बसना – भारतीय जनता युवा मोर्चा बसना ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का शहीद वीरनारायण सिंह चौक में पुतला दहन किया।

विदित हो कि वायनाड से सांसद एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी को न्यायालय से सजा सुनाने के बाद कल लोकसभा ने उनकी सदस्यता रद्द कर दी है, यह ख़बर जैसे ही मीडिया में आई कांग्रेस खेमे में हड़बड़ाहट की लहर दौड़ गयी सदस्यता रद्द करने के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी के रायपुर स्थित कार्यालय में तोड़ फोड़ कर पत्थरबाजी कर दी तथा वहां लगे बैनर पोस्टर में कालिख तक पोत दी।

कांग्रेस की गुंडागर्दी के विरोध में आज बसना भाजपा एवं भाजयुमो ने विरोध स्वरूप मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया। कार्यक्रम में उपस्थित बेटी बचाओ बेटी पढाओ के प्रदेश सदस्य डॉक्टर एन के अग्रवाल, जितेंद्र त्रिपाठी एवं दीपेश मिश्रा ने कहा कि गुंडागर्दी करना लोगों में दहशत फैलाना, विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं से मारपीट करना हुड़दंग मचाना ये सब कांग्रेसियों के पुराने काम है कल की हाथापाई में हमारे भाजपा के बहुत सारे सिपाही घायल हुए हैं। शासन प्रशासन के पूर्ण संरक्षण एवं पुलिस के गोद मे बैठकर कांग्रेस के कार्यकर्ता सरेराह गुंडागर्दी कर रहे हैं झंडे में मोटे मोटे डंडे लगाकर भाजपाइयों पर प्रहार करना सरासर गलत है । भूपेश बघेल ये बात याद रखें भाजपा का एक एक कार्यकर्ता इन लाठी डंडो से डरने वाला नही है निकट भविष्य में अगर ऐसी घटना दोहराई गयी तो एक बड़ा आंदोलन झेलने के लिए सरकार तैयार रहे। उक्त कार्यक्रम में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के प्रदेश सदस्य डॉ एन के अग्रवाल, जिला उपाध्यक्ष जितेंद्र त्रिपाठी, बसना मण्डल अध्यक्ष अनिल अग्रवाल,गडफुलझर मण्डल अध्यक्ष माधव साव, महामंत्री प्रह्ललाद साहू , पुतला दहन कार्यक्रम के ब्लॉक प्रभारी दीपेश मिश्रा, अल्प संख्यक मोर्चा के मण्डल अध्यक्ष फिरोज खान, युवा मोर्चा गढ़फुलझर मण्डल अध्यक्ष अरविंद मिश्रा, आई टी सेल से नवीन साव, संजय अग्रवाल, मण्डल मंत्री नरेंद्र यादव, अजय भोई, भाजयुमो महामंत्री मुकेश परमार, मिलिंद भोई,उपाध्यक्ष प्रदीप ठाकुर, पिंटू बरिहा, निमित प्रधान, प्रमोद भाजपा एवं भाजयुमो के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

बसना – छुईपाली श्री हरी संकीर्तन अष्ट प्रहरी नाम यज्ञ में शामिल हुए बेटी बचाओ बेटी पढाओ के प्रदेश सदस्य डॉ एन.के. अग्रवाल ……

ग्राम छुईपाली में अष्टप्रहरी नामयज्ञ कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के प्रदेश सदस्य डॉ एन.के. अग्रवाल शामिल हुए ।

ग्राम वासियों ने डॉक्टर एन के अग्रवाल का हर्ष उल्लास के साथ तिलक,फूलमाला पहनाकर स्वागत किया उन्होंने श्री राधाकृष्ण की पूजा अर्चना कर क्षेत्रवासियों की सुख समृद्धि की कामना की।

इस अवसर पर बेटी बचाओ बेटी पढाओ के प्रदेश सदस्य डॉक्टर एन. के. अग्रवाल ने कहा की इस क्षेत्र में सुख शांति हमेशा बनी रहे भगवान सबको हनुमान जी जैसा शक्ति प्रदान करें,इस अवसर पर समस्त ग्रामवासी  उपस्थित थे|

बसना – बरिहापाली श्री हरी संकीर्तन अष्ट प्रहरी नाम यज्ञ में शामिल हुए बेटी बचाओ बेटी पढाओ के प्रदेश सदस्य डॉ एन.के. अग्रवाल ……

