महासमुंद/संविधान दिवस पर जिला पंचायत सभाकक्ष में हुआ गरिमामय आयोजन
महासमुंद/ जिला पंचायत के सभा कक्ष में आज संविधान दिवस समारोह गरिमापूर्ण वातावरण में मनाया गया। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ राज्य बीज निगम के अध्यक्ष श्री चंद्रहास चंद्राकर, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मोगरा पटेल, उपाध्यक्ष श्री भीखम ठाकुर, जिला पंचायत सदस्य श्रीमति जगमोती भोई, कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह, जिला पंचायत सीईओ श्री हेमंत नंदनवार सहित बड़ी संख्या में अधिकारी-कर्मचारी और नागरिक उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरुआत संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर एवं भारत माता के छाया चित्र में माल्यार्पण और पूजन कर किया गया। संविधान दिवस में प्रस्तावना का सामूहिक वाचन किया गया। सभा कक्ष में उपस्थित सभी लोगों ने एक स्वर में प्रस्तावना का पाठ कर संकल्प दोहराया कि वे संविधान में निहित मूल्यों, न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व को सामाजिक जीवन में धारण करेंगे। इस अवसर पर संविधान दिवस पर आधारित एक विशेष वीडियो का भी प्रदर्शन किया गया, जिसमें संविधान निर्माण की ऐतिहासिक यात्रा, डॉ. भीमराव अम्बेडकर एवं संविधान से जुड़े महान विभूतियों की भूमिका और भारत की लोकतांत्रिक प्रणाली की विशेषताओं को दर्शाया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री चंद्रहास चंद्राकर ने अपने संबोधन में कहा कि भारतीय संविधान केवल एक कानूनी दस्तावेज नहीं, बल्कि भारत की आत्मा है। यह देश की सामाजिक विविधता को एक सूत्र में पिरोता है और हर नागरिक को अधिकारों के साथ कर्तव्यों की भी याद दिलाता है। जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मोगरा पटेल ने कहा कि संविधान प्रत्येक नागरिक को समान अवसर प्रदान करता है। हम सबकी ज़िम्मेदारी है कि संविधान के मूल्यों को अपने व्यवहार और कार्यों में उतारें।
कलेक्टर श्री विनय लंगेह ने संविधान दिवस की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि लोकतंत्र का वास्तविक सशक्तिकरण तभी संभव है जब नागरिक अपने अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों का भी पालन करें। उन्होंने प्रशासनिक पारदर्शिता, संवेदनशीलता और नागरिक सेवा को संविधान की भावना बताया। जिला पंचायत सीईओ श्री हेमंत नंदनवार ने कहा कि संविधान भारतीय लोकतंत्र की रीढ़ है और यह सभी के लिए समान न्याय की गारंटी देता है। उन्होंने युवाओं को संविधान के अध्ययन और उसके अनुकरण के लिए प्रेरित किया। समारोह के अंत में सभी अतिथियों एवं उपस्थितजनों ने संविधान के प्रति निष्ठा, राष्ट्रीय एकता, सामाजिक सद्भाव और लोकतांत्रिक मूल्यों को सुदृढ़ करने का सामूहिक संकल्प लिया। इसके अलावा आज जिले के सभी ग्राम पंचायतों, शैक्षणिक संस्थानो, महाविद्यालयों और शासकीय कार्यालयों में संविधान का पालन करने का संकल्प लिया गया।


