बसना हेडस पाली से झनेन्द्र कुमार प्रेमी की खबर बसना।जिला महासमुंद के थाना बसना क्षेत्र का ग्राम मुनगाडीह, जिसे क्षेत्र में शराब का गढ़ माना जाता है, अब शराबबंदी की दिशा में बड़ा कदम उठा चुका है। गांव में लंबे समय से खुलेआम शराब का विक्रय और निर्माण किया जा रहा था, जिससे शराब बड़ी सहजता से गांव-गांव और गली-मोहल्लों में उपलब्ध हो रही थी। इसी कारण बड़े-बुजुर्गों से लेकर छोटे-छोटे बच्चे तक शराब के आदी होते जा रहे थे, जो परिवार और समाज दोनों के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गया था।
गांव में शराब पीने और पिलाने वालों के कारण आए दिन गाली-गलौज, झगड़े और मारपीट जैसी घटनाएँ आम बात हो गई थीं, जिससे घर-परिवार का माहौल बिगड़ता जा रहा था और गांव में तनाव की स्थिति बनी रहती थी।
इन्हीं समस्याओं को देखते हुए दिनांक 04 अक्टूबर 2025, शनिवार को ग्राम मुनगाडीह (ग्राम पंचायत मुनगाडीह, पोस्ट बड़े साजापाली, तहसील व थाना बसना, जिला महासमुंद, छ.ग.) में समस्त ग्रामवासियों की बैठक आहुत की गई। बैठक में शराब के विक्रय एवं निर्माण पर विस्तृत चर्चा की गई।
सभी की सहमति और सुझाव से यह निर्णय लिया गया कि —
गांव में यदि कोई भी व्यक्ति शराब बनाते या बेचते हुए पकड़ा जाता है, तो उसे ₹25,000 का अर्थदंड (जुर्माना) देना होगा और साथ ही उसे पुलिस के हवाले किया जाएगा।
शराब बनाने की सूचना देने वाले व्यक्ति को ₹5,000 का पुरस्कार दिया जाएगा।
वहीं, शराब पीकर गांव या गली-मोहल्ले में गाली-गलौज करने वाले व्यक्ति पर ₹5,000 का जुर्माना लगाया जाएगा।
ग्रामवासियों ने यह ठोस संकल्प लिया कि अब मुनगाडीह को पूरी तरह शराबमुक्त बनाया जाएगा, ताकि गांव में शांति, सद्भाव और स्वच्छ सामाजिक वातावरण स्थापित हो सके।