 

ग्राम बरिहापाली में अष्टप्रहरी हरीनाम यज्ञ कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के प्रदेश सदस्य डॉ एन.के. अग्रवाल शामिल हुए ।

ग्राम वासियों ने डॉक्टर एनके अग्रवाल का हर्ष उल्लास के साथ तिलक व फूलमाला पहनाकर स्वागत किया उन्होंने श्री राधाकृष्ण जी की पूजा अर्चना कर क्षेत्रवासियों की सुख समृद्धि की कामना की।

इस अवसर पर बेटी बचाओ बेटी पढाओ के प्रदेश सदस्य डॉक्टर एन. के. अग्रवाल ने कहा की इस क्षेत्र में सुख शांति हमेशा बनी रहे भगवान सबको हनुमान जी जैसा शक्ति प्रदान करें इस अवसर पर सुरेश उत्तर कुमार भोई,अंतर्यामी प्रधान,इसाई भोई,राजेश अग्रवाल,रेशम भोई,नकुल प्रधान,उपेन्द्र साहू,खिरोद भोई,संतलाल भोई,अपील भोई,रमेश भोई,परमानन्द,सीताराम,गंगाराम निषाद,प्रमोद दास,शालिकराम भोई,भरत दास सहित समस्त ग्रामवासी उपस्थित थे|

महासमुंद-/ क्या श्रापित हो गया था गढफुलझर का महल क्या तालाब के अंदर सुरंग और गुप्त रास्ते , क्या कुलदेवी के श्राप से जलमग्न हो गए थे राजा और रानी ?पढ़े insite story

महासमुंद-/ क्या श्रापित हो गया था गढफुलझर का महल क्या तालाब के अंदर सुरंग और गुप्त रास्ते , क्या कुलदेवी के श्राप से जलमग्न हो गए थे राजा और रानी ?पढ़े insite story

(महासमुंद बसना )से हेमन्त वैष्णव
hemant vaishnav 9131614309

छत्तीसगढ़ में राजा महाराजाओं का कई ऐसे इतिहास है जो गुमनानी में खो गया है जिन्हें जानना बहुत ही जरूरी है छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के बसना ब्लॉक अंतर्गत ग्राम गढफुलझर में वीरान और खंडहर का रूप ले चुका यह किला कहें या महल अपने आप मे बहुत सारे रहस्यों को लेकर आज ऐसी स्थिति में खड़ा हुआ है ।

गौड़ वंश के राजा अनंतसाय ने बनाया था गढफुलझर का अभेद किला जहां सस्त्र और तलवारों और तीर कमान से जनता की सुरक्षा का दायित्व

जानकारों और सोसल मीडिया में रिसर्च करने पर जानकारी मिला की
गढफुझर के जमीदार पटना राज्य के 18 गड़जाट में से एक थे जहां हैहयवंसी राज्यकाल से लेकर 18 पीढ़ियों तक गोंड़ राजाओं का शासन था , यहां के शाशक , चांदा , राज्यवंस के वंशज माने जाते है 1608 ई में इस गोंड़वंश के हरराजशाय ने यहां के शाशक को युद्ध मे हराकर अपना राज्य स्थापित किया । इस वंश के चतुर्थ राजा त्रिभुवन साय के समय इस वंश के कनिष्ठ साखाएँ सारँगढ़ रायगढ़ शक्ति और सुवरमार में स्थापित हुई ।
गडफुलझर में राजा अनंतसाय द्वारा 1808 ई . में सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण भव्य किला बनाया गया था जिसके खंडहर आज भी अपनी गौरव गाथा एवं पुरानी महता की कहानी सुनाती है पुराने किले के अवसेस आज भी विधमान है

गढफुलझर का अभेद महल और सुरक्षा के लिए अभेद किला का जो निर्माण कराया गया था गौड़ वंस के राजा अनंतसाय ने कराया था बुजुर्ग बताते है कि राजा अनंतसाय महापराक्रमी थे राजा अपने सैनिकों के साथ जनता के सुरक्षा के लिए यह अभेद किला का निर्माण कराया था जहां बाहरी आक्रमणकारियों से जनता और राजपरिवार को बचाया जा सके इसका सबूत आज भी गढ़फुलझर में मौजूद है जहां से किले के गुप्त स्थान के इस पार से सस्त्र चलाते थे और बाहर के आक्रमणकारियों को पता नही चलता था और बाहरी आक्रमणकारियों जब हमला किया जाता था उनके सस्त्र किले के दीवाल में ही लगते थे सैनिकों को नही ।

