वॉड की मदद से जांच

घटना की जानकारी मिलते ही फॉरेंसिक एक्सपर्ट और डॉग स्क्वॉड की टीम भी मौके पर पहुंची और साक्ष्य जुटाने का काम शुरू कर दिया। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है, जिससे आरोपी तक पहुंचा जा सके।

पड़ोसी थानों में भेजी गई फोटो

अज्ञात शव की पहचान के लिए पुलिस ने पड़ोसी थानों को मृतक की तस्वीर भेजी है। मृतक की उम्र करीब 30 से 35 वर्ष के बीच बताई जा रही है। आसपास के लोगों से भी पूछताछ की जा रही है।

हत्या कर शव ठिकाने लगाने की आशंका

पुलिस का मानना है कि हत्या कहीं और की गई और आरोपी शव को बोरी में भरकर सुनसान जगह पर फेंककर फरार हो गए। फिलहाल पुलिस सभी एंगल से मामले की जांच कर रही है।

खमतराई थाना प्रभारी ने बताया कि हत्या की आशंका मजबूत है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों की पूरी पुष्टि हो सकेगी।

Teacher Recruitment 2025: छत्तीसगढ़ में शिक्षक भर्ती की बड़ी सौगात; इतने पदों पर निकली वैकेंसी, लास्ट डेट से पहले ऐसे करें अप्लाई

Teacher Recruitment 2025: छत्तीसगढ़ में शिक्षक भर्ती की बड़ी सौगात; इतने पदों पर निकली वैकेंसी, लास्ट डेट से पहले ऐसे करें अप्लाई

 

छत्तीसगढ़ में सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनने का सपना देख रहे युवाओं के लिए खुशखबरी है। राज्य सरकार ने शिक्षक भर्ती 2025 (Teacher Recruitment 2025) के लिए आधिकारिक अधिसूचना जारी कर दी है, जिसके तहत प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्तर पर कुल 5000 पदों पर भर्ती की जाएगी।

यह भर्ती प्रक्रिया छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (CG Vyapam) की ओर से आयोजित की जाएगी, और इच्छुक उम्मीदवार 10 सितंबर 2025 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

अप्लाई करने से पहले देखें एलिजिबिलिटी

इस भर्ती का उद्देश्य राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी को पूरा करना और शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाना है। अधिसूचना के अनुसार, विभिन्न विषयों में शिक्षक और सहायक शिक्षक के पदों पर नियुक्तियां होंगी। आवेदन के लिए उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट vyapam.cgstate.gov.in पर जाना होगा। पात्रता मानदंड में बी.एड./डी.एड. और TET उत्तीर्ण होना शामिल है, हालांकि कुछ पदों के लिए TET में छूट दी जा सकती है। आयु सीमा 18 से 35 वर्ष निर्धारित की गई है, जिसमें आरक्षित वर्गों को नियमानुसार छूट मिलेगी।

जानें चयन प्रक्रिया

चयन प्रक्रिया में लिखित परीक्षा और साक्षात्कार शामिल होंगे। शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि यह भर्ती युवाओं के लिए सुनहरा अवसर है। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे आवेदन से पहले आधिकारिक अधिसूचना ध्यान से पढ़ें और समय सीमा से पहले आवेदन करें।

CG Murder: 67 साल के प्रेमी को शक था कि 26 साल की प्रेमिका का किसी और के साथ चल रहा है चक्कर, तो उसे मार दिया

CG Murder: 67 साल के प्रेमी को शक था कि 26 साल की प्रेमिका का किसी और के साथ चल रहा है चक्कर, तो उसे मार दिया

 

छत्तीसगढ़ के घमतरी में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। 67 वर्षीय एक बुजुर्ग प्रेमिका ने अपने 26 वर्षीय महिला प्रेमिका की चरित्र पर संदेह को लेकर चाकू से हमला कर उनकी दर्दनाक हत्या कर दी। वहीं मृतिका के तीन साल के बेटे को घटना में चोटें आई है। पुलिस ने आरोपित बुजुर्ग को गिरफ्तार कर लिया है।

करेलीबड़ी पुलिस चौकी से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम हसदा नंबर-एक में 23 अगस्त को पोला त्यौहार की रात करीब साढ़े आठ बजे यात्री प्रतीक्षालय के सामने मुख्य मार्ग पर गांव की महिला पुष्पलता मारकंडे उम्र 26 वर्ष की गांव के ही 67 वर्षीय बुजुर्ग जगन्नाथ जांगड़े ने चाकूमार कर हत्या कर दी। इस घटना में महिला के तीन साल के पुत्र को भी चोंटे आई है।

पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार

घटना की जानकारी ग्रामीणों को होने के बाद पुलिस में दी। खबर पाकर करेलीबड़ी चौकी प्रभारी राधेश्याम बंजारे, प्रधान आरक्षक हेमंत उईके, आरक्षक बलराम सिन्हा सहित स्टाफ मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई। इधर हत्या को अंजाम देने वाला आरोपित जगन्नाथ जांगड़े को पुलिस ने आसपास क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस ने बताया कि पुष्पलता जांगड़े घर में अपने तीन साल के बच्चे के साथ रहती थी। उनका पति पिछले एक साल से जेल में है। पुलिस ने आरोपित जगन्नाथ जांगड़े के खिलाफ जुर्म दर्ज कर लिया है। 24 अगस्त रविवार को पुलिस ने मृतिका के शव का पंचनामा व पीएम के बाद शव स्वजनों को अंतिम संस्कार के लिए सौंप दिया।

प्रेमिका की चरित्र पर शंका के चलते हुई हत्या

गिरफ्तार आरोपित जगन्नाथ जांगड़े ने पुलिस को बताया कि महिला के साथ उनका प्रेम प्रसंग चल रहा था। लेकिन प्रेमिका पर किसी अन्य व्यक्ति से संबंध होने का शक करता था। इसी शक और गुस्से में आकर आरोपित ने प्रेमिका को चाकू मारकर उनकी हत्या करना स्वीकार किया।

CG: गंगरेल बांध के खुले दो गेट, छोड़ा गया 5320 क्यूसेक पानी, देखने के लिए सैलानियों की उमड़ी भीड़

CG: गंगरेल बांध के खुले दो गेट, छोड़ा गया 5320 क्यूसेक पानी, देखने के लिए सैलानियों की उमड़ी भीड़

 

छत्तीसगढ़/धमतरी जिले के प्रमुख गंगरेल बांध के लबालब होने से पहले ही 29.674 टीएमसी भरने के बाद बांध के दो गेट खोल दिए गए हैं। दो गेटों से 5320 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। गेट खुलने के बाद बांध को देखने सैलानियों की भीड़ उमड़ रही है। सैलानियों को अब सभी 14 गेट खुलने का इंतजार है।

गंगरेल बांध में हो चुका है काफी जलभराव

भादो माह में अच्छी बारिश हुई है, इससे जिले के प्रमुख गंगरेल बांध में संतोषप्रद जल भराव हो चुका है। हालांकि बांध को लबालब होने के लिए अभी भी दो से तीन टीएमसी पानी की जरूरत है। बांध लबालब हो, इससे पहले ही इस साल जल संसाधन विभाग ने 24 अगस्त को शाम चार बजे गंगरेल बांध के दो गेट खोल दिए हैं। इन गेटों से 5320 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। बांध के गेट क्रमांक चार व पांच नंबर को खोले हैं।

गंगरेल बांध से छोड़े गए पानी रुद्री बैराज में बहाया जा रहा है। वहीं गंगरेल बांध में कैचमेंट एरिया से रात 8:45 बजे 5953 क्यूसेक पानी की आवक बनी हुई थी। वर्तमान में गंगरेल बांध में कुल जल भराव 29.674 टीएमसी पानी भरा हुआ है, इसमें उपयोगी जल 24.603 टीएमसी है। जल संसाधन विभाग की मानें तो पिछले चार-पांच दिनों से 11 व 12 नंबर के गेट से कुछ पानी छोड़ा जा रहा था।

किसानों की राहत

इन दोनों गेटों को बंद करके 24 अगस्त को चार व पांच नंबर के गेट खोलकर तेजी के साथ पानी बहाया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो गेट खोलने ट्रायल भी जारी है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2024 में 25 अगस्त को गेट खोलकर 5000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, इसके बाद से किसानों ने राहत की सांस ली थी।

पड़ोसी जिलों व राज्यों को सूचना

गंगरेल बांध का डाउनस्ट्रीम जलप्रवाह पड़ोसी जिलों रायपुर, गरियाबंद, महासमुंद, बलौदाबाजार-भाटापारा, जांजगीर-चांपा, रायगढ़ सहित ओडिशा राज्य के संबलपुर जिले से होकर गुजरता है। ऐसे में गंगरेल बांध के गेट खोलने से एक दिन पहले 24 अगस्त को संबंधित जिलों के कलेक्टरों को भी तत्काल सूचना भेजी गई है, ताकि वहां की प्रशासनिक तैयारियां सुनिश्चित की जा सकें।