बसना में आयोजित कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव में शामिल हुए स्कूल शिक्षा मंत्री श्री गजेंद्र यादव 70 लाख के विभिन्न विकास कार्यों की घोषणा, मटकी फोड़कर दी शुभकामनाएं

बसना में आयोजित कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव में शामिल हुए स्कूल शिक्षा मंत्री श्री गजेंद्र यादव 70 लाख के विभिन्न विकास कार्यों की घोषणा, मटकी फोड़कर दी शुभकामनाएं

महासमुंद जिले के बसना विकासखंड अंतर्गत फुलझर राज झेरिया यादव समाज द्वारा आयोजित भव्य श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव में आज प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री श्री गजेंद्र यादव मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।

इस अवसर पर कार्यक्रम में मुख्य रूप से महासमुंद सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी, बसना विधायक श्री सम्पत अग्रवाल, श्री येतराम साहू, श्री नरेंद्र यादव, श्री जगतराम यादव, श्री कुंजराम यादव, श्री गजानंद यादव, श्री गंगाधर यादव, श्री विक्रम यादव, श्री रथलाल यादव, श्री सतीश यादव सहित यादव समाज के बड़ी संख्या में पदाधिकारी, सदस्य एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

मंत्री श्री गजेंद्र यादव ने अपने उद्बोधन में कहा कि बसना में आयोजित श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव में आना उनके लिए गर्व और सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री का कार्यभार ग्रहण करने के बाद यह उनका पहला सार्वजनिक कार्यक्रम है और भगवान श्रीकृष्ण के कुल वंशज समाज के बीच उपस्थित होना उनके लिए विशेष अवसर है।

मंत्री श्री यादव ने इस अवसर पर ग्राम भूकेल में सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 20 लाख रुपए की घोषणा की। साथ ही पाँच अलग-अलग गाँवों में अहाता निर्माण हेतु कुल 50 लाख रुपए की घोषणा की। इस प्रकार उन्होंने कुल 70 लाख रुपए के विभिन्न विकास कार्यों की सौगात दी।

उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सभी महिलाओं को तीजा पर्व की अग्रिम शुभकामनाएं दीं और मटकी फोड़कर जन्माष्टमी महोत्सव की शुभकामनाएं प्रेषित कीं।

महासमुंद सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि यह हमारे लिए गौरव की बात है कि जन्माष्टमी के अवसर पर यादव समाज के गौरव, प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री श्री गजेंद्र यादव हमारे बीच मौजूद हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि श्री यादव के नेतृत्व में प्रदेश का शिक्षा विभाग नई ऊँचाइयाँ छुएगा।

बसना विधायक श्री सम्पत अग्रवाल ने शिक्षा मंत्री श्री गजेंद्र यादव को कार्यभार ग्रहण करने के बाद प्रथम बार बसना आगमन पर शुभकामनाएं दीं और कहा कि मंत्री जी की मेहनत और लगन से शिक्षा विभाग नई ऊँचाइयों पर पहुँचेगा तथा बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में नया अध्याय जोड़ेगा।

जिला शिक्षा अधिकारी महासमुंद ने किया विकास खंड सरायपाली के विद्यालयों का औचक निरीक्षण

जिला शिक्षा अधिकारी महासमुंद ने किया विकास खंड सरायपाली के विद्यालयों का औचक निरीक्षण

विकासखंड सरायपाली के दूरस्थ क्षेत्रों में स्थित शासकीय प्राथमिक शाला दर्राभाठा एवं हायर सेकेंडरी स्कूल केदुवां का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान शासकीय प्राथमिक शाला दर्राभाठा में अध्यनरत कक्षा पहली,दूसरी के बच्चे 20 तक पहाड़ा,किताब पठन,जोड़, गुणा संक्रियाएं सहज ही कर लेते हैं।

कक्षा चौथी, पांचवी के सभी बच्चों को भिन्न की अवधारणा की समझ है। बच्चों को लेवल 1, 2, 3 में बाँटकर अध्यापन कराया जाता है जिसका परिणाम बहुत ही बेहतर है। मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता को भी देखा गया। विद्यालय के बच्चे 25 तक सीधी एवं उल्टी पहाड़ा पढ़ कर सुनाएं।