भंवरपुर गढ़फुलझर पिरदा सारँगढ़ के रानी सागर में सुरंग और गुप्त रास्ते की बाते बहुत ही प्रचलित है

कहा जाता है कि राजाओं ने अंग्रेजो से भी लड़ाई लड़ी थी गढफुलझर भंवरपुर और पिरदा के बुजुर्ग और स्थानीय ग्रामीण के जानकारों के अनुसार जहां आज रानी सागर तालाबो से जो सुरंग है वह गढ़फुलझर से भंवरपुर और पिरदा और सारँगढ़ तक सुरंग जाते थे और राजाओं के कुलदेवी के मंदिर से गुप्त रास्ते थे जिनका उपयोग राजा और उनके सैनिक करते थे वे गुप्त रास्ते समय के साथ बंद हो चुके है लेकिन कहा जाता है कि भंवरपुर और गढ़फुलझर के सरोवर में कुँवा था और उन्हीं कुंवे में से सुरंगे थे जिन्हें राजाओं और उनके सैनिकों द्वारा उपयोग में लाया जाता था बुजुर्गों द्वारा बताया जाता है कि सालों पहले गढ़फुलझर के रानी सागर में मछलियां पकड़ने तालाब में जाल फेका जाता और मछली पकड़ते थे तो उस समय भंवरपुर का तालाब का पानी गंदा हो जाया करता था चुकी सुरंगे गडफुलझर और भंवरपुर को जोड़ती थी ।

गौड़ वंस के अंतिम राजा थे भैना राजा जिन्होंने गढ़फुलझर के गढ़ को सम्हाला था

जानकारों के अनुसार गौड़ वंश के अंतिम राजा भैना था जिन्होने इस गढ किले और राजमहल को सम्हाल के रखा था बताया जाता है राजा भैना अपनी रानी पद्मावती से इतना प्यार करते थे कि रानी के लिए अलग से रानी महल और रानी सरोवर का निर्माण कराया था जहां रानी को ही स्नान के लिए था बाकी राजपरिवार के किसी अन्य सदस्यों को रानी सरोवर में नहाने का अनुमति नही था ।

प्राचीन इतिहास के अध्ययन से ज्ञात होता है कि राजे-रजवाड़ों एवं जमीदारियों में शक्ति की उपासना की

जाती थी और वर्तमान में भी की जाती है। शक्ति की उपासना से राजा शत्रुओं पर विजय के लिए शक्ति प्राप्त करता था। वह शक्ति को चराचर जगत में एक ही है पर वह भिन्न-भिन्न नामों से जानी जाती है।

ऐसी ही एक शक्ति की देवी हैं खम्भेश्वरी माता, जो छत्तीसगढ़ के भैना राजाओं की कुल देवी एवं सर्वजनों की आराध्य हैं। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के बसना तहसील से पदमपुर रोड पर 10 कि मी की दूरी मे स्थित गढ़फ़ूलझर कौडिया-राज कहलाता है। जिसका विस्तार कोमाखान से सोनाखान तक रहा है।

किवदंती के अनुसार रात्रि मे गांव भ्रमण में देवी निकलती है तो शेर की पदचापों की आवाज आती थी ।

यहाँ भैना राजा का गढ़ वर्तमान मे खंडहर रुप मे विद्यमान है। यहां पर फ़ूलझर राज के भैना राजाओं की कुलदेवी खम्भेश्वरी पाटनेश्वरी और समलेश्वरी देवी की स्थापना गढ़ के अंदर एक विशालकाय इमली वृक्ष के नीचे है स्थापित है, जहाँ स्थानीय लोगों द्वरा मंदिर तैयार करवा दिया गया है।

जनश्रुति के अनुसार क्षेत्र के जनमानस खम्भेश्वरी देवी को अत्यंत शक्तिशाली देवी व महिमामयी देवी मानते है। देवी अपनी प्रजा की सुरक्षा के लिए रात्रि मे गांव मे भ्रमण करती है, जिससे उस राज्य का जनमानस सुरक्षित रहे और किसी विपदा का शिकार न हो। कहते हैं कि जब देवी निकलती है तो शेर की पदचापों की आवाज आती है।

