महासमुंद जिले के बसना ब्लॉक अंतर्गत बंसुला ग्राम पंचायत में आबादी से मात्र 200 मीटर दूरी पर नए उसना एवं अरवा राइस मिल तथा मुर्गी फार्म को अनुमति देने को लेकर विवाद और गहराता जा रहा है। सरपंच नवीन साहू पर ग्राम सचिव को बंधक बनाकर जबरन ग्राम सभा प्रस्ताव लिखवाने का गंभीर आरोप लगा है।
ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने इस संबंध में जनपद पंचायत बसना के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को लिखित शिकायत सौंपी है। शिकायत पत्र में उल्लेख है कि ग्राम सभा की बैठक 20 अगस्त को बुलाई गई थी, लेकिन आवश्यक प्रक्रिया पूरी न होने के कारण बैठक स्थगित कर दी गई थी। इसके बावजूद 21 अगस्त को सुबह 10 बजे पुनः बैठक बुलाई गई और उस दौरान सरपंच द्वारा दबाव बनाकर ग्राम सचिव से अपनी मनमर्जी का प्रस्ताव लिखवाया गया।
ग्रामीणों का आरोप
ग्रामीणों का कहना है कि गाँव में पहले से ही चार राइस मिल संचालित हैं, जिनसे धुआँ, राख और धूलकणों के कारण लोगों का जीवन कठिन हो गया है। खेत-खलिहान राख से ढक जाते हैं, तालाब का पानी दूषित हो चुका है और फसलें खराब हो रही हैं। बुजुर्गों को साँस लेने में दिक्कत होती है और बच्चों की सेहत पर भी असर पड़ रहा है।
ग्राम सभा में विरोध 
शिकायत पत्र के अनुसार, ग्राम सभा में राइस मिल की अनुमति का विरोध करते हुए 21 ग्रामीणों ने हाथ उठाकर विरोध दर्ज किया, जबकि समर्थन में केवल 16 लोग सामने आए। बावजूद इसके सरपंच ने बहुमत को दरकिनार करते हुए सचिव से मनमर्जी का प्रस्ताव दर्ज करवाया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सचिव को बंधक बनाकर प्रस्ताव लिखवाना सरपंच का अलोकतांत्रिक और जनविरोधी रवैया दर्शाता है।
शिकायत उच्चाधिकारियों तक पहुँची
ग्रामीणों ने सामूहिक हस्ताक्षर कर जनपद सदस्य जन्मजय साव के नेतृत्व में शिकायत प्रस्तुत की है। इसमें मांग की गई है कि ग्राम सभा में बहुमत के आधार पर पारित प्रस्ताव को मानते हुए राइस मिल के अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) को रद्द किया जाए और सरपंच व उनके साथियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए।




