महासमुंद -/ सचिव और रजिस्टार ऑफिस का कारनामा सिकायत पढ़ कर रह जाएंगे दंग 4 एकड़ जमीन के मालिम को भनक तक नही लगा और बिक गया जमीन फर्जी आधार कार्ड और फर्जी महिला का भी इस्तेमाल न्याय के लिए भटक रहे है परिवार एसपी के पास शिकायत
महासमुंद
ऐसा कारनामा तो महासमुंद जिले के पिथौरा क्षेत्र में ही हो सकता है चुकी वहां राजस्व विभाग में बड़े बड़े मामले आते ही रहते है लेकिन यह मामला जरा हटकर है जहां जमीन मालिक का जमीन दूसरे के नाम पर नामांतरण हो जाता है और जमीन मालिक को पता तक नही चलता है अगर पीड़ित का सिकायत सही है तो मामला हैरान करने वाला है पंचायत सचिव ने और रजिस्टार ऑफिस और तहसील कार्यालय में होने वाले प्रक्रिया में किसी अन्य महिला को खड़ा करके रजिस्टार करवाया गया है

पूरा मामला है ग्राम ढोकर कसा का है सिकायत कर्ता कुमार सांडे के अनुसार भगत देवरी का पंचायत सचिव प्रकाश सांडे जो कि सिकायत कर्ता का भतीजा है पीड़ित को कृषि ऋण निकालने के नाम पर पहले तो बैंक लेकर गया फिर सुनियोजित तरीका से भीड़भाड़ है कहकर उप पंजीयक कार्यलय रजिस्टार ऑफिस लेकर गया और और पीड़ित का हस्ताक्षर करवाया गया है इसके अलावा सह खातेदार रमसीला सांडे दुतिया सांडे के जगह किसी अन्य महिला को खड़ा कर दिया गया है और पूरा फर्जी तरीके से नामांतरण प्रक्रिया किया गया है सिकायत कॉपी के माने तो फर्जी आधार कार्ड बनाकर इस फर्जी घटना में अंजाम दिया गया

पीड़ित के अनुसार उसको पढ़ना लिखना नही आता है आरोपियों ने कृषि ऋण निकालना है बोलकर रजिस्टार ऑफिस में हस्ताक्षर करवाया
पीड़ित के अनुसार फर्जी रजिस्ट्री की जानकारी तब हुवा जब वह ऋण सम्बन्धी जानकारी लेने बैंक गया पर बैंक में ऋण सम्बन्धी कोई भी जानकारी नही मिला तब पीड़ित ने ऑन लाइन जांच करवाया तब पता चला कि प्रकाश सांडे और उनके सहयोगियों ने फर्जी हस्ताक्षर करवा कर पंजीयन रजिस्ट्री करवा लिया गया है पीड़ित के अनुसार वह सांकरा थाना में भी सिकायत किया गया लेकिन वहां उसको पावती नही मिला थाना में दूरभाष के माध्यम से सूचना देने की बात कहा गया इस बीच इनका कई दिन बीत चुका था वही पिथौरा तहसीलदार ने भी हाथ खड़ा कर दिए थे दावा आपत्ति तक लेने स्वीकार नही किया पीड़ित के अनुसार वह जमीन मालिक होते हुए भी अपने जमीन का स्वामित्व खो चुका जिसके कारण भारी नुकसान और मानसिक प्रताड़ना से गुजरा पड़ रहा है पीड़ित पिरिवार ने पुलिस अधीक्षक के पास सिकायत कर न्याय का गुहार लगाया है और नामांतरण को निरस्त कर आरोपि के ख़िलाप कार्यवाही की मांग किया है
पीड़ित परिवार के अनुसार जमीन को भारी सस्ते दामो में अग्रवाल के पास बेच दिया गया है ।
वही इस मामले में भगत देवरी के संदीप अग्रवाल ने बताया कि मेरे साथ भी धोखाधड़ी हुवा है वही इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड भगत देवरी के सचिव प्रकाश सांडे को बताया बताया कि प्रकाश सांडे ने ही अन्य महिलाओं को बुलाकर फर्जी नामांतरण किया गया है संदीप अग्रवाल ने कहा कि प्रकाश सांडे मेरे से 5 लाख रु लिया है मैंने खुद भी सिकायत किया है जिसमे जांच जारी है ।