 

भगवान नरसिंह नाथ जी हिरण्यकश्यप का वध करने के लिये खम्भे से प्रकट हुए तो उस खंभा स्वरूप गर्भ में धारण करने वाली देवी को खम्भेश्वरी माता के रूप मे देवी मानते आ रहे हैं।गर्भ या खंभा रुपी देवी रौद्र-रुप नरसिंह नाथ को भी अपने अंदर समाहित रखती है या धारण करती है।

जो देवी भगवान नरसिंह नाथ को खम्भे से जन्म देनी की शक्ति रखती है उसका निश्चय ही अति शक्तिशाली होना स्वभाविक है और खम्भेश्वरी देवी की स्थापना इसी कारण भैना राजाओं के द्वारा कुलदेवी के रूप में गढ़ की रक्षा हेतु गढ़ अर्थात राज्य की रक्षिका देवी के रूप में गढ़ के अंदर स्थापित की गई।

क्या कुलदेवी के श्राप के कारण जलमग्न हो गए राजा रानी क्या श्रापित हो गया महल ?

जानकारों का मानना है कि एक दिन राजा रानी स्नान कर रहे थे और कुलदेवी के प्रकोप के कारण जलमग्न हो गए राजपरिवार और उनके सैनिकों राजा रानी को ढूंढने का बहुत प्रयत्न किए लेकिन राजा और रानी को नही ढूंढ पाए कहा जाता है इसके बाद कुलदेवी का श्राप राजपरिवार और महल पर लग चुका था जिसके कारण राजपरिवार के सदस्य खत्म होने लगे राजपरिवार ने महल और परिवार को बचाने कई प्रकार के तांत्रिक यज्ञ और पूजा पाठ कराया गया लेकिन देवी का प्रकोप को शांत नही कर पाए आखिर में राजपरिवार ने बिलासपुर के मल्हार में जाकर बस गए ऐसे जानकारों का कहना जिसके बाद राजमहल और किला खंडहर में तब्दील होने लगा
लेकिन कुछ जानकारी अभी अधूरी है आखिर राजा और रानी से कुलदेवी क्यो अप्रसन्न हो गई थी और आखिर क्यों जलमग्न हो गई राजा रानी इन रहस्यमयी घटनाओं से पर्दा उठना बाकी है ।

किले के आस पास खजाने की तलाश में कई वर्षों तक भटकते थे लोग

स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि महल के आस पास हंडा हडोला खजाना ढूंढने के लिए कई वर्षों से खजाने की तलाश में लोग भटक रहे है ग्रामीणों का कहना है कि खजाने की तलाश में बाहरी लोग आकर चोरी छिपे तकाश करते है मानना है कि यहां पूर्वजो का खजाना या गड़ा हुवा धन छुपा हुवा है लेकिन दैवीय शक्ति के कारण किसी को हासिल नही हो रहा है ।

उस समय आखिर बिना सीमेंट और छड़ के 2 मंजिला महल बना बनाया गया उस दौर में भी तकनीक कुछ कम नही था बताया जाता है कि चुना और गुड़ और अन्य सामग्रियों के मदद से यह भव्य महल बनाया गया था लगभग 1808 ई में निर्माण हुवा था जिसका अवसेस बिना देख रेख के आज भी खड़ा हुआ है

 

शासन द्वारा गढफुलझर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने में लगा है साथ ही लगभग 2004 से कोलता समाज का कुलदेवी रामचंडी मंदिर के रूप में अब पूजा करने लगे है साथ ही साथ आस पास और भी अन्य समाजो भी सामुदायिक भवन और साहू समाज द्वारा कर्मा माता मंदिर का निर्माण की जानकारी मिला है।

 

नीलांचल सेवा समिति युवा खेल महोत्सव 2023 : शहीद भगत सिंह खेल मैदान में द्वितीय चरण के वालीबॉल एवं कबड्डी के दुसरे दिन का खेल हुआ सम्पन्न।

नीलांचल सेवा समिति युवा खेल महोत्सव 2023 :

शहीद भगत सिंह खेल मैदान में द्वितीय चरण के वालीबॉल एवं कबड्डी के दुसरे दिन का खेल हुआ सम्पन्न।

