पिथौरा :पंचायत घोटाला 1 करोड़ 39 लाख 26 हजार 93 रुपए की गड़बड़ी उजागर, कलेक्टर धरना फिलहाल स्थगित
महासमुंद के पिथौरा ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत डोंगरीपाली में लंबे समय से चर्चित भ्रष्टाचार के मामले ने अब नया मोड़ ले लिया है। जांच प्रतिवेदन में 1 करोड़ 39 लाख 26 हजार 93 रुपए के भारी-भरकम घोटाले का खुलासा हुआ है। इस खुलासे के बाद ग्रामवासियों में हड़कंप मच गया है।
जानकारी के अनुसार, पंचायत के पूर्व सरपंच और तत्कालीन सचिव द्वारा साहू इंटरप्राइजेज नामक संस्था को करोड़ों रुपए का भुगतान किया गया, लेकिन उसके एक भी बिल या दस्तावेज जांच दल के समक्ष प्रस्तुत नहीं किए गए। इससे यह साफ जाहिर होता है कि पंचायत के विकास के लिए आए करोड़ों रुपए का उपयोग विकास कार्यों में नहीं, बल्कि निजी हितों में किया गया।
ग्रामीणों ने बताया कि जांच प्रतिवेदन सार्वजनिक होने के बाद अब पूरा मामला स्पष्ट हो गया है। एक ग्रामवासी ने बताया, “हमारे गांव के ही एक व्यक्ति, जो खुद को भाजपा का प्रभावशाली नेता बताता है, उसने इस रिपोर्ट को दबाने की भरपूर कोशिश की, लेकिन अंततः सच सामने आ ही गया।”
ग्रामवासियों ने कहा कि कलेक्टर कार्यालय के समक्ष प्रस्तावित धरना-प्रदर्शन फिलहाल स्थगित कर दिया गया है, क्योंकि अब जांच रिपोर्ट हाथ में है। फिर भी उन्होंने यह स्पष्ट किया कि यह लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है।
“अभी तो ये अंगड़ाई है, आगे बहुत लड़ाई है,”
यह कहते हुए ग्रामीणों ने संकेत दिया कि आगे साहू इंटरप्राइजेज से जुड़ी पूरी सच्चाई भी जल्द उजागर होगी।
जिला प्रशासन के सूत्रों के अनुसार, रिपोर्ट पर उच्चाधिकारियों द्वारा अगली कार्रवाई की तैयारी चल रही है। अब देखना यह होगा कि इस करोड़ों के पंचायत घोटाले में शामिल लोगों पर क्या कार्रवाई होती है।