महासमुंद/जिला स्तरीय किसान मेला सम्पन्न किसान हमारे अन्नदाता हैं, देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ — सांसद रूपकुमारी चौधरी
महासमुंद/ रजत जयंती वर्ष 2025-26 के उपलक्ष्य में एक्सटेंशन रिफार्म्स आत्मा योजना के अंतर्गत आज भीमराव अम्बेडकर सर्व समाज मांगलिक भवन, संजय कानन के पास, बागबाहरा रोड, महासमुंद में एक दिवसीय जिला स्तरीय किसान मेला का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी थीं, जबकि विशिष्ट अतिथि विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा रहे। इस अवसर पर नगर पालिका उपाध्यक्ष श्री देवीचंद राठी, जिला पंचायत सदस्य श्री जुगनू चंद्राकर, श्री महेंद्र सिक्का सहित जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे।
मेले में विभागीय प्रदर्शनी और उत्कृष्ट कृषकों का सम्मान :मेले में विभिन्न विभागों द्वारा कृषकों को नवीन तकनीकी जानकारी एवं योजनाओं की जानकारी देने हेतु आकर्षक स्टॉल लगाए गए। सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी, विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा एवं अन्य जनप्रतिनिधियों ने सभी स्टॉलों का अवलोकन किया और विभागीय अधिकारियों से विस्तार से जानकारी ली। इस अवसर पर अतिथियों द्वारा जिले के उत्कृष्ट किसानों को कृषक आदान सहायता सामग्री प्रदान की गई। साथ ही आत्मा योजना अंतर्गत नवाचारों और कृषि में उपयोगी वैज्ञानिक विधियों की जानकारी भी साझा की गई।
किसान हमारे अन्नदाता हैं —सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी ने अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा कि किसान हमारे अन्नदाता हैं, देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में कृषि क्षेत्र में अनेक जनकल्याणकारी योजनाएँ संचालित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को वैज्ञानिक पद्धतियों, आधुनिक कृषि उपकरणों और नवीन तकनीकों को अपनाना चाहिए, जिससे उत्पादन और आय दोनों में वृद्धि हो। उन्होंने महिलाओं की सक्रिय सहभागिता को कृषि केकृषक मेला किसानों को तकनीकी मंच प्रदान करता है* — विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा
विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा ने अपने उद्बोधन में कहा कि सरकार किसानों की समृद्धि और आत्मनिर्भरता के लिए निरंतर नई योजनाएँ लागू कर रही है। यह किसान मेला किसानों को जानकारी, नवाचार और तकनीकी सहयोग प्रदान करने का एक सशक्त मंच है। उन्होंने कहा कि महासमुंद जिले के किसान मेहनती और नवाचारी हैं। यदि सभी किसान योजनाओं का अधिकतम लाभ लेकर आधुनिक तकनीक अपनाएं, तो महासमुंद जिले को कृषि नवाचार का केंद्र बनाया जा सकता है।
मेले में महिला एवं बाल विकास विभाग, आदिवासी
विकास विभाग, कृषि विज्ञान केंद्र, पशु चिकित्सा, कृषि यंत्रीकरण, उद्यानिकी, मत्स्य पालन एवं रेशम पालन विभाग के स्टॉलों पर किसानों को योजनाओं की जानकारी दी गई। कृषक उपयोगी उत्पादों एवं तकनीकों का प्रदर्शन किया गया।कार्यक्रम में उप संचालक कृषि श्री एफ.आर. कश्यप, श्री संदीप घोष, श्री राजू चंद्राकर, श्री मुन्ना साहू, श्री प्रकाश शर्मा, संबंधित विभागों के अधिकारी-कर्मचारी तथा सभी विकासखंडों से आए बड़ी संख्या में कृषकगण उपस्थित रहे।