बसना : नायब तहसीलदार बने रेमडा के हेमलाल सिदार—एक वर्ष में तीन बड़ी परीक्षाओं में शानदार सफलता
(बसना)। “मेहनत कभी व्यर्थ नहीं जाती”—इस कहावत को साकार कर दिखाया है रेमडा (बसना) के युवा हेमलाल सिदार ने, जिन्होंने एक ही वर्ष में लगातार तीन महत्वपूर्ण प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर प्रदेशभर में अपनी अलग पहचान बनाई है। पहले लेब टेक्नीशियन, फिर हॉस्टल अधीक्षक, और अब प्रतिष्ठित छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) परीक्षा में शानदार प्रदर्शन कर हेमलाल का चयन नायब तहसीलदार पद पर हुआ है। यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे गांव और क्षेत्र के लिए गर्व का बड़ा क्षण है।
हेमलाल की सफलता की कहानी संघर्ष, समर्पण और अनुशासन का सशक्त उदाहरण है। गांव में सामान्य परिवेश और सीमित संसाधनों के बीच उन्होंने जो उपलब्धियाँ हासिल की हैं, वह युवा पीढ़ी को प्रेरित करने वाली हैं। तीन कठिन परीक्षाओं में सफलता पाना उनके मजबूत इरादों, निरंतर अध्ययन और लक्ष्य के प्रति अटूट विश्वास को दर्शाता है।
गांव के लोगों और क्षेत्रवासियों में हेमलाल के चयन को लेकर अपार खुशी है। सभी ने उन्हें “रेमडा का गौरव” बताते हुए कहा कि उनकी उपलब्धि युवाओं के लिए प्रेरणा और उत्साह का नया स्रोत बनेगी। कई लोग इसे गांव के विकास और शिक्षा के प्रति बढ़ती जागरूकता का सकारात्मक संकेत भी मान रहे हैं।
हेमलाल सिदार ने सफल होने का श्रेय अपने माता-पिता, गुरुजनों और शुभचिंतकों को दिया, जिन्होंने हर कदम पर उनका मार्गदर्शन किया और हौसला बढ़ाया। उनका मानना है कि कठिनाइयों से घबराए बिना यदि निरंतर प्रयास किया जाए, तो सफलता निश्चित रूप से हासिल होती है। उनकी इस उल्लेखनीय उपलब्धि से रेमडा गांव में उत्सव जैसा माहौल है। युवा वर्ग हेमलाल को एक प्रेरक आदर्श के रूप में देख रहा है, जिन्होंने साबित किया कि दृढ़ निश्चय और मेहनत से कोई भी लक्ष्य दूर नहीं।
नायब तहसीलदार पद पर चयनित होने पर हेमलाल सिदार को हार्दिक बधाई, शुभकामनाएँ और उज्ज्वल भविष्य की अनंत शुभाशंसा। उनकी यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का सशक्त स्तंभ बनेगी।



