बसना के जिला सहकारी बैंक के बाहर लगे कुर्सियों खाली नजर आती आती कारण है यहां पेड़ो पक्षियों से गन्दगी और दुर्गन्ध किसान और राहगीर दोनों परेसान
हेमन्त वैष्णव
महासमुंद जिले के बसना नगर में जिला सहकारी बैंक के आगे कुछ माह पहले एसडीएम द्वारा अतिक्रमण हटाया गया और बैंक के आगे सीमेंट के 2 चार बैठक भी बनाया गया बैंक में आने वाले किसान और भीड़ होने के कारण कई बार घण्टो तक खड़े खड़े ही रहना पड़ता है और अगर कही सर्वर डाउन है तो यह सिलसिला दिन भर चलता रहता है और किसान दिन भर खड़े रहते है इन परेशानियों को देखते हुए 2 चार सीमेंट के बैठक तो लगाया गया है लेकिन उन कुर्सियों पर अब कई लोग बैठना नही चाहते है

इसका कारण है बैंक के बाहर निम झाड़ पर डेरा डाले हुए बगुला पक्षी छत्तीसगढ़ के गांव क्षेत्र में इसको कोकड़ा भी कहते है इन पक्षियों का तादात बैंक के बाहर पेड़ो के ऊपर बहुत है पक्षीयो द्वारा रोज रोज और लगातार मल त्याग के कारण पेड़ो के नीचे लगे कुर्सियां पूरी तरह पक्षीयो के मल से पटा जा रहा है जिला सहकारी बैंक के आस पास के हालात पूरी तरह गन्दगी से भरा हुआ है यहां बैठना तो दूर 2 मिनट खड़े होने से सांस लेने तकलीफ हो रहा है लेकिन किसानों की मजबूरी है कि यही गन्दगी में बैठना पड़ता है साथ ही मुख्य मार्ग में आवागमन कर रहे है राहगीरों के ऊपर भी मल गिरते रहरा है इस और ना तो वन विभाग ध्यान दे रहा है और ना ही नगर पंचायत किसानों के परेशानियों को देखने वाला कोई नही

किसानों की परेशानी यही खत्म नही होता यहां के सौचालय और मूत्रालय की बहुत ही आवश्यकता है चुकी जिला सहकारी आये किसान सुलभ सौचालय नही होने के कारण हमेसा टूटे हुए खंडहर के अंदर जाकर मूत्र करते है साथ ही बैंक के कर्मचारियों को भी ऐसा करना पड़ता है भीड़ को देखते हुए राज्य सरकार जहां जगह हो वैसे बैंकों के आसपास सुलभ सौचालय और पेयजल का व्यवस्था करना चाहिए ताकी बैंक पुरुष और महिलाएं किसान को परेशानियों का सामना करना ना पड़े ।