बच्चों के लर्निंग आउट कम को देखते हुए।जिला शिक्षा अधिकारी विजय कुमार लहरे एवं विकासखंड शिक्षा अधिकारी प्रकाश चंद्र मांझी ने प्रधान पाठक दया नायक एवं स्टाफ की भूरी-भूरी प्रशंसा की। हायर सेकेंडरी स्कूल केदुवां का औचक निरीक्षण किया बच्चों के गुणवत्ता में सुधार हेतु प्राचार्य को दिशा निर्देश दिए।निरीक्षण के दौरान बिना अवकाश आवेदन अनुपस्थित शिक्षक एवं भृत्य का एक दिन के वेतन काटने के लिए आवश्यक कार्यवाही हेतु प्राचार्य को निर्देशित किये ।

सरायपाली सड़क हादसा : बिलाईगढ़ के डोंगरीपाली निवासी छबिशंकर सागर की मौत, अर्तुंडा निवासी बाइक चालक पर अपराध दर्ज

सरायपाली सड़क हादसा : बिलाईगढ़ के डोंगरीपाली निवासी छबिशंकर सागर की मौत, अर्तुंडा निवासी बाइक चालक पर अपराध दर्ज

 

सरायपाली/बिलाईगढ़/रायगढ़। सरायपाली–बसना मेन रोड (थाना सिंघौड़ा, जिला महासमुंद) पर हुए सड़क हादसे में सारंगढ़–बिलाईगढ़ जिले के ग्राम डोंगरीपाली निवासी 40 वर्षीय छबिशंकर सागर की इलाज के दौरान मौत हो गई।

पुलिस के अनुसार, 6 जून 2025 को दोपहर 1:30 बजे छबिशंकर सागर अपनी मोटरसाइकिल (CG 06 GQ 2333) से जा रहे थे। तभी महासमुंद जिले के ग्राम अर्तुंडा निवासी युवक अपनी तेज रफ्तार बजाज पल्सर 125 (CG 04 PU 4722) से पीछे से टक्कर मार दिया। टक्कर लगने से छबिशंकर की बाइक अनियंत्रित होकर सड़क किनारे लगे साइन बोर्ड से टकरा गई, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए।

उन्हें पहले रायपुर के रामकृष्ण केयर अस्पताल और बाद में रायगढ़ के श्रीबालाजी मेट्रो अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां एक महीने इलाज के बाद 7 जुलाई 2025 की सुबह 8:19 बजे उनकी मौत हो गई।

थाना सिंघौड़ा पुलिस ने गवाहों के बयान और जांच के आधार पर आरोपी अर्तुंडा निवासी बाइक चालक के खिलाफ धारा 106(1) भारतीय न्याय संहिता एवं मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 184 के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया है।

CG Crime News: एसटी ज्वेलर्स के नाम पर डेढ़ करोड़ रुपयों की ठगी, भारी मुनाफे का झांसा देकर लगाया चूना, आरोपी गिरफ्तार

CG Crime News: एसटी ज्वेलर्स के नाम पर डेढ़ करोड़ रुपयों की ठगी, भारी मुनाफे का झांसा देकर लगाया चूना, आरोपी गिरफ्तार

 

राजनांदगांव थाना बसंतपुर पुलिस ने एसटी ज्वेलर्स के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले मुख्य आरोपित हरिओम नगर निवासी सुरेंद्र सिंह (57) को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपित ने एक प्रार्थी से व्यापार में भारी मुनाफे का झांसा देकर करीब एक करोड़ 53 लाख 60 हजार रुपये हड़प लिए थे।

वर्ष 2015 में प्रार्थी की पहचान संदीप सिंह राजपूत से मकाऊ में हुई थी। संदीप के जरिए उसका परिचय सुरेंद्र सिंह से हुआ। आरोपित ने स्वयं को एसटी ज्वेलर्स का मालिक बताते हुए प्रार्थी को व्यापार में शामिल करने की बात कही और हर महीने ढाई से तीन लाख रुपये मुनाफा देने का वादा किया।

आश्वासन पर भरोसा कर प्रार्थी ने अपने और अपनी मां के बैंक खातों से छह सितंबर 2021 से 30 अक्टूबर 2023 तक अलग-अलग खातों में रकम ट्रांसफर कर दी। इस तरह आरोपी ने आरोपित ने साथियों के साथ मिलकर एक करोड़ 53 लाख रुपये से अधिक की ठगी को अंजाम दिया।