पिथौरा। नीलांचल सेवा समिति के तत्वावधान में बसना विधानसभा स्तरीय युवा खेल महोत्सव का आयोजन 15 अप्रैल से 10 मई तक किया जा रहा है। जिसमें 07 मई रविवार से 10 मई बुधवार तक पिथौरा नगर स्थित शहीद भगत सिंह खेल मैदान में रात्रिकालीन वालीबॉल व कबड्डी (पुरुष/ महिला) का आयोजन किया जा रहा है। पिछले शाम 08 मई को द्वितीय चरण के वालीबॉल एवं कबड्डी (महिला) के दुसरे दिन का खेल सम्पन्न हुआ। नीलांचल सेवा समिति के संस्थापक एवं नगर पंचायत बसना पूर्व अध्यक्ष भाजपा नेता डॉ.सम्पत अग्रवाल ने वालीबॉल एवं कबड्डी (महिला) के लिए टॉस कराकर मैच का शुभारंभ किया तथा खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया एवं समस्त क्षेत्रवासियों को पिथौरा नगर स्थित शहीद भगत सिंह खेल मैदान में युवा खेल महोत्सव के समापन व पुरुस्कार वितरण समारोह तथा अपने जन्मदिवस कार्यक्रम के उपलक्ष्य में आयोजित छत्तीसगढ़ लोक गायिका गरिमा दिवाकर व स्वर्णा दिवाकर की प्रस्तुति रात्रिकालीन रंगारंग कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किये।।

इस मौके पर मुख्य अतिथि भाजपा पिथौरा मण्डल अध्यक्ष नरेश सिंघल, पूर्व मण्डी अध्यक्ष प्रेम शंकर पटेल, बजरंग अग्रवाल, नलिनी भोसले, अम्बिका प्रधान, नगर पंचायत बसना अध्यक्ष गजेन्द्र साहू, उपाध्यक्ष सुमित अग्रवाल, सरोज अग्रवाल, नर्मदा अग्रवाल, सोनिया अग्रवाल, रेफरी बोर्ड अध्यक्ष ओमप्रकाश जयसवाल, क्षेत्र खेल एवं सांस्कृतिक विभाग ध्रुव मलिक, राष्ट्रीय एम्पायर हेमंत बारीक, एम्पायरगण, कमेन्ट्रेटर, नीलांचल सेवा समिति के सभी 18 सेक्टरों के, समस्त पदाधिकारीगण, खिलाड़ीगण सहित बड़ी संख्या में खेलप्रेमी क्षेत्रवासी मौजूद रहें।

सरायपाली विधायक के जीवन की कहानी बड़ी दिलचस्‍प है कृषि विस्तार अधिकारी से लेकर डीएसपी रहते 29 एनकाउंटर में शामिल राष्‍ट्रपति वीरता पुरस्‍कार फिर विधायक का सफर

सरायपाली विधायक के जीवन की कहानी बड़ी दिलचस्‍प है कृषि विस्तार अधिकारी से लेकर डीएसपी रहते 29 एनकाउंटर में शामिल राष्‍ट्रपति वीरता पुरस्‍कार फिर विधायक का सफर

विधायक के जन्मदिवस के अवसर पर इस दिन “शहनाज अख्तर भजन संधया” का आयोजन सरायपाली मे किया गया है

सरायपाली से हेमन्त वैष्णव
hemant vaishnav saraipali

बता दें की सरायपाली विधायक को किसी परिचय के मोहताज की जरूरत नही है वे पुलिस विभाग में डीएसपी के पद पर पदस्थ थे और इस्तीफे के बाद छत्तीसगढ़ के सरायपाली विधानसभा अंतर्गत अपने जनसमर्थक के दम पर कांग्रेस पार्टी से टिकट पाने में कामयाब रहे और विधानसभा चुनाव में भाजपा के जाने माने नेता और भाजपा के विधायक प्रत्यासी श्याम तांडी को कई हजार मतों से हराकर कांग्रेस का झण्डा लहराया ।

छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले अंतर्गत सरायपाली विधानसभा के जाने माने लोकप्रिय मिलनसार विधायक किस्मत लाल नंद जी के जन्म दिवस के अवसर पर शहनाज अख्तर भजन संध्या का आयोजन सरायपाली में किया गया है 12 तारीख को किया गया है इस दिन विधायक जी का जन्म दिवश है ।

