महासमुंद सरायपाली / सिंघोड़ा मे 09 लाख का कार्य निरस्त मजदूरों को मिलने वाले रकम की होगी रिकभरी योजना था मनरेगा के रकम को गबन करने का!
महासमुंद जिले के सरायपाली ब्लाक अंतर्गत सिंघोड़ा मे मनरेगा अंतर्गत सरोवर योजना अंतर्गत लगभग 09लाख रु शासन से स्वीकृत हुवा कार्य को तालाब को गहरी करण के लिए मजदूरों से कार्य करवाना था लेकिन तालाब मे जेसीबी मशीन और ट्रेक्टर लगवा कर गहरी करण करवाया जा रहा था और इधर मजदूरों के नाम से लगातार फर्जी मस्ट रोल बनाया जा रहा था, इस बात की सुचना जिला सीईओ और जनपद के अधिकारियों को दिया गया सुचना मिलते ही जनपद सीईओ ने कार्य को निरस्त कर दिया है!
सोचने वाली बात यह है की सरायपाली बसना पलायन एक मुख्य समस्या है हजारों की तादाद मे पलायन करने के बाद जो कुछ लोग बच जाते है वे मजदूर मनरेगा के कार्यो के भरोसे रहते है ऐसे मे मजदूरों का हक मारकर मशीन से कार्य कराया जा रहा था और फर्जी मास्टर रोल भरकर गबन के तैयारी कर लिया गया था!

मामले मे सरायपाली जनपद सीईओ अमित हलदर ने ने कहा की मौखिक शिकायत पर जाँच किया गया बताया गया की गाँव के लोग मंदिर फंड से तालाब मे गहरी करण करवा रहे है जिसके बाद मनरेगा के कार्य को निरस्त कर दिया गया है जनपद सीईओ ने कहा की पंच नामा बनाया जा रहा है लापर वाही बरतने वाले कर्मचारीयों के खिलाप विभागीय कार्यवाही की जाएगी, वही जो 2 लगभग 9 लाख का काम था, केवल 15000 राशि का लेबर काम हुआ है, जिसे वसूली किया जाएगा!
