छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में एक युवक को बड़े-बड़े क्रिकेटरों के फोन आने लगे।माडागांव के रहने वाले मनीष बीसी को जब विराट कोहली, यस दयाल और एबी डिविलियर्स का फोन आया तो पूरे गांव में हल्ला हो गया। दूर-दूर से ग्रामीण उनसे मिलने आने लगे। मामला देवभोग थाना क्षेत्र का है।
दरअसल क्रिकेटर रजत पाटीदार का मोबाइल नंबर तकनीकी त्रुटी से माडागांव के युवक को जारी हो गया था। करीब 15 दिन तक युवक रजत पाटीदार का नंबर यूज कर रहा था। इस दौरान रजत को फोन लगाने वाले क्रिकेटर की बात मनीष से हो रही थी।
पूरे गांव में हल्ला मच गया कि मनीष के पास क्रिकेटरों के फोन आ रहे है।
ये है पूरा मामला

28 जून 2025 को मनीष बीसी (21 साल) ने देवभोग के एक मोबाइल सेंटर से जियो सिम कार्ड लिया। मोबाइल सेंटर संचालक शिशुपाल ने उसे सामान्य प्रक्रिया के तहत (8103277600) नंबर जारी किया। एक हफ्ते बाद मनीष ने अपने मित्र खेमराज के साथ इस नंबर पर व्हाट्सएप इंस्टॉल किया।

व्हाट्सएप इंस्टॉल करते ही प्रोफाइल पिक्चर में रजत पाटीदार की फोटो दिखाई दी। ग्रामीण युवकों ने इसे सॉफ्टवेयर का कोई खेल समझा। 2 दिन बाद उनके पास अनजान नंबरों से कॉल आने लगे। कॉल करने वाले खुद को विराट कोहली, यस दयाल और एबी डिविलियर्स बता रहे थे।
मनीष और खेमराज क्रिकेट के शौकीन हैं। उन्हें लगा कि कोई उन्हें प्रैंक कर रहा है। वे मजाकिया लहजे में बात करते रहे। कॉल करने वाले उन्हें रजत पाटीदार के नाम से पुकार रहे थे। यह सिलसिला 15 जुलाई तक चलता रहा।
बाद में क्रिकेटर रजत पाटीदार ने साइबर सेल की मदद से अपना सिम वापस मांगा। सिम चलाने वाले युवकों ने सिम वापस कर पाटीदार की मदद की। और पाटीदार से संपर्क करने इच्छा जताई।
दोनों भाई किराना दुकान चलाते है। दोनों विराट के फैन है
दोनों भाई किराना दुकान चलाते है। दोनों विराट के फैन है।
रजत पाटीदार का कॉल आया..प्यार से बोले भाई सिम वापस दे दो
मनीष को एक कॉल आया जिसमें कॉलर ने अपना नाम रजत पाटीदार बताया और प्यार से बात कर वे अपना सिम वापस मांगते रहे। युवकों ने इस कोल की भी वैसे ही मजाक में लिया जैसे पहले वाले को लेते रहे। रजत सिम को वापस मांगते रहे युवक मजाक उड़ाते रहे।
रजत ने कहा कि मैं पुलिस भेजता हूं और 10 मिनट बाद पुलिस भी आ धमकी। सहमति से सिम लिया और उसे रजत के पोस्ट पर भेजा गया। रजत पाटीदार एमपी साइबर सेल के संपर्क में थे।एमपी साइबर सेल ने ही मामला गरियाबंद पुलिस के मदद से टेकल किया।
तकनीकी कारण से हुआ ऐसा
देवभोग थाना प्रभारी फैजुल शाह ने कहा कि किसी तकनीकी कारण वश क्रिकेटर रजत पाटीदार का नंबर 90 दिन बंद रहा। एमपी साइबर सेल के कहने पर मनीष के पिता गजेंद्र बीसी से हमने बात कराई। साइबर सेल ने अनुरोध कर सिम को छोड़ने कहा
मनीष बीसी के पिता गजेंद्र ने कहा कि वे सहमति से उक्त सीएम को देवभोग पुलिस के सुपुर्द किया। जिसे पुलिस ने रजत पाटीदार के पते पर भिजवाया। गजेंद्र ने बताया कि उनका बेटा मनीष मानसिक रूप से सामान्य रूप से थोड़ा कमजोर है। वह अपने भाई खेमराज बीसी (22 साल) के साथ किराना दुकान में बैठता है।
खेमराज क्रिकेट प्रेमी है। विराट कोहली का फैन है। ऐसे में जब भी कॉल आता था तो दोनों भाई बात करते थे। इस दौरान क्रॉस नम्बर के चलते उसकी बात कोहली से हो गई।
युवकों ने कहा कि यह घटना उन्हें जीवन भर यादगार रहेगा। युवकों ने कहा कि हम चाहते तो सिम नहीं देते, पर आग्रह किया गया। युवाओं को उम्मीद है कि उनके इस मदद के लिए क्रिकेटर रजत पाटीदार उनसे जरूर संपर्क करेंगे।