सरायपाली में खुल रहा संगीत महाविद्यालय
सरायपाली/बसना-संगीत प्रेमियों के लिए एक अच्छी खबर है कि जिला महासमुन्द छ.ग.सरायपाली विकासखंड के बस्तीसरायपाली वार्ड नं 14में प्रयाग संगीत समिति इलाहाबाद द्वारा मान्यता प्राप्त(पंजी. क्र.एम.पी.274) माँ वीणापाणि संगीत महाविद्यालय का शुभारंभ होने जा रहा है।सरायपाली शहर में संगीत शिक्षा के क्षेत्र में यह एक नए युग की शुरुआत हो रही है।इस नए संगीत महाविद्यालय का खुलना संगीत शिक्षा के क्षेत्र में एक अच्छी पहल के साथ महत्वपूर्ण कदम है।
महाविद्यालय के संचालक जन्मजय नायक उपाध्यक्ष वंदे मातरम् सेवा संस्थान छत्तीसगढ़ ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा संगीत हमारी संस्कृति की आत्मा है।बचपन की लोरी से लेकर आज की धुनों तक,संगीत ने हर पीढ़ी को जोड़ा है।इसे आगे बढ़ाने तथा नयी पौध को संगीत से अवगत कराने,संगीत कला को संरक्षित रखने,बढ़ावा देने और अगली पीढ़ी को हस्तांतरित करने का एक प्रयास है।यह न केवल संगीतकारों को शिक्षा देगा बल्कि शहर की सांस्कृतिक धरोहर को भी समृद्ध करेगा।इस महाविद्यालय के खुलने से शहर का सांस्कृतिक माहौल और समृद्ध होगा। संगीत के क्षेत्र में केरियर बनाने के इच्छुक युवाओं के लिए नए अवसर पैदा होंगे,साथ ही अंचल के युवा प्रतिभाओं,विद्यार्थियों तथा हर वर्ग को अपने कौशल को निखारने का एक बेहतरीन मंच मिलेगा।वहीं स्थानीय प्रतिभाओं को राष्ट्रीय,अंतर्राष्ट्रीय तथा विविध मंचो पर अपनी पहचान बनाने में मदद करेगा।स्कूल के बाद अपने बच्चों की दिनचर्या में संगीत की शिक्षा शामिल करने पर विचार कर रहे माता-पिता तथा पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के लिए संगीत शिक्षा के संबंध में नायक ने कहा जब छात्र गायन,वादन,नृत्य,संगीत बजाते हैं तो यह उनके कलात्मक मन के एक हिस्से को अभिव्यक्त करने का अवसर देता है,जो एक बच्चे के बौद्धिक,आध्यात्मिक और भावनात्मक रूप को संतुलित करने के साथ-साथ अमूर्त सोच विकसित करने में मदद करती है।
संगीत शिक्षा के क्षेत्र में दीर्घ अनुभव रखने वाले इस महाविद्यालय के प्राचार्य शुकनाथ चौहान ने बताया कि संगीत सृष्टि का एक अलौकिक एवं अद्भुत विद्या है।क्या बच्चे,बूढ़े तथा जवान के मन और मस्तिष्क में संगीत के माध्यम से सुविचार एवं सुसंस्कृत करने की अहम भूमिका है।यह महाविद्यालय न केवल हमारे युवाओं को संगीत के क्षेत्र में आगे बढ़ने का अवसर देगा,बल्कि हमारी सांस्कृतिक विरासत को भी समृद्ध करेगा।इस महाविद्यालय का मुख्य उद्देश्य शास्त्रीय,लोक,और आधुनिक संगीत के क्षेत्र में प्रशिक्षित प्रतिभाओं को तैयार करना है।इस महाविद्यालय में संगीत की विभिन्न विधाओं जैसे गायन,वादन और नृत्य के पाठ्यक्रम उपलब्ध होंगे।प्राचार्य ने आगे बताया अंचल में महाविद्यालय खुलने की खबर से छात्रों,अभिभावकों तथा हर वर्ग में काफी उत्साह है।उन्हें इस संस्थान में अनुभवी गुरुओं से सीखने का मौका मिलेगा और वे अपनी प्रतिभा को सही दिशा दे पाऐंगे।प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है,दिसम्बर से कक्षाएँ प्रारंभ होंगी।इच्छुक उम्मीदवारआवेदन कर सकेंगे।इसके लिए मो. नं 9131171909, 8641060868 नं पर सम्पर्क कर सकते हैं।