सरायपाली MLA 29 एनकाउंटर में शामिल रहे

छत्‍तीसगढ विधानसभा में बतौर सदस्‍य पहली बार कदम रखने वालों में एक शख्‍स ऐसे भी हैं, जिन्‍होंने अपने जीवन में अब तक 29 एनकाउंटर किए हैं. इन एनकाउंटर्स के कारण उन्‍हें राष्‍ट्रपति वीरता पुरस्‍कार से भी सम्‍मानित किया जा चुका है. विधायक का नाम है- किस्‍मत लाल नंद। महासमुंद जिले के सरायपाली विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की टिकट पर विधायक निर्वाचित होने वाले
किस्‍मत लाल नंद के जीवन की कहानी बड़ी दिलचस्‍प है.

किस्मत लाल नंद अपने क्षेत्र में मिलनसार और बेहद सादगीपसंद व्यक्ति की छवि रखते हैं.

बसना तहसील में संतपाली गांव में रहने वाले किस्‍मत लाल नंद ने रायपुर के दुर्गा कॉलेज से बीए तक पढ़ाई की, फिर उन्‍होंने एलएलबी किया। वकालत की पढ़ाई करने के बाद वे 1985 में कृषि विस्‍तार अधिकारी रुप में सरकारी सेवा में आए. 1990 में अविभाजित मध्‍यप्रदेश के समय एसआई के रूप में पुलिस विभाग में भर्ती हुए. इसके बाद वे मई 2018 तक पुलिस विभाग में ही रहे. इस दौरान उन्‍होंने बालाघाट, सिवनी, रायगढ़, बीजापुर, दंतेवाड़ा में सेवाएं दी.

2006 से 2013 के बीच नक्‍सल इलाकों में तैनाती के दौरान कुल 29 एनकाउंटर्स में शामिल रहे हैं. 2009 में तत्‍कालीन राष्‍ट्रपति प्रतिभा पाटिल के हाथों उन्‍हें राष्‍ट्रपति वीरता पुरस्‍कार भी मिल चुका है. मई 2018 में डीएसपी के पद से इस्‍तीफा देकर राजनीति में प्रवेश करने वाले किस्‍मत लाल नंद का कहना है कि अब वे अपने क्षेत्र से विधायक बन गए हैं और बाकी का जीवन अपने क्षेत्र की जनता की सेवा में ही बिताना चाहते हैं. ।

बसना – निःशुल्क किडनी,पथरी,मूत्र मार्ग एवं प्रोस्टेट का ऑपरेशन शिविर 11 मई 2023 को अग्रवाल नर्सिंग होम बसना में……

बेटी बचाव बेटी पढ़ाव के प्रदेश सदस्य व अग्रवाल नर्सिंग होम बसना के संचालक डॉक्टर एन के अग्रवाल के मार्गदर्शन में 11 मई 2023 को निःशुल्क ऑपरेशन शिविर का आयोजन रखा गया है जिसमे किडनी, मूत्र रोग,प्रोस्टेट एवं पथरी का निःशुल्क जाँच व ऑपरेशन दूरबीन एवं लेजर पद्धति से रायपुर के प्रशिद्ध युरोसर्जन डॉक्टर योगेश बारापात्रे आयुष्मान कार्ड व राशन कार्ड से निःशुल्क करेंगे |अग्रवाल नर्सिंग होम बसना के संचालक सदस्य एवः जाने माने शिशु रोग विशेषज्ञ डा. अमित अग्रवाल ने बताया कि,

मूत्र रोग एवं पथरी के लक्षण – मूत्राशय के उपर क्षेत्र में दर्द होना,अंडकोष में दर्द होना ,बार -बार पेशाब का आना ,पेशाब करते समय दर्द होना ,पेशाब रुक रुक कर आना , पेशाब करने की इच्छा होने के बावजूद पेशाब न आना पेशाब में झाग या खून दिखाई देना ,प्रोस्टेट का बढ़ जाना इत्यादि समस्त बिमारियों का आयुष्मान कार्ड व राशन कार्ड से निःशुल्क ऑपरेशन किया जायेगा। साथ ही रहने, खाने  की सुविधा निःशुल्क रहेगी |

ऑपरेशन के इच्छुक मरीज दिनांक 10/05/23 को अपनी पुरानी रिपोर्ट के साथ अग्रवाल नर्सिंग होम बसना में भर्ती हो जाएं।

 

नोट – अग्रिम पंजीयन अनिवार्य है |

एक्स – रे जांच में 50% की छूट

सी. टी. स्कैन में 50% की छूट

खून की जांच पूर्णतः निःशुल्क रहेगा

एक दिन पहले भर्ती होने पर opd भी पूर्णतः निःशुल्क रहेगा।

 

यह सुविधा केवल आपरेशन के लिए चिन्हित मरीजों के लिए रहेगा

बसना – सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के साथ काम करने का सुनहरा अवसर देखें पूरी जानकारी ….

