बसना -/8 माह से चक्कर काट रही है सचिव का बच्ची का मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नही होने के कारण नही मिला 2 लाख 50 हजार का बीमा तो वही एक महिला का मृत्यु के बाद भी पति 7 माह से ऊपर तक प्रायवेट बैंक का राशि भुगतान कर रहा है
बसना से हेमन्त वैष्णव
रोने लगी बुजुर्ग महिला मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए 8 माह से चक्कर काट रही है सचिव का , बच्ची का मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नही होने के कारण नही मिला 2 लाख 50 हजार का बीमा तो वही एक महिला का मृत्यु के बाद भी पति 7 माह से ऊपर तक प्रायवेट बैंक का राशि भुगतान कर रहा है ।

कहते है कि मृत्यु के बाद अब मरने वाले किसी को परेसान नही करेंगे लेकिन ये सरकारी तंत्र है मरने के बाद भी यहां के कर्मचारीयो के वजह से उनके परिवार वालो का मुसीबत का पहाड़ कम नही हो रहा है मामला है बसना ब्लॉक के ग्राम खोरापाली का ये गांव ग्राम पंचायत बरफ़ेला डीह के आश्रीत ग्राम है जहां के ग्रामीण पक्की और स्कूल के विधार्थीयो को पानी पक्की सड़क के लिए भारी संघर्ष करना पड़ रहा है गांव आदिवासी बाहुल्य इलाका है लेकिन खोरापाली के बच्चो से लेकर के ग्रामीण और बुजुर्गों के दसा बेहद ही खराब है गांव में पानी के बून्द बून्द के लिए तरस रहे है गांव के हैण्ड पम्प खराब है ग्रामीणों का आरोप है कि पिछले 6 माह से गांव के सरपँच के बेटे और पंचायत सचिव जयंत बारीक को कह कह कर तक गए लेकिन पानी का समस्या का समाधान नही हो रहा है ।

गांव में एक महिला धनमोती ने रोते हुए बताती है की मेरे एक पुत्री स्व कु मेमबाई विकलांग थी जिसका मृत्यु लगभग 8 माह से ज्यादा हो गया है महिला का कहना है कि पुत्री का जिस बैंक में पेंशन राशि का खाता था उस बैंक में बीमा राशि था जो बैंक से मिलना था और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नही होने के कारण अभी तक उस बीमा राशि नही मिल पाया महिला ने बताया कि लगभग बैंक से 2 लाख 50 हजार का बीमा राशि मिलता जिसमे परिवार का कुछ सहायता हो जाता लेकिन पंचायत सचिव जयंत बारीक को 8 माह में कई बार गुहार लगा लगाकर तक चुकी हूं लेकिन अभी तक मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर नही दे रहा है आज दूंगा कल दूंगा कहकर घुमा रहा है बुजुर्ग महिला ने रोते हुए बताया कि अब तो सायद बीमा राशि भी लेफ्स हो गया होगा महिला ने कहा कि सरपँच पुत्र को भी कई बार गुहार लगाई पर एक बार भी नही सुना ।
वहीं गांव में अगनू चौहान की पत्नी मंगतू चौहान का भी मृत्यु लगभग 8 माह से ऊपर हो चुका है बताया की सचिव द्वारा मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नही करने के कारणों से हर माह एक प्रायवेट बैंक को क़िस्त पटा रहा है चौहान ने बताया की उसकी पत्नी ने महिला स्व सहायता समूह के माध्यम से ऋण लिया था नियमानुसार किसी हितग्राहि का लोन के दौरान मृत्यु हो जाता है तो उसका बजाया ऋण माफ हो जाता है और जो क़िस्त पटा रहता है वह भी वापसी होता है लेकिन पंचायत सचिव जयंत बारीक इस परिवार को 8 माह से मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए घुमा रहा है और वह परिवार हर माह क़िस्त पटा रहा और मृत्यु के बाद भी परेशानी कम नही हो रहा है इसका जिम्मेदार है पंचायत सचिव जयंत बारीक ।
खोरपाली गांव में एक प्राथमिक स्कूल है और एक आंगनबाड़ी वही परिसर में
आंगनबाड़ी का एक है जो ट्यूबवेल खराब है प्राथमिक शाला के बच्चो के लिए कुछ अलग व्यवस्था नही है सभी को आधा किलोमीटर दूर पानी पीने जाना पड़ता है मध्यान्ह भोजन और गरम भोजन के लिए भी पानी का बहुत तकलीफ आंगनबाड़ी में लगभग 18 बच्चे है इनको भी पानी के किल्लत है
यही ना यहां 1 से लेकर 5 वी तक स्कूल का मूल भवन नही है लगभग 30 बच्चे अतिरिक्त कक्ष में ही बैठते और एक शिक्षिका हेडमास्टर के पद पर पदस्थ है वहां भी अतिरिक्त कक्ष का हालात दयनीय स्थिति है वहा दिवालो से सिपेच आ रहा है समझ सकते है इस गांव के बच्चे कैसे पढ़ते होंगे और क्या होगा इनका भविष्य ।
आंगनबाड़ी और प्राथमिक शाला के लिए बनाए गए सभी सौचालय का हालात जर्जर हो चुके है स्कूल और आंगनबाड़ी के कर्मचारियों से लेकर बच्चो तक बाहर सौच करना पड़ता है पानी पीने के लिए लाखों खर्च कर बनाए गए सुविधाएं भी आज खंडहर होते जा रहा है ।
वही मामले में ग्राम पंचायत बरपेला डीह के पंचायत सचिव ने जयंत बारीक ने स्वयं दूरभाष के माध्यम से फोन करके कहा कि कहा कि हमारे पंचायत आये थे क्या मामला था वैसे मृत्यु प्रमाण पत्र वाला मामला उतना बड़ा है नही छापना है तो छाप देना कुछ होना जाना है नही बस बदनामी होगा और कुछ नही होगा ।
लिखित शिकायत मिलने पर कार्यवाही की जाएगी विस्तार अधिकारी सुरेश पटेल जनपद पंचायत बसना