पटेवा (महासमुंद) /ग्राम छिंदौली में दिवाली की रात पटाखों पर छिड़ी जंग — दोनों पक्षों के कई लोग घायल, पुलिस ने दर्ज किया मामला”
पटाखा फोड़ने से भड़का विवाद — महिला पक्ष ने तीन लोगों पर मारपीट व गाली-गलौज की रिपोर्ट दर्ज कराई पटेवा (महासमुंद)। 22 अक्टूबर 2025। ग्राम छिंदौली में बीती रात पटाखा फोड़ने को लेकर दो पक्षों में विवाद इतना बढ़ गया कि मामला मारपीट और थाने तक पहुंच गया। महिला पक्ष ने गांव के तीन लोगों पर गाली-गलौज, मारपीट और धमकी देने का आरोप लगाते हुए थाना पटेवा में रिपोर्ट दर्ज कराई है। ग्राम छिंदौली निवासी एक महिला, जो खेती-किसानी का कार्य करती है और कक्षा 8वीं तक शिक्षित है, ने बताया कि 22 अक्टूबर की रात करीब 9 बजे गांव के स्कूल चौक में हरिहर कुर्रे और भूपेन्द्र कुर्रे पटाखे फोड़ रहे थे। जब उन्हें ऐसा करने से रोका गया तो दोनों ने पुरानी रंजिश के चलते उसे मां-बहन की गंदी-गंदी गालियां दीं। महिला के अनुसार, हरिहर कुर्रे ने उसके बाल पकड़कर खींचा और भूपेन्द्र कुर्रे ने डंडे से मारपीट की। बीच-बचाव करने पहुंचे उसके देवर विरेन्द्र बंजारे और मुकेश बंजारे को भी गाली-गलौज करते हुए डंडे से मारा गया। कुछ देर बाद भूपेन्द्र का भाई खिलेश्वर कुर्रे भी मौके पर पहुंचा और उसने भी हाथ-मुक्का से हमला करते हुए जान से मारने की धमकी दी। इस घटना में महिला को बाएं हाथ में, विरेन्द्र बंजारे को सिर, हाथ और गर्दन में, तथा मुकेश बंजारे को सिर में चोटें आई हैं। घटना को गांव के अनिल चतुर्वेदी, कंचन घिरे और राजेश सोनी ने देखा और बीच-बचाव किया। घायल लोग इलाज के लिए शासकीय अस्पताल तुमगांव पहुंचे थे। थाना पटेवा पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 115(2)-BNS, 296-BNS, 3(5)-BNS, 351(2)-BNS के तहत अपराध दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है।
छिंदौली में पटाखा विवाद ने लिया झगड़े का रूप — एक पक्ष ने लगाया हमला और सोने के लॉकेट गुम होने का आरोप पटेवा (महासमुंद)। 22 अक्टूबर 2025। थाना पटेवा अंतर्गत ग्राम छिंदौली में बीती रात पटाखा फोड़ने को लेकर दो पक्षों में विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों ओर से एक-दूसरे पर मारपीट, गाली-गलौज और धमकी देने की शिकायत दर्ज कराई गई। दूसरे पक्ष के युवक ने बताया कि वह खेती-किसानी करता है और कक्षा 12वीं तक पढ़ा-लिखा है। उसके अनुसार, 22 अक्टूबर की रात करीब 9 बजे उसका चाचा हरिहर कुर्रे और भाई भूपेन्द्र कुर्रे स्कूल चौक में पटाखा फोड़ रहे थे। इसी दौरान गांव के छेदीलाल चतुर्वेदी, अनिल चतुर्वेदी, विरेन्द्र बंजारे और मुकेश बंजारे वहां आए और पुरानी रंजिश को लेकर मां-बहन की गालियां देते हुए हाथ-मुक्का और लोहे के पाइप से हमला करने लगे।बीच-बचाव करने पहुंचे वह स्वयं, उसका भाई और मां अमर बाई को भी गालियां दी गईं और उनसे भी मारपीट की गई। आरोप है कि छेदीलाल चतुर्वेदी ने लोहे के पाइप से, मुकेश बंजारे ने चूड़ा से और विरेन्द्र बंजारे ने डंडे से हमला किया। झगड़े के दौरान उसकी मां अमर बाई के गले की तीन सोने की लॉकेट भी गुम हो गईं।मारपीट में हरिहर कुर्रे के सिर, भूपेन्द्र कुर्रे के सिर और दाहिने हाथ, शिकायतकर्ता के बाएं हाथ की कलाई तथा मां अमर बाई के दाहिने हाथ में चोटें आईं। घटना को नेतराम जांगड़े और अनुज सोनी ने देखा और बीच-बचाव किया।घायल लोगों को इलाज के लिए शासकीय अस्पताल तुमगांव ले जाया गया, जहां से हरिहर कुर्रे और भूपेन्द्र कुर्रे को रिफर किया गया। थाना पटेवा पुलिस ने इस प्रकरण में भी धारा 115(2)-BNS, 296-BNS, 3(5)-BNS, 351(2)-BNS के तहत मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है।