पिथौरा: ग्राम पिरदा में इलाज से जुड़ी गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है, जिसने पूरे क्षेत्र में चिंता बढ़ा दी है। नरेन्द्र नायक नामक ग्रामीण ने स्थानीय डॉक्टर पर गलत तरीके से ऑपरेशन करने और समय पर उचित इलाज न देने का आरोप लगाया है। मामले को लेकर आज ग्राम पंचायत पिरदा में सरपंच और पंचों की उपस्थिति में बैठक आयोजित की गई, जिसमें दोनों पक्षों के बयान लिये गये।
पंचनामा में दर्ज विवरण के अनुसार नरेन्द्र नायक का पैर का ऑपरेशन डॉ. सुभाष प्रधान द्वारा किया गया था। हैरानी की बात यह रही कि ऑपरेशन एक ही दिन में दो बार एनेस्थीसिया लगाकर किया गया। ऑपरेशन के कुछ दिनों बाद ही घाव में तेज संक्रमण के लक्षण दिखने लगे, पर इलाज में सुधार नहीं हुआ। लगभग छह महीने बीत जाने के बाद भी घाव नहीं भरा, बल्कि स्थिति बिगड़ती चली गई।
नरेन्द्र नायक के अनुसार, दर्द और संक्रमण लगातार बढ़ने पर उसे रायपुर के कई बड़े निजी अस्पतालों के चक्कर लगाने पड़े। इलाज के दौरान 80 से 85 हजार रुपये तक खर्च होने के बावजूद उसके पैर की स्थिति पूरी तरह ठीक नहीं हुई। परिजनों का आरोप है कि यदि ऑपरेशन सही तरीके से होता तो इतनी समस्या का सामना नहीं करना पड़ता।
पंचायत की बैठक में दोनों पक्षों को आपसी सहमति और समझौते से समाधान निकालने की सलाह दी गई। लेकिन जब पंचायत ने डॉ. सुभाष से मेडिकल अधिकारी द्वारा जांच कराए जाने का आग्रह किया, तो उन्होंने पंचायत की इस बात को मानने से इंकार कर दिया। पंचायत ने इसके बाद नरेन्द्र नायक को पंचनामा जारी करने का निर्णय लिया, जिसमें सम्पूर्ण घटना का विवरण दर्ज किया गया।
पीड़ित नरेन्द्र नायक ने कहा—
“मैंने महीनों तक दर्द सहा, हजारों रुपये खर्च कर दिए पर राहत नहीं मिली। अब मैं जिला कलेक्टर और जिला चिकित्सा अधिकारी को शिकायत करूंगा, ताकि जांच हो और दोषी पर कार्रवाई हो।”
ग्रामीणों ने मामले की निष्पक्ष जांच और पीड़ित को उचित मुआवजे की मांग की है। पंचायत द्वारा तैयार पंचनामा पर आज 8 नवंबर 2025 को सरपंच और पंचों के हस्ताक्षर किए गए।



