महासमुंद – / 541 हो चुके किसान सत्याग्रह लेकिन नही हो रहा है समाधान विश्व धरोहर सिरपुर बचाने सत्याग्रह ।
महासमुंद
विश्व धरोहर सिरपुर बचाने 541 वें दिन किसान सत्याग्रह जारी लगातार जारी है प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया गया कि
,बाहरी भगाओ छत्तीसगढ़ बचाओ,कोडार बांध का पानी किसानों का उद्योगों को बेचने नहीं देंगे-नहीं देंगे,अवैध डायवर्सन रद्द करो-रद्द करो,सत्याग्रही किसान दर्जनों गांव के महासमुंद में मुख्यमंत्री से करेंगे मुलाकात,महासमुंद विधायक व्यापारी बन गए,क्या कांग्रेस विधायक इसलिए बनाती है कि वह किसान,आम जनता का शोषण करे,डेढ़ वर्ष से किसान सत्याग्रह एक बार भी विधायक किसानों से नहीं मिले,दिसम्बर 22 में मुख्यमंत्री ने लाखों छत्तीसगढ़ियों को संदेश दिया था पत्रकारों के सवाल के जबाब में जिलाधीश किसानों से करेगे भेंट पर जिलाधीश मुख्यमंत्री की बात नहीं मानी,डीएमएफ फंड से जनता का पैसा खाने वाले जिलाधीश मुख्यमंत्री से कैसे बड़ा बन गए जबाब दो बघेल जी,400 बाहरी लोगों को महासमुंद विधानसभा छत्तीसगढ़ की छाती में बैठा दिया जिसे किसान, युवा बेरोजगार कभी बर्दास्त नहीं करेंगे,कांग्रेस के मुख्यमंत्री के नाते तत्काल संज्ञान में लें,महासमुंद क्रांतिकारियों का जिला है यहाँ से किसान क्रांति की चिंगारी छत्तीसगढ़ और देश में जाएगी,विधायक ने,जगह- जगह झूठ बोलकर कहते हैं स्थानीय शत प्रतिशत लोगों के लिए रोजगार और विकास लाया हूँ,विकास विनोद सेवन चंद्राकर परिवार का हुआ है 05 साल से केवल पैसा कमाने का धंधा किया है विधायक ने,विधायक के यहाँ नंगाड़ा बजाकर 12 दिन पूर्व सैकड़ों किसानों ने किया था प्रदर्शन 10 दिन में बाहरी लोगों से खाली होगा क्षेत्र पर प्रशासन,विधायक करणी कृपा उद्योग के गोद में आदिवासी किसान,वृद्ध किसान, महिला किसानों पर फर्जी एफआईआर माननीय उच्च न्यायालय में खड़ा करेंगे भ्र्ष्ट पुलिस प्रशासन को,मुख्यमंत्री भेट मुलाकत में जो वादा किया था उसे पूर्व जिलाधीश नीलेश क्षीरसागर ने क्यों नहीं माना,हम किसान माननीय उच्च न्यायालय के आदेश का करेंगे पालन।जय छत्तीसगढ़,किसान सेवा- नारायण सेवा गांधीवादी सत्याग्रह जारी,रेती ठेकेदार,शराब चखना सेंटर ठेकेदार विधायक विनोद सेवन चंद्राकर से क्षेत्र के किसान मजदूर हो रहे हैं बेहाल विधायक विनोद सेवन चंद्राकर हराओ सिरपुर महासमुंद क्षेत्र बचाओ किसानों का चलाया गया अभियान विधायक को हटाते तक जारी रहेगा- किसान मोर्चा