महासमुंद सरायपाली / फुलझर अंचल के संस्कारधानी गांव के नाम से विशेष पहचान स्थापित ग्राम पंचायत तोषगांव में श्री हरि नामयज्ञ संकीर्तन्य अष्टप्रहरी आयोजन इन दिनों!
पूर्वी छत्तीसगढ़ के फुलझर राज्य अंचल के संस्कारधानी गांव के नाम से विशेष पहचान स्थापित ग्राम पंचायत तोषगांव में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी समस्त भगवत संकीर्तन प्रेमी ग्रामीण एवं अंचल के उदार दान दाताओं के जनसहयोग से आगामी दिनांक 11 व 12 मई को आदि जगतगुरू शंकराचार्य व भक्तिकालीन सगुण कृष्ण भक्तिमार्गी महाकवि संत शिरोमणि सूरदास जी के जयंती और मातृ दिवस के पावन अवसर पर श्री गौर- निताई गौरमठ मंदिर प्रांगण में श्री हरि नामयज्ञ नाम संकीर्तन्य अष्टप्रहरी का भव्य आयोजन किया जा रहा है। जहां प्रथम दिवस 11 मई 2024 वैशाख शुक्ल पक्ष चतुर्थी को कुलपुरोहित पंडित पुजारियों के वैदिक मंत्रोच्चार और
ग्रामाधिपति यज्ञमानों के व्रत यज्ञीय संकल्पना से सर्व देवा- देवी देवाव्हान कलश स्थापना पूजा श्री गौर- निताई जगन्नाथ भगवान जी के विग्रह मूर्तियों का महाआरती मृदंग खोल-ताल पूजन व श्री हरि नामयज्ञ अष्टप्रहरी का अखण्ड नामोच्चारण में ग्राम तोषगांव एवं आश्रित ग्राम मनकी के संकीर्तन्य मंडलियां सहित छत्तीसगढ़ के दो और पश्चिम ओडिसा के छह नामी आमंत्रित संकीर्तन मंडलियों में – खलिहापाली -अताबिरा (ओडिसा), साल्हेपाली -रेशम (ओडिसा), अड़ाईगुढ़ी -रेशम (ओडिसा) , तालमेण्डा -भेड़ेन (ओडिसा), ब्रम्हचारी- बरगढ़ (ओडिसा) , पहण्डी- बिजेपुर (ओडिसा), और देवलगढ़ – बरनाईदादर (छत्तीसगढ़) नाम जाप में सहयोग प्रदान करेंगे।

द्वितीय दिवस वैशाख शुक्ल पक्ष पंचमी को कुलपुरोहित पंडित पंडा पुजारियों यज्ञमानों और ग्रामीण अनुष्ठानकर्ताओं की उपस्थिति में ग्राम्य वैभव सुख समृद्धि गौ धन-धान्य सद्भावना और विश्व कल्याण की मंगल कामना सहित यज्ञीय हवन पूजन पूर्णाहुति व मंदिर में विराजित आराध्य महाप्रभु भगवान जगन्नाथ जी को भोग प्रसाद समर्पित पश्चात संकीर्तन दर्शनार्थी सर्व जन समुदाय को हरिपंगत अभड़ा भोग महाप्रसाद वितरण किया जाएगा तथा दोपहर 12.30 बजे से श्री हरि नामयज्ञ संकीर्तन्य का गायन -वादन एवं कला प्रदर्शन का आकर्षण सांस्कृतिक छटा भजन बैठकी का प्रसतुति व दधीभंजन पश्चात् विभिन्न वार्डों में नगर भ्रमण का कार्यक्रम रहेगा। श्री हरि नामयज्ञ संकीर्तन आयोजन की तैयारी में आयोजन समिति के पदाधिकारी गण ग्राम पंचायत जनप्रतिनिधियों सहित ग्रामीण युवा वर्ग अपने -अपने दायित्वों प्रभार अनुसार पंडाल वंदनवार स्वागत द्वार आदि निर्माण कार्यों में युद्ध स्तर पर जुटे हुए हैं। आयोजन समिति ने संकीर्तन भगवत्प्रेमी सनातन धर्मानुरागी दर्शानार्थी भक्तवृन्दों को बहु- संख्या में भाग लेकर इस पुण्य अवसर के भागी बन आयोजन को सफल बनाने की अपील किये हैं। आयोजन समिति के संरक्षक विद्याभूषण सतपथी

सेवानिवृत्त प्राचार्य समाज सेवी एवं राष्ट्रभाषा हिन्दी अकादमी राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अध्यक्ष पुरुषोत्तम प्रकाश भोई एवं सलाहकार रासबिहारी विशाल ने बताया कि यह श्रीहरि नामयज्ञ संकीर्तन्य अनुष्ठान करवाने के का इतिहास कितना प्राचीन है हम नहीं जानते परन्तु प्रतिवर्ष परम्परागत रूप में वैशाख मास के शुक्ल पक्ष में पूर्वजों की देन विरासत की यह परम्परा पूरी निष्ठा और तन्मयता से होता आ रहा है। तोषगांव श्रीहरि नामयज्ञ को अंचलवासी एक भक्ति गंगा तीर्थ महोत्सव के रूप में स्मरण करते हैं। इस दिन ग्राम के शासकीय- अशासकीय विभिन्न प्रदेशों में कार्यरत अधिकारी -कर्मचारी वर्ग यहां तक विदेशों में रहने वाले प्रवासी को भी यह दिन तोषगांव मातृभूमि की सोंधी महक खींच लाता है। हर घर दीपावली पर्व की भांति संकीर्तन दर्शानार्थी मेहमानों से गुलजार रहता है। पुराने इष्टमित्रों बंधु बांधव का एक सम्मेलन का दिन होता है।
प्रैस विज्ञप्ति में उपरोक्त जानकारी राजेन्द्र सिंह सिदार शिक्षक में दी है।