अग्रवाल नर्सिंग होम बसना में तत्काल आवश्यकता है फ्रंट डेस्क,रिसेप्शनिस्ट, फ्लोर मेनेजर की (केवल महिला ),BAMS/BHMS/RMO,GNM/B.SC.NURSING,ICU STAFF,NICU/PICU STAFF,CT. TECHNICIAN,DIALYSIS TECHNICIAN,CSSD AUTOCLAVE STAFF.

फ्रंट डेस्क,रिसेप्शनिस्ट, फ्लोर मेनेजर के लिए योग्यता – ग्रेजुएट,हिंदी और अंग्रेजी भाषा का ज्ञान होना चाहिए (उडीया भाषा के जानकार को प्राथमिकता रहेगा),स्मार्ट एवं आकर्षक व्यक्ति हो |

सम्पर्क – 7773086100

बसना -/इस गाँव मे पीएम आवास में अमीर अपात्र और शासकीय कर्मचारी को पहुचाया जा रहा है लाभ

बसना -/इस गाँव मे पीएम आवास में अमीर अपात्र और शासकीय कर्मचारी के परिवार को पहुचाया जा रहा है लाभ

बसना से हेमन्त वैष्णव

पीएम आवास योजना अंतर्गत अमीर और अपात्र लोगो को भी साठ गांठ करके फायदा दिलाया जा रहा है जिसके कारण कई पात्र और गरीब तबके के लोगो को इस योजनाओं से दूर रहना पड़ रहा है ।

ग्रामीण क्षेत्रो में ऐसे कई ऐसे मामले देखने को मिलेगा जहां अपात्र लोगो को पीएम आवास योजनाओं का फायदा दिलाया जा रहा है जिनका मकान पहले से पक्का है वे लोग अपने पुराने मकानों को दर्शाकर पीएम आवास का लाभ ले रहे है इसके अलावा कई लोग ऐसे है जो अपने पहले से बनाये हुए घर को दर्शा रहे है और मकान नही बना रहे है इसके अलावा ऐसे कई हितग्राहि मिल जाएंगे जिनके पास ट्रैक्टर और 4 पहिया वाहन है ऐसे लोगो को भी पीएम आवास योजना का लाभ मिला है और अभी भी ऐसे कई हितग्राही है जिन्हें फायदा पहुचाया जा रहा है ।

ताजा मामला बसना ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत गौरटेक का है जहां एक पीएम आवास योजना का लाभ ले रहे हितग्राही का बेटा शिक्षिक है और वे वर्ग 2 के पोस्ट पर पदस्थ है 2011 के सर्वे सूची देखने पर यह परिवार एक साथ रहता है लेकिन पीएम आवास के जिम्मेदार कर्मचारियों के लापरवाही कहें या मिलीभगत ऐसे परिवारों को भी पीएम आवास का लाभ पहुचाया जा रहा है महाजनपद न्यूज़ के संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार गौरटेक के इंदूबाई के नाम पर पीएम आवास योजना पास हुवा है जबकि इनके बेटे अरुण कुमार निषाद शिक्षिक के पद पर 2009 से पदस्थ है फिर भी ऐसे अपात्र लोगो को योजनाओं का लाभ पहुचाया जाता है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एक किश्त राशि का आहरण भी कर लिया गया है जिनका भी खुलासा जल्द किया जाएगा

इसके अलावा ग्राम गौरटेक में एक ऐसे हितग्राही का पता चला जो की पीएम आवास योजना का पूरी राशि आहरण करने के बाद भी पीएम आवास का निर्माण नही कराया है
जिसके वहज से कई झोपडी और कच्चे मकान में रहने वाले लोग ऐसे योजनाओं से वंचित हो जाते है।