प्रार्थी की शिकायत पर थाना बसंतपुर में धारा 420, 34 भादवि के तहत प्रकरण दर्ज किया। पुलिस ने सुरेंद्र सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसमें उसने अपराध स्वीकार किया। आरोपित से करीब 30 लाख रुपये कीमत की सोने की फुल्ली भी जब्त की गई। आरोपित को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से जेल वारंट जारी होने के बाद उसे जिला जेल राजनांदगांव दाखिल किया गया। पुलिस अन्य आरोपितों की तलाश कर रही है।

महासमुंद/महिलाओं ने धूमधाम से मनाया छत्तीसगढ़ का पारंपरिक त्योहार तीजा फुगड़ी, कुर्सी दौड़, बिंदी लगाओ प्रतियोगिता में महिलाओं ने दिखाए अपनी जौहर

महासमुंद/महिलाओं ने धूमधाम से मनाया छत्तीसगढ़ का पारंपरिक त्योहार तीजा फुगड़ी, कुर्सी दौड़, बिंदी लगाओ प्रतियोगिता में महिलाओं ने दिखाए अपनी जौहर

महासमुंद/ रजत जयंती वर्ष के अवसर पर महासमुंद संजय नगर सेक्टर 02 के दलदली रोड स्थित आंगनवाड़ी केन्द्र क्रमांक 01 में सोमवार को छत्तीसगढ़ का पारंपरिक त्योहार तीजा धूमधाम से मनाया गया। इस आयोजन में शामिल होने बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंचीं। परियोजना अधिकारी और पर्यवेक्षकों ने माताओं-बहनों का आत्मीय स्वागत किया और उन्हें उपहार स्वरूप साड़ी, श्रृंगार सामग्री और छत्तीसगढ़ी कलेवा भेंट किया। इस अवसर पर बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं अभियान के तहत साइबर सुरक्षा के संबंध में भी नीति फाउंडेशन के द्वारा जागरूक किया गया।

इस मौके पर सभी ने माताओं-बहनों को तीजा पर्व की शुभकामनाएं दीं। महिला सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि नगर पालिका उपाध्यक्ष श्री देवीचंद राठी ने कहा कि तीजा छत्तीसगढ़ में नारी शक्ति के मान, सम्मान और दृढ़ निश्चय का महत्वपूर्ण पर्व है। निर्जला व्रत रखकर अपने पति-परिवार की सुरक्षा और समृद्धि की कामना करने वाली सभी माताओं-बहनों को उन्होंने सरकार की ओर से शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय द्वारा जिले में महिलाओं को रोजगार दिलाने और उनके कामकाज के लिए स्थान उपलब्ध कराने 9 महतारी सदन की सौगात दी गई है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि तीजा के आते ही माताओं-बहनों के मन में प्रसन्नता छा जाती है। भाई के तीजा लिवाने आने की प्रतीक्षा रहती है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सरकार छत्तीसगढ़ महतारी के मान, सम्मान व गौरव को बढ़ाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। महतारी वंदन योजना के अंतर्गत प्रदेश की 70 लाख से अधिक माताओं-बहनों को प्रतिमाह एक हजार रुपए की राशि मिल रही है। इस अवसर पर पार्षद श्री पीयूष साहू, सीता डोंडेकर, चंद्रशेखर बेलदार एवं जितेन्द्र ध्रुव, परियोजना अधिकारी श्रीमती शैल नाविक, सुपरवाइजर शीला प्रधान, कुंती यादव सहित आंगनवाड़ी कार्यकर्ताएं एवं समुदाय की महिलाएं बड़ी संख्या में मौजूद थे।

यहां लगाए गए स्टॉल में छत्तीसगढ़ी कलेवा का अवलोकन किया गया। साथ ही फुगड़ी, कुर्सी दौड़, बिंदी लगाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया तथा विजेताओं को पुरस्कार प्रदाय कर सम्मानित किया गया। महिला सम्मेलन व तीजा-पोरा तिहार की शुरुआत नंदी की पूजा-अर्चना से हुई। इसके बाद मंचीय कार्यक्रमों में महिलाओं से की सहभागिता ने पूरे माहौल को उत्सवमय बना दिया। मौजूद आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं महिला दीदीयों ने भी तीजा-पोरा पर्व की बधाई दी और कहा कि यह पर्व केवल धार्मिक अनुष्ठानों तक सीमित नहीं है, बल्कि महिलाओं के लिए खुशी, एकजुटता और आत्मीयता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि तीजा धार्मिक, सामाजिक और प्राकृतिक सामंजस्य का पर्व है।

