बसना -/ कृषि , मेडिकल दवाइयां अवैध खाद का भारी मात्रा में अवैध परिवहन बसना और बलौदा के ओडीसा छ्ग बार्डर में अलग अलग कार्यवाही ।
बसना सरायपाली / हेमन्त वैष्णव
बसना पुलिस के कार्यवाही में 30 बोरी यूरिया खाद एवं 50 बोरी अमोनिया सल्फेट अवैध परिवहन करते 02 व्यक्ति पकडे गये पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह (IPS) के मार्गदर्शन में अति0 पुलिस अधीक्षक आकाश राव एवं अनु0अधिकारी (पु) सरायपाली अभिषेक केसरी द्वारा अवैध खाद परिवहन पर रोकथाम व कार्यवाही करने हेतु निर्देशित करने पर उक्त निर्देशों का पालन करते हुए निरीक्षक आशीष वासनिक थाना प्रभारी बसना के मार्गदर्शन में दिनाँक 27/08/2023 को छत्तीसगढ उडिसा बार्डर पलसापाली जांच नाका में

वाहन क्रमांक OD15 V 9073 आया जिसे रोककर पूछताछ करने पर वाहन में युरीया खाद एवं अमोनिया सल्फेट होना बताये जिसे छत्तीसगढ से उडिसा ले जाना बताये तथा चालक परिचालक का नाम पता पूछने पर उन्होने अपना नाम 1. शिव प्रसाद संजय पिता मुक्तेश्वर संजय उम्र 35 वर्ष साकिन महुलपाली थाना पदमपुर जिला बरगढ (उडिसा) 2. दुर्योधन महतो पिता पुरूषोत्तम महतो उम्र 44 साल साकिन महुलपाली थाना पदमपुर जिला बरगढ (उडिसा)

का निवासी होना बताये जिनके आईचर 1109 वाहन क्रमांक OD15 V 9073 में लोड खाद को उन दोनो के संयुक्त कब्जे से इफको कम्पनी का युरीया खाद 130 बोरी एवं अमोनिया सल्फेट 50 बोरी को जप्त कर किया जाकर उचित अग्रीम कार्यवाही हेतु कृषि विभाग को सुपुर्द किया गया।
संपूर्ण कार्यवाही निरीक्षक आशीष वासनिक थाना प्रभारी बसना, उप निरीक्षक उत्तम तिवारी, आरक्षक नरेश बरिहा, विरेन्द्र साहू एवं थाना बसना पुलिस द्वारा किया गया।
इसी प्रकार सरायपाली के बलोदा क्षेत्र में सामने आया है जहां बीती रात एक पिकअप वाहन में उड़ीसा से कृषि दवाइयां और मानव जीवन से संबंधित दवाइयां भारी मात्रा में लाकर बेचने की जानकारी मिलने पर किसान व्यापारी और कृषि विभाग के अधिकारी ने मिलकर उक्त वाहन को बलोदा चौक के पास पकड़ा जिसमें भारी मात्रा में कृषि और मानव जीवन से संबंधित दवाइयां भरी हुई थी अधिकारियों को देखकर एक व्यक्ति मौके से भागने में सफल हुआ तो वहीं अन्य
दो व्यक्तियों ने उड़ीसा से उक्त दवाइयां को लाकर बेचने की बात स्वीकार की लेकिन उनके पास किसी भी प्रकार का दस्तावेज और लाइसेंस नहीं मिला जिसके बाद कृषि विभाग के अधिकारियों ने कृषि दवाइयां को जप्त करते हुए इसकी जानकारी अपने उच्च अधिकारियों को और वरिष्ठ अधिकारियों को देकर उनसे मार्गदर्शन मांगा है और शेष दवाइयां और वाहन को पुलिस की सुरक्षा में रखवाया है ।