महासमुंद,/ एक ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय सोमवार 11 अगस्त को ‘एक पेड़ माँ के नाम’ जैसे पर्यावरण संरक्षण के संदेश वाले कार्यक्रम में शामिल होने महासमुंद जिले आ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर जिले के झलप क्षेत्र में हरे-भरे पेड़ों की बेधड़क अवैध कटाई ने वन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
प्रोटोकॉल के मुताबिक मुख्यमंत्री शाम 03:05 बजे सारंगढ़ के खेलभांठा मैदान हैलीपेड से महासमुंद बसना ग्राम दुर्गापाली के लिए रवाना होंगे। 03:45 बजे रोहिना हेलीपेड, बसना पहुंचकर 03:50 बजे शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय प्रांगण, दुर्गापाली में ‘एक पेड़ माँ के नाम’ सिंदूर पार्क और चरण पादुका वितरण कार्यक्रम में शामिल होंगे। 04:50 बजे कार्यक्रम समाप्त कर वे रायपुर लौट जाएंगे।
इसी बीच झलप समीपस्थ दर्री बिड जंगल से लगे ग्राम जोरातराई में लकड़ी तस्करों द्वारा बड़े पैमाने पर अवैध कटाई की खबर है। ग्रामीणों के अनुसार सेमरा के विशाल पेड़ो को काटकर ट्रैक्टर से बाहर ले जाए गए, और यह सब वन अमले की नज़रों के सामने हुआ। बिड गार्ड की भूमिका पर संदेह जताते हुए ग्रामीणों ने कहा कि विभाग के कुछ कर्मचारी निगरानी करने के बजाय घरों में आराम फरमा रहे हैं।
नाम न उजागर करने की शर्त पर ग्रामीणों ने यह भी बताया कि बेसकीमती लकड़ी की तस्करी लंबे समय से जारी है और इसमें मिलीभगत की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। मुख्यमंत्री के पर्यावरण संदेश के बीच ऐसी घटनाएं प्रशासन की गंभीर लापरवाही और जमीनी स्तर पर व्यवस्था की पोल खोल रही हैं।