मामले में ग्राम पंचायत सचिव झसकेतन साहू ने कहा की ऊपर से जैसे लिस्ट आता है उनका आधार और जो जरूरी कागजात रहते है उनको वेरिफिकेशन के लिए जनपद भेजते है इसके हमारा कोई रोल नही ।

जनपद सीईओ एमआर यदु ने इस मामले में कहा कि अगर शिक्षिक हितग्राही के साथ रहता है तो यह अपात्र है जांच कराया जाएगा।

सरायपाली -/ भूमि स्वामियों की बढ़ेगी परेशानी अब एस डी एम के आदेश पर ही होगा त्रुटि सुधार, -/ प्रमोद सागर

सरायपाली -/ भूमि स्वामियों की बढ़ेगी परेशानी अब एस डी एम के आदेश पर ही होगा त्रुटि सुधार, -/ प्रमोद सागर

त्रुटि का सुधार करने का अधिकार ग्राम पंचायतों को दिया जाना चाहिए ताकि भूमि स्वामियों का त्रुटि सुधार का कार्य सरलता से हो, प्रमोद सागर

 

सरायपाली भाजपा अजा मोर्चा मंडल अध्यक्ष प्रमोद कुमार सागर ने भूपेश बघेल सरकार के रवैया को लेकर कहा कि राजस्व विभाग के आयुक्त भू अभिलेख ने एक बार फिर भुइयाँ सॉफ्टवेयर को लेकर एक बड़ा बदलाव किया है, जिससे किसान अपनी भूमि संबंधित किसी भी तरह के त्रुटि सुधार के लिए अब तहसीलदार की जगह अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को आवेदन करेंगे अब किसी भी भूमिस्वामी को अपने नाम, जाति, वर्तनी आदि को सुधार या फिर रकबा खसरा या फसल संशोधन जैसे छोटे छोटे कार्यों का भी त्रुटि सुधार कराना अब आसान नहीं है, अब ना तो पटवारी कार्यालय और न ही तहसील कार्यालय बल्कि सीधे अनुविभागीय अधिकारी को आवेदन देना पड़ेगा और फिर वह तहसीलदार को ज्ञापन देंगे फिर तहसीलदार साहब संबंधित पटवारी को त्रुटि सुधार की भौतिक सत्यापन जांच कर प्रतिवेदन जमा करने की ज्ञापन जारी करेंगे फिर पटवारी द्वारा भूमि स्वामी के पास जाकर उक्त त्रुटि सुधार का भौतिक सत्यापन कर उस ज्ञापन और अपना अभिमत को तहसीलदार के पास जमा करेंगे फिर तहसील कार्यालय द्वारा अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय को भेजा जाएगा फिर अनुविभागीय अधिकारी द्वारा त्रुटि सुधार का आदेश जारी होगा इस त्रुटि सुधार का कार्य जो पहले सप्ताह भर में हो जाता था वह अब कम से कम 1 माह का समय निश्चित तो लगेगा ही और अधिकतम समय कितना लग सकता है कुछ कहा नहीं जा सकता.

 

आगे प्रमोद सागर ने कहा कि पूर्व में पटवारी और तहसीलदार से भी यह त्रुटि सुधार हो जाता था,
इससे पहले तक भु राजस्व सहिंता की धारा 115/1 का अधिकार तहसीलदार को था, जिस कारण भूमि संबंधित किसी भी तरह का भी त्रुटि सुधार तहसील कार्यालय स्तर पर ही हो जाती थी.
हमारे सरायपाली के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व हेमंत नंदनवार के पास सरायपाली और बसना दोनों अनुविभागों का भार है, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के पास पहले से बहुत कार्य है और शासन इस नए नियम से उनके ऊपर और कार्य की अधिकता होगी,
शासन को नाम जाति रकबा व अन्य सामान्य त्रुटियों का सुधार करने का अधिकार ग्राम पंचायतों को दिया जाना चाहिए ताकि भूमि स्वामियों का त्रुटि सुधार का कार्य सरलता से हो,
उन्होंने ने कहा कि पहले से ही भुईया अभिलेख का केंद्रीकरण करके सभी अधिकार आयुक्त भू अभिलेख कार्यालय को दे दिया गया है, अब सामान्य सुधार भी बड़े कार्यालय से होने लगेगा तो फिर शासन के विकेंद्रीकरण और पंचायती राज का क्या मतलब रह जाएगा।।