CG: पिथौरा :जनपद सीईओ पर ग्रामीणों का निशाना” कलेक्टर कार्यालय के सामने 16 अक्टूबर को होगा धरना,
डोंगरिपाली, जिला महासमुंद।
ग्राम पंचायत डोंगरिपाली के ग्रामीणों ने जनपद पंचायत पिथौरा के सीईओ श्री चंद्रप्रकाश मनहर पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि वे जांच प्रतिवेदन देने से इंकार कर रहे हैं और दोषियों को जानबूझकर बचा रहे हैं। इस मामले में ग्रामीणों ने 16 अक्टूबर 2025 को कलेक्टर कार्यालय महासमुंद के समक्ष धरना-प्रदर्शन की घोषणा की है।
ग्रामीणों द्वारा जारी आवेदन पत्र में कहा गया है कि समग्र योजनाओं के तहत किए गए कार्यों की जांच 09 से 11 सितंबर 2025 के बीच की गई थी, जिसमें कई अनियमितताएं सामने आई थीं। जांच दल में शामिल अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की थी, जिसके बाद शिकायतकर्ता एम.डी. सागर ने जांच प्रतिवेदन की प्रति की मांग की थी।
आदेश के बावजूद नहीं मिला जांच प्रतिवेदन दिनांक 26 सितंबर 2025 को जिला सीईओ श्री हेमंत नंदनवार ने जनपद सीईओ पिथौरा को शिकायतकर्ता को जांच प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था, परंतु उक्त आदेश का पालन नहीं किया गया। इसके बाद ग्रामीणों ने 07 अक्टूबर को आवेदन देकर 13 अक्टूबर को जनपद पंचायत पिथौरा का घेराव करने की सूचना दी थी।
सीईओ ने मोबाइल पर कहा — “जांच प्रतिवेदन नहीं मिलेगा”
शिकायतकर्ता एम.डी. सागर के अनुसार, 10 अक्टूबर को जनपद सीईओ श्री चंद्रप्रकाश मनहर ने फोन पर साफ कहा कि “तुम्हें जांच प्रतिवेदन नहीं मिलेगा।” 13 अक्टूबर को ग्रामीण जब जनपद पंचायत पिथौरा पहुंचे, तो सीईओ कार्यालय में उपस्थित नहीं थे और जांच दस्तावेज़ देने से मना कर दिया गया।
दोषियों को बचाने का आरोप
ग्रामीणों ने अपने आवेदन में लिखा है कि जनपद सीईओ दोषियों को बचा रहे हैं, जिसके कारण शासन-प्रशासन की छवि धूमिल हो रही है। उन्होंने कहा कि यदि 15 अक्टूबर 2025 तक शिकायतकर्ता को जांच प्रतिवेदन और संबंधित दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए जाते हैं, तो 16 अक्टूबर को सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक कलेक्टर कार्यालय महासमुंद के सामने शांतिपूर्ण धरना दिया जाएगा।
शासन-प्रशासन पर जिम्मेदारी तय
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं की गई, तो आंदोलन की पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।