महासमुंद पटेवा/मजदूरों को ‘उच्च मजदूरी’ का लालच… और पर्दे के पीछे मानव तस्करी! श्रम विभाग की दबिश में बड़ा खुलासा
महासमुंद। श्रम विभाग महासमुंद की टीम ने मानव तस्करी के एक बड़े मामले का भंडाफोड़ करते हुए बिना अनुज्ञप्ति मजदूरों को बहला-फुसलाकर महाराष्ट्र ले जाने की कोशिश कर रहे आरोपी मनहरण यादव, निवासी भिथीडीह थाना पिथौरा के विरुद्ध धारा 143 BNS के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है।
मामला तब सामने आया जब श्रम उप निरीक्षक बेलारसन बघेल को मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी मनहरण यादव मजदूरों को “ज्यादा मजदूरी दिलाने” और एडवांस रकम देने के लालच में महाराष्ट्र के ईंट-भट्ठों में भेजने के लिए पलायन करा रहा है।
निर्देशानुसार गठित टीम—दानेश्वर साहू (श्रम कल्याण निरीक्षक), राकेश प्रधान (सहायक ग्रेड-3), मुकेश साहू (सहायक ग्रेड-3), हिमालय चंद्राकर (लेखापाल, BOC)—तत्काल कार्रवाई के लिए मौके पर पहुंची।
बस से मजदूरों को छुड़ाया गया पटेवा थाना इलाके के पास पुलिस व श्रम विभाग ने बस रोकी जिसमें कई मजदूर अपने परिवारों सहित महाराष्ट्र ईंट-भट्ठा जाने के लिए सवार थे। पूछताछ में मजदूरों—गनेश निषाद, शोभित राम, सुखवारी बिंझवार, पवित्रा बिंझवार व दुर्गेश्वरी निषाद (निवासी गोपालपुर)—ने बताया कि मनहरण यादव ने उन्हें एडवांस और ऊँची मजदूरी का झांसा देकर ले जा रहा था।
बिना लाइसेंस श्रमिकों का पलायन – मानव तस्करी का प्रयास आरोपी के पास श्रमिकों के पलायन के लिए कोई अनुज्ञप्ति (लाइसेंस) नहीं था, न ही श्रम नियमानुसार पलायन पंजी में कोई प्रविष्टि की गई थी। प्रथम दृष्टया यह कृत्य मानव तस्करी का प्रयास पाया गया। आवेदक बेलारसन बघेल ने थाना पटेवा में लिखित रिपोर्ट प्रस्तुत कर आरोपी पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।