महासमुंद/प्रशासकीय अधिकारियों के मध्य कार्य विभाजन

महासमुंद/प्रशासकीय अधिकारियों के मध्य कार्य विभाजन

 

महासमुंद/ कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह द्वारा जिले में पदस्थ मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, अपर कलेक्टर, संयुक्त कलेक्टर एवं डिप्टी कलेक्टरों के मध्य पूर्व में सौंपे गए प्रभार में आंशिक संशोधन करते हुए आगामी आदेश पर्यन्त तक कार्य विभाजन कर प्रभार सौंपा गया है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री हेमंत नंदनवार को निम्न विभागों के प्रभार सौंपे गए है। इनमें माननीय मुख्यमंत्री की घोषणा एवं निर्देश, स्वास्थ्य विभाग, जिला आयुर्वेद, समाज कल्याण, महिला एवं बाल विकास, कृषि विभाग, पशु चिकित्सा सेवाएं, मत्स्य पालन विभाग, उद्यानिकी विभाग, रेशम विभाग, शिक्षा विभाग, नोडल जिला सहकारी बैंक, ग्रामीण यांत्रिकी सेवाएं, क्रेडा, मुख्यमंत्री कौशल विकास विभाग, ग्रामोद्योग विभाग, हथकरघा विभाग, कृषि विज्ञान केन्द्र, सी.एस.आर., जिले के विभिन्न आयोजन, समारोह के प्रभारी व समन्वयक, निःशक्त कल्याण एवं पुनर्वास विभाग तथा कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी द्वारा समय-समय पर सौंपे गए अन्य कार्य शामिल है।

इसी तरह अपर कलेक्टर श्री सचिन भूतड़ा प्रत्येक बुधवार लिंक कोर्ट सरायपाली में उपस्थित रहेंगे। साथ ही छत्तीसगढ़ भू-राजस्व संहिता 1959 के अंतर्गत कलेक्टर के अधिकार क्षेत्र के प्रकरणों को छोड़कर तहसील बसना, सरायपाली के राजस्व प्रकरण अपील एवं निगरानी, पुनरीक्षण प्रकरणों की सुनवाई एवं निपटारा का दायित्व सौंपा गया है। इसी तरह नजूल पट्टों का नवीनीकरण व नजूल शाखा के ऐसे प्रकरण व नस्तियों में जिसमें कलेक्टर के आदेश अनिवार्य न हो अपर कलेक्टर के रूप में अंतिम निराकरण किया जाएगा। जिला कार्यालय के शाखाओं – उप जिला निर्वाचन अधिकारी, सामान्य एवं स्थानीय निर्वाचन, नजूल शाखा, वरिष्ठ लिपिक शाखा 02, विधानसभा, राज्यसभा, लोकसभा प्रश्नोत्तर प्रकोष्ठ, भू-विवाद निवारण प्रकोष्ठ, नोडल अधिकारी, चिटफंड, भाड़ा नियंत्रक, शिकायत एवं जन शिकायत निवारण प्रकोष्ठ, राजस्वत लेखा, राहत शाखा, सत्कार शाखा तथा श्रम विभाग, खेल विभाग एवं जिला योजना एवं सांख्यिकी विभाग के प्रभारी अधिकारी होंगे। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी द्वारा समय-समय पर सौंपे गए अन्य कार्य शामिल है।

