बसना -/3 लाख रु का आहरण 5 महीने बाद भी गोठान का नही हुवा है तालाब गहरीकरण जिला पंचायत मद का हुवा दुरपयोग
महासमुंद हेमन्त वैष्णव
गांव का दुर्गती कैसा होता है एक ताजा उदाहरण देखिए कैसे जिला पंचायत मद से छत्तीसगढ़ सरकार के महत्वाकांक्षी योजनाओं में एक गोठान के नाम से भ्र्ष्टाचार किया जा रहा है मामला महासमुंद जिले के बसना जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत कोलिहादेवरी का जहां का ग्राम पंचायत भ्र्ष्टाचार का गढ़ साबित हुआ बिना कार्य करवाये ही सरपँच सचिव ने 15 वे वित्त से लगभग 3 लाख रु के आसपास की राशि आहरण कर लिया गया है लेकिन आज लगभग 5 माह बीत जाने के बाद भी गोठान के तालाब गहरीकरण का कार्य सुरु तक नही हुवा है यहां के सचिव और सरपँच का कोई ध्यान नही है और होगा भी कैसे अब तो रकम भी आहरण हो चुका है ।

सरपँच सचिव का अलग अलग बयान

गोठान में तालाब गहरीकरण में विवाद होने के बाद काम नही कराया गया है सरपँच विजय बरिहा ने बताया की यह काम हमे जिला पंचायत मद से मिला है जिला पंचायत अध्यक्ष उषा पटेल जी के मार्गदर्शन में हो रहा है सरपँच ने बताया कि जिस जगह को तालाब गहरीकरण के लिए प्रस्ताव किया गया था वहां गांव के कुछ लोग अतिक्रमण किए तहसीलदार और थाना के द्वारा समझाई के बाद भी अतिक्रमण नही छोड़ रहे है तालाब गहरीकरण के नाम पर जो राशि आहरण हुवा है उसको सरपँच सचिव दोनों रखे है जैसे ही विवाद खत्म होगा तालाब गहरीकरण का कार्य किया जाएगा ।
सरपँच विजय बरिहा ग्राम पंचायत कोलिहादेवरी देवरी
सचिव ने बताया कि वहां गांव के 2 लोग आपत्ति जता रहे है इसलिए तालाब गहरीकरण के लिए अलग जगह प्रस्ताव किया जाएगा ।
सवाल -/ अभी लगभग 5 महीने हो हो गए राशि आहरण को इतना दिन क्या कर रहे थे
सचिव -झनेंद्र साहू -/
विवाद सुलझाने तहसीलदार और थाना से आये थे लेकिन उसके बाद भी अतिक्रमण नही हटा कुछ दिनों से पटवारी हड़ताल में थे और सचिव लोग भी हड़ताल में ।
सवाल -/भुगतान की राशि कौंन रखा है
सचिव ने कहा कि पिथौरा क्षेत्र के जेसीबी और ट्रैक्टर वालो को भुगतान कर दिया गया है ।
अब बात करते है महासमुंद जिले के बसना जनपद के इंजीनियरों की क्या 15 वे वित्त से लगभग 4 लाख रु आहरण हुवा तो इंजीनियर ने गांव जाकर चेक नही किया कि तालाब गहरीकरण का कार्य चालू है या नही इतना भी जानना जरूरी नही समझते जिम्मेदार अधिकारी ।