बागबाहरा चंडी मंदिर परिसर में पुलिस की बड़ी कार्रवाई, नशीली दवाइयों व गांजा के साथ चार आरोपी गिरफ्तार
बागबाहरा (जिला महासमुंद)। थाना बागबाहरा पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर शनिवार को चंडी मंदिर परिसर में दबिश देकर अवैध नशीली दवाइयों और गांजा की बिक्री करने वाले चार आरोपियों को रंगेहाथ पकड़ा है। मौके से पुलिस ने नशीले इंजेक्शन, टेबलेट, गांजा की पुड़िया, मोबाइल फोन, नगदी रकम और दोपहिया वाहन की चाबियां बरामद की हैं।
थाना प्रभारी उप निरीक्षक के नेतृत्व में हमराह स्टाफ प्र0आर0 192, आर0 465, 286, 475, 50, 392, 690, 777 सहित पुलिस टीम शासकीय वाहन CG 03 8938 से जुर्म-जरायम पतासाजी पर निकली थी। बस स्टैण्ड बागबाहरा के पास मुखबिर से सूचना मिली कि शिवकुमार बघेल अपने साथियों के साथ चंडी मंदिर परिसर, चंडी कुटिया, रेलवे लाइन किनारे अवैध रूप से नशीली दवाओं और मादक पदार्थों की बिक्री कर रहा है।सूचना के बाद स्वतंत्र गवाहों देव कुमार ध्रुव और शेख साहिल को मौके पर बुलाकर रेड की तैयारी की गई। राजपत्रित अधिकारी के पहुंचने में विलंब होने और सबूत नष्ट किए जाने की आशंका को देखते हुए पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर घेराबंदी की।
मंदिर परिसर में तलाशी के दौरान चार व्यक्ति मिले, जिनकी पहचान —1. शिव कुमार बघेल (26 वर्ष) निवासी डबरापारा, बागबाहरा 2. सुनील पटेल (26 वर्ष) निवासी तेंदूलोथा3. नितेश कुमार वेगड (36 वर्ष) निवासी डबरापारा4. राहुल यादव (19 वर्ष) निवासी बाजारपारा —के रूप में हुई।चारों संदेहियों को धारा 50 एनडीपीएस एक्ट के तहत नोटिस देकर तलाशी ली गई। इस दौरान पुलिस ने आरोपी शिवकुमार बघेल के कब्जे से PENTAZOCINE LACTATE INJECTION IP ड्रग के 7 एम्प्यूल,Nitrosun10/Nitrazepam टेबलेट के 10 नग,11 सिरिंज,₹2800 नगद,तीन मोबाइल फोन,एक पावर बैंक तथा टीवीएस जुपिटर वाहन की चाबी जब्त की। वाहन की तलाशी में सीट के नीचे से 41 नशीले इंजेक्शन और 5 सिरिंज भी मिले।वहीं, आरोपी सुनील पटेल से 50 पुड़िया गांजा (मादक पदार्थ),एक दुपहिया वाहन की चाबी ₹200 नगद
जब्त किए गए।अन्य आरोपियों नितेश वेगड और राहुल यादव के पास से मोबाइल फोन और नोटिस की प्रतियां बरामद हुईं।बरामद सभी वस्तुओं का समक्ष गवाहों के पंचनामा तैयार कर जब्ती की गई। पुलिस ने बताया कि प्राथमिक जांच में यह गिरोह लंबे समय से बागबाहरा क्षेत्र में नशीले पदार्थों की अवैध बिक्री कर रहा था। आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर आगे की विवेचना की जा रही है।