अपर कलेक्टर श्री रवि कुमार साहू जिले के लिए अपर कलेक्टर एवं अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी होंगे। छत्तीसगढ़ भू-राजस्व संहिता 1959 के अंतर्गत कलेक्टर के अधिकार क्षेत्र के प्रकरणों को छोड़कर जिले के महासमुंद, बागबाहरा, कोमाखान एवं पिथौरा तहसीलों के राजस्व प्रकरण अपील एवं निगरानी, पुनरीक्षण प्रकरणों की सुनवाई एवं निपटारा का दायित्व सौंपा गया है। साथ ही शोध क्षमता प्रमाण-पत्र जारी करना, कानून व्यवस्था संबंधी, रोस्टर अनुसार राजस्व न्यायालय का निरीक्षण, अपीलीय अधिकारी सूचना का अधिकार, जिला शहरी विकास अभिकरण (डूडा), धारा 165 (6) (7) के तहत भूमि बिक्री मंजूरी के प्रकरणों की जांच कर प्रस्तुत करना, भू अर्जन प्रकरणों में 10 लाख तक मुआवजा प्रकरणों का अनुमोदन करना। इससे ऊपर के प्रकरण कलेक्टर को अनुमोदन हेतु प्रस्तुत करना, भू-अर्जन/भू-बंटन, बंदोबस्त लेखों में सुधार संबंधी समस्त मामले, भू अभिलेखों में सुधार संबंधी समस्त मामले, खाद्य सुरक्षा अधिनियम एवं औषधि प्रशासन विभाग के प्रकरणों का निराकरण आदि कार्य शामिल है। जिला कार्यालय के शाखाओं भू अभिलेख शाखा, लाइसेंस शाखा, एस.डब्ल्यू.एस. शाखा के प्रभारी, खनिज न्यास, कोविड-19 एक्सग्रेसिया, जल जीवन मिशन के नोडल अधिकारी एवं जिला विवाह अधिकारी व जेल निरीक्षक होंगे। इसी तरह खाद्य विभाग, आदिवासी विकास विभाग, आबकारी, विभाग, जिला पंजीयक, जिला परिवहन, नगरीय निकाय एवं उच्च शिक्षा विभाग के प्रभारी अधिकारी होंगे तथा कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी द्वारा समय-समय पर सौंपे गए अन्य कार्य शामिल है।

डिप्टी कलेक्टर श्री आशीष कर्मा, जिला कार्यालय के शाखाओं – वित्त स्थापना शाखा, नाजरात, वरिष्ठ लिपिक शाखा 01 आवास आबंटन सहित, पुरातत्व शाखा, विकास शाखा, माननीय मुख्यमंत्री की घोषणा (नस्तियां अपर कलेक्टर के माध्यम से प्रस्तुत की जाएगी) के प्रभारी व जिला विभागीय जांच अधिकारी होंगे। साथ ही सेवानिवृत्त तृतीय एवं चतुर्थ वर्ग के कर्मचारियों के परिवार कल्याण निधि, समूह बीमा योजना की जमा राशि का अंतिम भुगतान तथा कर्मचारियों के सामान्य, विभागीय भविष्य निधि खाता में जमा राशि एवं अवकाश नगदीकरण ग्रेच्युटी की राशि का अंतिम भुगतान स्वीकृति। अधीक्षक, सहायक अधीक्षक एवं भू-अभिलेख विभाग स्तर तक के अधिकारियों-कर्मचारियों के सामान्य भविष्य निधि से अग्रिम, आंशिक अंतिम विकर्षण, यात्रा भत्ता, चिकित्सा प्रतिपूर्ति की स्वीकृति का अधिकार। जिला कार्यालय के समस्त शाखाओं के तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के समस्त प्रकार के अवकाशों की स्वीकृति तथा समस्त परीक्षाओं में सम्मिलित होने के लिए अनुमति/स्वीकृति का अधिकार सौंपा गया हैं। तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की वार्षिक वेतनवृद्धि अधिकार, विद्युत देयक, पी.ओ.एल. टेलीफोन एवं डाक तार संबंधी देयकों की स्वीकृति का अधिकार, लेखन सामग्री एवं अन्य आकस्मिक निधि एवं अन्य निधियों से व्यय संबंधी देयक 20 हजार रुपए सीमा तक स्वीकृति का अधिकार, अनुपयोगी डेड स्टॉक जो 5 हजार रुपए का हो अपलेखन करने का अधिकार, चोरी हुए 2 हजार रुपए तक की सामग्री को अपलेखन करने का अधिकार सौंपा गया है। इसी तरह खनिज विभाग एवं जिला कोषालय के प्रभारी अधिकारी होंगे तथा कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी द्वारा समय-समय पर सौंपे गए अन्य कार्य शामिल है।

डिप्टी कलेक्टर श्रीमती सृष्टि चंद्राकर, जिला कार्यालय के विभिन्न शाखाओं के प्रभारी अधिकारी होंगे। जिसमें सहायक अधीक्षक (राजस्व/सामान्य), अभियोजन शाखा, जनगणना, बीस सूत्रीय शाखा, तकाबी शाखा, अधिक अन्न उपजाओ शाखा, राजस्व मोहर्रिर शाखा, लोक आयोग के प्रकरणों का निराकरण, अल्प बचत शाखा, देवस्थानम, सार्वजनिक ट्रस्ट मॉनिटरिंग, वक्फ सम्पत्ति, देव स्थल, धर्मस्व एवं पुनर्वास, एवं मानव अधिकार आयोग एवं सभी संवैधानिक आयोग से संबंधित शाखा शामिल है तथा कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी द्वारा समय-समय पर सौंपे गए अन्य कार्य शामिल है।

