छत्तीसगढ़: बसना के धरती से निकला खनिजों का खजाना, छत्तीसगढ़ को मिली ऐतिहासिक सफलता भालुकोना-जमनीडीह क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा ई-नीलामी
छत्तीसगढ़: बसना के धरती से निकला खनिजों का खजाना, छत्तीसगढ़ को मिली ऐतिहासिक सफलता भालुकोना-जमनीडीह क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा ई-नीलामी
छत्तीसगढ़ बसना : खनिज के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल जिले के भालुकोना-जमनीडीह क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा ई-नीलामी

रायपुर, 5 अगस्त 2025।
छत्तीसगढ़ ने खनिज अन्वेषण के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। महासमुंद जिले के भालुकोना-जामनीडीह क्षेत्र में निकल (Nickel), क्रोमियम (Chromium) और प्लेटिनम समूह के तत्व (PGE) पाए गए हैं। यह खोज मेसर्स डेक्कन गोल्ड माइनिंग लिमिटेड (DGML) द्वारा की गई है।

इस क्षेत्र में करीब 3000 हेक्टेयर भूमि पर हुए सर्वेक्षण में लगभग 700 मीटर लंबी और 300 मीटर गहराई तक खनिजीकृत पट्टी की पुष्टि हुई है। यह छत्तीसगढ़ को रणनीतिक खनिजों के राष्ट्रीय और वैश्विक मानचित्र पर लाने की दिशा में एक निर्णायक कदम माना जा रहा है।
पूर्व में इस क्षेत्र को भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) द्वारा चिन्हित किया गया था। इसके बाद राज्य सरकार द्वारा ई-नीलामी के माध्यम से इसे DGML को आवंटित किया गया।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस खोज को ‘आत्मनिर्भर भारत मिशन’ की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम बताया। उन्होंने कहा, “यह केवल खनिज की खोज नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था और औद्योगिक विकास का भविष्य तय करने वाला अवसर है।”
खनिज संसाधन विभाग के सचिव पी. दयानंद ने कहा कि यह उपलब्धि वैज्ञानिक और रणनीतिक दोनों दृष्टि से महत्वपूर्ण है। DGML द्वारा गठित क्रिटिकल मिनरल सेल और अनुसंधान केंद्रों की भागीदारी से राज्य को वैश्विक खनिज आपूर्ति श्रृंखला में विशेष स्थान मिल सकता है।
राज्य सरकार ने रणनीतिक खनिजों को प्राथमिकता देते हुए अपने 50% से अधिक अन्वेषण प्रस्ताव इसी क्षेत्र पर केंद्रित किए हैं। इससे आने वाले वर्षों में छत्तीसगढ़, न केवल देश बल्कि एशिया में भी रणनीतिक खनिजों का प्रमुख उत्पादक राज्य बन सकता है।
छत्तीसगढ़ बसना : खनिज के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल जिले के भालुकोना-जमनीडीह क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा ई-नीलामी