सरायपाली / गाड़ी मे दब गए थे मासूम चीख पुकार सुन ग्रामीणों ने बचाई जान, स्कूल वाहन ड्रायवर निकला लापरवाह बच्चों को छोड़ भागा, ओड़िशा के कंडम बस से बच्चों को ढोया जा रहा था! ऐसे लापरवाह स्कूलो मे भर्ती के पहले सोचे पालक आपके बच्चे संचालक के लिए कोई मायने नहीं रखता!
महासमुंद जिले के सरायपाली क्षेत्र अंतर्गत सेमलिया गांव में कल एक बड़ा हादसा होते-होते टला. स्कूली विद्यार्थियों से भरी एक टाटा मैजिक वाहन रास्ते से अचानक पलटकर खेत में जा गिरा. और वहां से ड्रायवर बच्चों और वाहन को छोड़ फरार होने की खबर वही ज़ब आस पास के ग्रामीणों से चर्चा करने पर बड़ा ही बेदुका जवाब मिला कुछ लोग बोले की कुछ हुवा तो नहीं ना मतलब कोई बच्चा मर जाता तब ही इनके लिए बड़ी बात थी वही निजी स्कूल के संचालक इतना गरीब व्यक्ति है की एक बाहर से कंडम वाहन लाकर बच्चों को लाने लें जाने का कार्य करवा रही है
क्या बच्चों को कोई परवाह नहीं 2 पैसे बचाने बच्चों के जान से खिलवाड़ किया जा रहा है और सबसे बड़ी दुख की बात यह है की पालक निजी स्कूलो मे पढ़ाते है लेकिन ऐसी खटारा स्कूली वाहनों का विरोध भी नहीं कर पाते है सायद स्कूल तो छोडीए बच्चों के पालको का भी ध्यान नहीं है वही ओड़िसा से कंडम और खटारा वाहनों को लाकर

कई स्कूलो मे बच्चों को लाते जाते दिखाई देते है मिडिया रिपोर्ट के अनुसार वाहन को पुलिस ने जप्त कर लिया है वही ड्रायवर फरार है, बताया जा रहा है की बच्चे वाहन मे दब गए थे चीख पुकार के बाद ग्रामीण ज़ब घटना स्थल पर पहुचे तो ड्रायवर भाग रहा था कुछ ग्रामीणों ने उसको पकड़ने की भी कोसिस की लेकिन लापरवाह ड्रायवर बच्चों को ऐसे छोड़ भाग निकला ऐसे स्कूलो मे बच्चों को पढ़ाने पालको को सोचना चाहिए!