डिप्टी कलेक्टर श्री तेजपाल सिंह ध्रुव जिला कार्यालय के शाखाओं व समय सीमा के तहत दर्ज आवेदन पत्रों, प्रकरणों के लिए प्रभारी अधिकारी व सूचना का अधिकार प्रकोष्ठ एवं जनसूचना अधिकारी होंगे। शाखा लोक सेवा गारंटी, आवक-जावक, अभिलेख एवं प्रमाण पत्रों का सत्यापन एवं विभिन्न स्तर से कार्यालय को प्राप्त होने वाले समस्त डाक की मार्किंग के लिए प्रभारी अधिकारी होंगे तथा कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी द्वारा समय-समय पर सौंपे गए अन्य कार्य शामिल है।

डिप्टी कलेक्टर सुश्री अक्षा गुप्ता को जिला कार्यालय के शाखाओं ई प्रशासन अंतर्गत सॉफ्टवेयर का क्रियान्वयन, ई-डिस्ट्रिक्ट, लोक सेवा केन्द्र, जिला नवाचार निधि योजना, प्रतिलिपि शाखा, अभिलेखागार (हिन्दी/अंग्रेजी), पुस्तकालय शाखा/प्रपत्र शाखा एवं वाचक कलेक्टर न्यायालय शाखा के प्रभारी अधिकारी होंगे तथा कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी द्वारा समय-समय पर सौंपे गए अन्य कार्य शामिल है।

महासमुंद/थाना बलौदा गाली-गलौज और मारपीट का मामला, दो पर FIR दर्ज

महासमुंद/थाना बलौदा गाली-गलौज और मारपीट का मामला, दो पर FIR दर्ज

 

महासमुंद/थाना बलौदा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम अर्तुण्डा निवासी जितेन्द्र प्रधान ने मारपीट और जान से मारने की धमकी की शिकायत दर्ज कराई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रार्थी ने थाने में लिखित आवेदन प्रस्तुत कर बताया कि दिनांक 24 अगस्त 2025 को दोपहर लगभग 4 बजे वह अपने मोटरसाइकिल से ग्राम टेमरी से अर्तुण्डा लौट रहा था।

गांव से लगभग 100 मीटर पहले मुकेश साहू और सुरेश साहू, दोनों निवासी ग्राम कुटेला, ने ट्रैक्टर NOC की बात को लेकर बीच सड़क में रोककर उसे गाली-गलौज किया और विरोध करने पर हाथ-मुक्के और पैर से मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी दी। घटना के दौरान गांव के ही नुराधन बरिहा ने पूरे घटनाक्रम को देखा और सुना।

पार्थी शिकायत पर थाना बलौदा पुलिस ने आरोपी मुकेश साहू और सुरेश साहू के विरुद्ध भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 296, 115(2), 351(2), 3(5) BNS के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू कर दी है।

छत्तीसगढ़ : बालिका की सुरक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण नैतिक और संवैधानिक कर्तव्य: मुख्य न्यायाधीश श्री रमेश सिन्हा

छत्तीसगढ़ : बालिका की सुरक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण नैतिक और संवैधानिक कर्तव्य: मुख्य न्यायाधीश श्री रमेश सिन्हा

 

छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय बिलासपुर के मुख्य न्यायाधीश श्री रमेश सिन्हा ने कहा है कि बालिका की सुरक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण सुनिश्चित करना केवल विधिक जिम्मेदारी ही नहीं बल्कि नैतिक और संवैधानिक दायित्व भी है। उन्होंने कहा कि बालिका के लिए सुरक्षित वातावरण केवल उसे अपराध से बचाने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सकारात्मक पहल से आरंभ होता है- गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएँ, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और समान अवसर की उपलब्धता अपरिहार्य है। सभी संस्थानों का उद्देश्य केवल अन्याय को रोकना नहीं, बल्कि सशक्तिकरण करना है।

मुख्य न्यायधीश श्री रमेश सिन्हा आज छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय की विशेष सेल फॉर पॉक्सो समिति एवं किशोर न्याय समिति द्वारा, छत्तीसगढ़ राज्य न्यायिक अकादमी एवं छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, बिलासपुर के सहयोग से ‘बालिका संरक्षण भारत में उसके लिए एक सुरक्षित एवं सक्षम वातावरण की ओर‘ विषय पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में उन्होंने ने ‘यौन अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत विभिन्न हितधारकों की भूमिका‘ शीर्षक से एक लीफलेट का विमोचन भी किया।

