महासमुंद बसना पिथौरा / जांच मे दोषी और एफआईआर वसूली के आदेश के बाद भी आज तक कोई कार्यवाही नहीं एक धान खरीदी के एक खसरा नंबर पर 2 किसानो ने बेच डाले धान !
मामला बसना थाना और पथराला खरीदी केंद्र अंतर्गत तिलकपुर का है. जहाँ गांव का एक किसान और कुछ कर्मचारी सड्यंत्र के चलते जमीन नही रहते भी एक ही खसरा नम्बर में 2 किसानों ने धान खरीदि केंद्र पथरला पंजीयन क्रमांक 1204 में धान बेच दिए. और बोनस भी निकाल लिए
ऐसे कैसे और किसके सहयोग से संभव है कि एक ही खसरा नम्बर 455 ग्राम तिलकपुर के 2 किसान ने पंजीयन के तहत धान बेच दिया ? इस बडे भ्रष्टाचार को शिकायत सबूत के साथ शिकायतकर्ता ने कलेक्टर को किया था, जिसके बाद जांच हुवा और 13 दिसंबर 2019 को कलेक्टर ने एक नोटिस जारी करते हुए पिथौरा SDM को विकास खण्ड पिथौरा के अंतर्गत सेवा सहकारी समिति पथरला जिला महासमुन्द पंजीयन क्रमांक 1204 के अभिलेखो में लेकर जांच करवाकर अपराधिक प्रकरण बसना थाना में दर्ज कराने निर्देशित किया गया था. लेकिन उस पर अब तक किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हुई है.

घटना की शिकायत दर्ज होता है 2019 और 2020 मे जांच होती है जाँच मे पता चलता है की बसना थाना पिथौरा तहसील के तहसील अंतर्गत स्थित भूमि खसरा नंबर 455 रकबा 0.44 हे भूमि मे 2 व्यक्तियों द्वारा धान बेचने का मामला सामने आता है जांच अधिकारियों मे सहकारिता विस्तार अधिकारी पल्ल्वी मेश्राम एवं हल्का पटवारी तीर्थ राज दीवान द्वारा संयुक्त प्रतिवेदन अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पिथौरा को सौंप दिया गया है!

जांच मे पाया जाता है की 2018 खरीप विपणन वर्ष मे खसरा नंबर 255 रकबा 0.44 हे भूमि किसान बिलास कुमार चौधरी पिता कुंज बिहारी निवासी तिलकपुर पथरला के नाम से पंजीयन है जो इस जमीन को 2014 मे ही किसान सच्चिदानंद से खरीदा गया था
वही व्यक्ति सच्चिदानंद द्वारा जमीन को बेचने के बाद भी 2017 -18 और 2018 -19 मे फर्जी रकबा बनकार और धान बेचकर बोनस सहित लगभग 69000 का फर्जी रकबा बनाकर सासन को नुकसान पहुंचाया गया है जांच प्रतिवेदन मे लिखा है की फड़ प्रभारी हेमंत प्रधान एवं पटवारी द्वारा भी दोनों कृषक के पंजीक्रीत धान रकबा का ऋण पुस्तिका पूर्ण अवलोकन किए बिना फड़ प्रभारी द्वारा धान खरीदा गया जो की लापरवाही को दर्शाता है
लेकिन शिकायत कर्ता के अनुसार जिसके खिलाप शिकायत हुवा है उसके साथ तत्कालीन एसडीएम के साथ अच्छे संबंध थे इसलिए जान बूझकर जांच प्रति वेदन को कार्यवाही के लिए प्रेषित नहीं किया जा रहा है इसके बाद नाराज शिकायत कर्ता ने जांच प्रतिवेदन के साथ इसकी शिकायत दोबारा छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव के पास कर दिया संज्ञान मे लेते हुए मुख्य सचिव ने पुलिस महानिदेशक को कार्यवाही के लिए निर्देशित किया वही
पुलिस महानिदेशक ने बसना थाना को नियमानुसार कार्यवाही कर संबधित विभाग और शिकायत कर्ता को सूचित करने निर्देशित किया गया था इसके बाद भी आज आदेश के 2 साल गुजर जाने के बाद कार्यवाही नहीं किया गया है!
इस संबंध मे पिथौरा एसडीएम मनोज कुमार खांडे को दूरभाष के माध्यम से चर्चा किया गया वे पुराने मामले है दिखवाने की बात कर रहे है हालांकि पूरी जानकारी व्हाट्सऐप नंबर पर भेज दिया गया है अब देखने वाली बात यह होगी इस 2 साल पूराने मामले मे क्या कार्यवाही होती है!