सरायपाली / 4 लेन किनारे सार्वजनिक तालाब को पाट दिया गया है याद दिला दें एक ऐसे ही मामले मे मुख्यमंत्री ने तहसीलदार को निलंबित कर दिया था!
इधर सरकार द्वारा पानी के स्रोत को बढ़ाने एक से एक योजनाओं को ला रहे है लेकिन कुछ स्वार्थी तत्व के लोग अब तालाबो को भी नहीं छोड़ रहे है
महासमुंद जिले के सरायपाली राजस्व विभाग अंतर्गत ग्राम सिंघोडा पर स्थित एक तालाब को पाटने का कार्य किया जा रहा था ग्रामीणों ने बकायाद इसकी एक शिकायत कॉपी भी बनाया था लेकिन ओ शिकायत कॉपी राजस्व विभाग तक पंहुचा ही नहीं बता दें की किसी भी तालाब को पाटना और उस पर अवैध कब्जा करना सुप्रीम कोर्ट के गाइड लाइन के अनुसार उल्लंघन है लेकिन राष्ट्रीय राज मार्ग किनारे एक बड़े तालाब को पाट कर अतिक्रमण करने की तैयारियां थी शिकायत कॉपी से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम सिंघोडा
गूगल मेप मे आज भी दिखा रहा है तालाब और पेड़ पौधे जिसको काटकर पाटदिया गया है
प ह न 45 तहसील 4. लेन किनारे सार्वजनिक निस्तारि तालाब पर विकास पटेल निवासी सागारपाली द्वारा तालाब को मिट्टी से पाट कर तालाब किनारे लगे पेड़ो को काट दिया गया है शिकायत कॉपी की मानें तो ग्रामीणों के मना करने पर भी नहीं मानें जिससे मोह्हल्ले वासियों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा बताया शिकायत मे खसरा नंबर 268,269 के रकबा 0.23, 0.25 हे है जो निजी भूमि स्वामी हक मे है लेकिन भू एप चेक करने पर अब 268 का अस्तित्व नजर नहीं आ रहा है अब वहां तालाब को आधा मिट्टी से पाट दिया गया है ऐसे मामले मे जाँच कार्यवाही नहीं होने पर आने वाले दिनों मे इस तालाब का अस्तित्व पूरी तरह खत्म हो जाएगा,
बता दें की एक ऐसे ही मामले मे छत्तीसगढ़ के तत्कालीन मुख्य्मंत्री भूपेश बघेल ने बसना तहसीलदार बघेल को निलंबित कर दिया था चुकी तहसीलदार ने एक तालाब को बटवारा कर दिया था शिकायत के बाद मुख्यमंत्री ने पिरदा मे बसना तहसीलदार को निलंबित कर दिया था जानकार बताते है की जो तालाब है उनका पानी सिचाई और मछली पालन एवं अन्य ऐसे चीजों के लिए उपयोग करना है उनको पाटना एवं किसी तरह से व्यवसायिक उपयोग करना या बेचना पूरी तरह गलत है!