मुख्य न्यायाधीश श्री रमेश सिन्हा ने कहा कि बालिका संरक्षण के लिए बहु-क्षेत्रीय दृष्टिकोण आवश्यक है – स्वास्थ्य विशेषज्ञ उपचार हेतु, पुलिस सुरक्षा हेतु, समुदाय पोषण हेतु, विधिक संस्थान अधिकारों की रक्षा हेतु और सबसे बढ़कर, समाज को अपनी सोच बदलने हेतु कर्तव्यबद्ध है। यदि हम सामूहिक रूप से इस दृष्टिकोण को अपनाएँ, तो हम न केवल सुरक्षित बल्कि वास्तव में सक्षम वातावरण बना सकेंगे, जहाँ भारत की हर बालिका स्वतंत्रतापूर्वक सपने देख सके, निडर होकर आगे बढ़ सके और अपनी पूर्ण क्षमता प्राप्त कर सके। उन्होंने यह भी कहा कि शासन की प्रत्येक संस्था को बच्चों के अधिकारों का संरक्षक बनकर कार्य करना चाहिए। हमारा यह पावन दायित्व है कि प्रत्येक पीड़िता को न्याय मिले। नन्हीं बालिका भारत की आत्मा है। हमें उसका हाथ थामकर उसे गरिमा के साथ भविष्य की ओर ले जाना है। यह दृष्टि हमें दान या कृपा से नहीं, बल्कि न्याय और कर्तव्य की भावना से प्रेरित करती है।

कार्यक्रम में तकनीकी सत्रों में राज्य, राष्ट्रीय एवं वैश्विक परिप्रेक्ष्य में बालिकाओं के विरुद्ध हिंसा तथा ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ‘ जैसी प्रमुख योजनाओं की समीक्षा के साथ-साथ सुरक्षित विद्यालयीन वातावरण सृजित करने, गैर-सरकारी संगठनों का जनजागरूकता बढ़ाने में योगदान, परिवार और समुदाय के सहयोग, लैंगिक संवेदनशीलता तथा सुरक्षित घरेलू वातावरण का महत्व पर चर्चा की गई। साथ ही बाल संरक्षण सेवाओं के कार्यान्वयन में चुनौतियों की पहचान, बालिकाओं पर हिंसा के मनोवैज्ञानिक प्रभाव और स्वास्थ्य-जागरूकता, यूनिसेफ जैसी संस्थान के सहयोग से बाल-हितैषी वातावरण का निर्माण, किशोर न्याय बोर्ड और राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की भूमिका पर विचार-विर्मश हुआ।

कार्यक्रम को न्यायमूर्ति श्रीमती रजनी दुबे, श्री संजय के. अग्रवाल ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर न्यायमूर्ति सर्वश्री नरेश कुमार चंद्रवंशी, पार्थ प्रतीम साहू, सचिन सिंह राजपूत, संजय कुमार जायसवाल, रविन्द्र कुमार अग्रवाल, अमितेन्द्र किशोर प्रसाद, विधि विभाग के प्रमुख सचिव, न्यायिक अकादमी के निदेशक, फास्ट ट्रैक, किशोर न्याय बोर्ड के न्यायाधीश, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष, यूनिसेफ के प्रतिनिधि सहित जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों के अधिकारी, समाजसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि सहित विधिक सेवा प्राधिकरण से जुड़े अधिकारी उपस्थित थे। आभार प्रदर्शन न्यायमूर्ति श्री बिभु दत्त गुरु द्वारा किया गया।

 

छत्तीसगढ़: भारत की लोकतांत्रिक परंपराएं पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा रही हैं: विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह

छत्तीसगढ़: भारत की लोकतांत्रिक परंपराएं पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा रही हैं: विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह

 

छत्तीसगढ़ के विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि भारत की लोकतांत्रिक परंपराएं पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा रही हैं। भारत ने प्राचीन काल से ही लोकतंत्र की भावना को आत्मसात किया है। उन्होंने कहा कि विधानसभाएं लोकतंत्र को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाती हैं। यही माध्यम है जिससे जनता की आकांक्षाएं शासन की नीतियों में बदलती हैं। डॉ. सिंह आज नई दिल्ली में ऑल इंडिया स्पीकर्स कॉन्फ्रेंस में ‘भारत लोकतंत्र की जननी‘ विषय पर सम्बोधित कर रहे थे।

