बसना -/ मेहमान चले जाते है वापस इस गांव का हालात देखकर आपको भी आ तरस सड़क और पानी के लिए तरस रहे ग्रामीण मीडिया वालों को देखकर बुजुर्ग का छलका आंसू क्या है इसका कारण ?
महासमुंद हेमन्त वैष्णव
छत्तीसगढ़ महासमुंद जिले अंतर्गत बसना जनपद अंतर्गत आने वाले इस गांव का नाम है गोहे दादर यह ग्राम पंचायत कोलिह देवरी के आश्रीत ग्राम है ग्रामीणों ने बताया कि आश्रीत ग्राम का हालात बदलेगा बोलकर आश्रीत ग्राम के ही विजय बरिहा को सरपँच चुना गया लेकिन इसके विपरीत गांव का सत्यनास हो चुका है यहां के ग्राम वासी सड़क और पानी के लिए तरस रहे है गांव की एक महिला ने बताया कि गांव की सड़क देखकर गांव में आने वाले मेहमान गांव के बाहर से ही भाग जाते है ।

मार्ग के समस्या के कारण स्कूली बच्चो के लिए भी मुसीबत बना हुवा है बच्चे फिसलते हुए स्कूल जाते है इसके अलावा स्कूलों बस और एम्बुलेंस और छोटी कार भी मार्ग में नही जा पाते है जिसके कारण मेहमान भी कई बार पैदल या फिर वापस चले जाते है

एक ग्रामीण बुर्जुग जब संवाददाताओं को देखा तो आंखों से आंसू निकल आये गांव के बाहर से पैदल अपने घर तक ले गया और मार्ग का हालात दिखाया जहां चलना मुश्किल हो गया ग्रामीणों ने बताया कि लगभग 12 वर्ष पहले गांव का हालात जैसा हो गया है बताया गया कि 12 वर्ष पहले गांव का ऐसा हालात था कि एक महिला प्रसव पीड़ा में दम तोड़ दिया चुकी मार्ग इतना खराब था कि महिला को सही समय मे अस्पताल नही पहुचाया जा सका ।
ग्रामीणों ने सड़क की सिकायत 2020 में एसडीएम से भी किया था एसडीएम ने जांच कर आस्वासन भी दिया था लेकिन कुछ नही हो पाया ग्रामीणों का कहना है की हमने सरपँच सचिव को कई बार गुहार लगा चुके है लेकिन आज कल बन जाएगा बोलकर घुमा रहे हैं ।
गांव के महिलाओ ने बताया कि यहां एक ही हेण्डपम्प है और पूरी गांव में उसी में पानी पीता है पानी के लिए घण्टो तक लाइन में लगाना पड़ता है इसके अलावा लगभग आधा घण्ठा बाद पानी पूरी तरह खराब हो जाता है पानी पीने योग्य रहता इसके बावजूद मजबूरन उसी पानी को पीना पड़ता है या पानी को फेंककर फिर से हेण्डपम्प से पानी लाना पड़ता है बताया गर्मी माह में और भयावह स्थिति रहता है ग्रामीणों ने कहा कि पानी के कारण नहाने भी नसीब नही हो रहा है तालाब से पानी सूख जाता है या फिर जो बचता है वह नहाने योग्य नही रह जाता है पूरी गांव पानी के समस्या से गुजरता है ।
ग्रामीणों की माने तो नल तो लगाया गया है लेकिन पानी अभी तक घरों तक नही पहुचाया जा सका है । में उसी में पानी पीता है पानी के लिए घण्टो तक लाइन में लगाना पड़ता है इसके अलावा लगभग आधा घण्ठा बाद पानी पूरी तरह खराब हो जाता है पानी पीने योग्य रहता इसके बावजूद मजबूरन उसी पानी को पीना पड़ता है या पानी को फेंककर फिर से हेण्डपम्प से पानी लाना पड़ता है बताया गर्मी माह में और भयावह स्थिति रहता है ग्रामीणों ने कहा कि पानी के कारण नहाने भी नसीब नही हो रहा है तालाब से पानी सूख जाता है या फिर जो बचता है वह नहाने योग्य नही रह जाता है पूरी गांव पानी के समस्या से गुजरता है ग्रामीणों की माने तो नलजल योजना के तहत नल लगाया गया है लेकिन पानी अभी तक घरों तक नही पहुचाया जा सका है ।
गांव में सोख्ता गड्ढा पूरा नही हो पाया है इसका मुख्य कारण है अतिक्रमण गांव के उपसरपंच और कई ग्रामीणों ने बताया कि गांव सहित अन्य शासकीय जगहों में जरूरत से ज्यादा अवैध अतिक्रमण के कारण ही विकास कार्य रुका हुवा है पानी निकासी के लिए नालियों के लिए गांव में जगह नही है शासकीय भवनों के लिए ग्रामीण तरस रहे है गाँव का पूरी विकास कार्य पूरी तरह ठप्प पड़ा है
गांव का सीसी मार्ग खराब कर रहे है केचव्हिल
ऐसा नही है कि सरकारें मार्ग नही बनाती है इस गांव में भी सीसी मार्ग था लेकिन ये मार्ग दलदल कैसे बना कारण है इसग डबल केचव्हिल जो सीसी और डामरीकरण मार्ग को पूरी तरह ध्वस्त कर देता है गांव में एक युवक बिंदास डबल केचव्हिल लेकर खेतो से आ रहा है जब मीडिया वालों ने पूछा तो कहा कि गांव के सभी ट्रैक्टर वाले चलाते है इसलिए मैंने भी चलाया है प्रतिबंध के बावजूद आप ऐसा कैसे कर सकते है तो युवक ने कहा कि बस खेती सीजन में डबल केचव्हिल लगाते है इसका मतलब साल में 2 बार डबल केचहव्हिल लगाएंगे तो गांव का ऐसा हालात तो होगा ही इस पर एक कड़ा नियमों को बनाया जाना चाहिए ताकि लाखो करोड़ो का मार्ग ऐसे ही खराब ना हो डबल केचव्हिल चलाने वालों के खिलपा भी दंडात्मक कार्यवाही करना चाहिए ।