ऑल इंडिया स्पीकर्स कॉन्फ्रेंस को सम्बोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में पंचायते जीवित इकाई के रूप में कार्य करती हैं। पंचायतों में सामूहिक निर्णय के माध्यम से विवादों का समाधान चर्चा से होता था। पंचायतीराज की यह परंपरा आज भी लोकतंत्र की रीढ है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1946 में गठित संविधान सभा लोकतंत्र का अनुपम उदाहरण है।

गौरतलब है कि यह सम्मेलन वीर विठ्ठल भाई पटेल प्रथम निर्वाचित भारतीय स्पीकर के जन्म शताब्दी समारोह के अंतर्गत यह सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। इस दो दिवसीय सम्मेलन का शुभारंभ आज केन्द्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह ने दिल्ली में किया। इस सम्मेलन में भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को और अधिक मजबूत करने पर चर्चा होगी। इस सम्मेलन में भारत के कई राज्यों की विधानसभा के अध्यक्ष और पीठासीन अधिकारी शामिल हो रहे हैं।

 

छत्तीसगढ़ के लोगों को दीपावली से पहले मिला 3000 करोड़ का गिफ्ट, जर्जर सड़कों से मिलेगा छुटकारा

छत्तीसगढ़ के लोगों को दीपावली से पहले मिला 3000 करोड़ का गिफ्ट, जर्जर सड़कों से मिलेगा छुटकारा

 

छत्तीसगढ़: लोक निर्माण विभाग (राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना) ने दिवाली से पहले प्रदेशवासियों को जर्जर सड़कों से राहत देने के लिए प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में राष्ट्रीय राजमार्गों के रखरखाव और मरम्मत के लिए नौ टेंडर जारी किए हैं। इन कार्यों पर कुल मिलाकर करीब 3 हजार करोड़ रुपये से अधिक का खर्च प्रस्तावित है। बतादें कि जिन सड़को का सफर जहां सामान्य हालात में 6 घंटे का होता है, वहां सड़क गड्ढों से छलनी होने के कारण 7-8 घंटे तक लग रहे हैं। बरसात ने स्थिति और खराब कर दी।

अब सरकार ने इन हालात को बदलने के लिए 3 हजार करोड़ रुपये से अधिक की मरम्मत योजना लागू की है। इन कार्यों के पूरे होते ही न केवल यात्रा का समय घटेगा बल्कि सफर सुगम और सुरक्षित भी होगा।

अब मिलेगा गड्ढों से निजात

बारिश के बाद सड़कें इतनी जर्जर हो गई थीं कि रोजमर्रा की यात्रा किसी परीक्षा से कम नहीं थी। भारी वाहन फंस जाते थे, तो छोटी गाड़ियां दुर्घटनाओं का शिकार होती थीं। मरम्मत कार्य पूरे होने के बाद लोगों को इन परेशानियों से छुटकारा मिलेगा।

व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा

यात्रा समय घटने से बस्तर, सुकमा, कोंटा और नारायणपुर जैसे क्षेत्रों के हजारों ग्रामीणों को सुविधा मिलेगी। व्यापार, पर्यटन और आवागमन तेज़ होगा। किसानों और व्यापारियों को माल ढुलाई में समय और पैसे दोनों की बचत होगी।

5 सितंबर तक आनलाइन निविदा

इन सभी कार्यों के लिए निविदाएं 5 सितंबर तक आमंत्रित की गई हैं। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि टेंडर प्रक्रिया पूरी होते ही काम शुरू कर दिया जाएगा।

इन सड़कों पर होगा काम

कटगी–गुमला रोड (NH-43): 32 किमी- 484.59 लाख रुपये।

NH-63 (कांकेर, नारायणपुर, बस्तर): 1,200 करोड़ से अधिक।

भोपालपट्टनम–जगदलपुर मार्ग (NH-63): 100 किमी – 531.26 करोड़ रुपये।

जगदलपुर–सुकमा–कोंटा रोड (NH-30): 38 किमी- 361 करोड़ रुपये।

रतनपुर–केन्दा–केवंची रोड (NH-45): 5.5 किमी – 455.55 लाख रुपये।

ढेका–बनारी मार्ग (NH-49): 33.18 किमी- 224.51 लाख रुपये।