सरायपाली : किस्मत लाल नंद का टिकट कट जाने से कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं में हताशा आश्चर्यचकित ,गांड़ा समाज के ब्लाक अध्यक्ष ने कहा दोबारा किस्मत लाल नंद को प्रत्याशी बनाए जाने की मांग , लगाए कई गंभीर आरोप कहा टिकट नही मिलने पर समाज के समर्थन में लड़ाएंगे चुनाव ।
महासमुन्द में कांग्रेस की अंतिम सूची जारी होने के बाद कहीं खुशी कहीं गम का माहौल दिखने लगा है इसी क्रम में सरायपाली विधानसभा भी अछूता नहीं है सरायपाली से किस्मत लाल नंद का टिकट काटकर नये चेहरे शिक्षका चातुरी नंद पर भरोसा जताते हुए कांग्रेस प्रत्याशी बनाया गया है किस्मत लाल नंद छत्तीसगढ़ गांड़ा समाज के प्रांतीय अध्यक्ष भी हैं उनका टिकट कट जाने से गांड़ा समाज में निराशा है इसी संबंध में कल किस्मत के समर्थकों और सामाजिक जनों ने बैठक रखी थी जिसके बाद मिडिया से बात करते हुए सरायपाली गांड़ा समाज के ब्लाक अध्यक्ष दयानन्द तांडी ने कहा कि किस्मत लाल नंद को पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया था जिनको समाज ने एकजुट होकर लगभग रिकॉर्ड 52 हजार मतों से विजयी बनाया था सरायपाली विधानसभा में गांड़ा समाज कि बहुलता है और किस्मत लाल नंद द्वारा क्षेत्र में किए गए बेहतरीन कार्यों को देखते हुए उन्हें फिर से टिकट दिया जाना था लेकिन ऐसा नहीं हुआ हमारे समाज का एक प्रतिनिधिमंडल कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से मिलकर प्रत्याशी चयन पर पुनः विचार करने व दोबारा किस्मत लाल नंद को प्रत्याशी बनाए जाने की मांग रखेंगे आगे तांडी ने कहा कि अगर हमारी मांग पूरी नहीं होगी तो पूरे प्रदेश में कांग्रेस को गांड़ा समाज की नाराज़गी झेलनी पड़ेगी तथा किस्मत लाल नंद जिस भी पार्टी या निर्दलीय चुनाव लड़ेंगें हमारा गांड़ा समाज उन्हें पूर्ण समर्थन देगा हम उनके साथ है ।

सरायपाली शहर कांग्रेस अध्यक्ष रामनारायण आदित्य ने कहा कि किस्मत लाल नंद का टिकट कट जाने से हम सभी कार्यकर्ताओं में हताशा है और हम आश्यर्च चकित हैं कि इतना बेहतरीन कार्य करने वाले जुझारू विधायक जिसने विधानसभा क्षेत्र की तस्वीर बदल दी उनको दोबारा मौका नहीं दिया आगे आदित्य ने कहा कि हम सभी मुख्यमंत्री से मिलकर प्रत्याशी चयन पर पुनः विचार करने की गुहार लगाएंगे और किस्मत नंद को दोबारा टिकट देने की मांग करेंगे ।

इस संबंध में किस्मत लाल नंद ने मीडिया में दिए बयान के अनुसार 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी द्वारा प्रत्याशी बनाऐ जाने पर आभार प्रकट करते हुए कहा कि पांच साल के कार्यकाल में पार्टी व शीर्ष नेतृत्व के मंशानुरूप उन्होंने क्षेत्र का विकास करने में कोई कसर नहीं छोड़ी शासन द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं को अंतिम छोर पर बसे अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का हर संभव प्रयास किया शिक्षा, सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य जैसी मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने का सफल प्रयास किया परंतु मेरी टिकट काट दी गई और चातुरी नंद को पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाया है जिससे निराश होकर आज समाज के पदाधिकारियों और समर्थकों ने बैठक रखी थी

किस्मत लाल नंद ने लगाए गंभीर आरोप
आगे किस्मत लाल नंद ने कहा कि चातुरी नंद खुद को चौहान सेना का प्रदेश अध्यक्ष बताती है जिसका गांड़ा समाज से कोई सरोकार नहीं है जिस प्रकार कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व द्वारा एक फर्जी संगठन चौहान सेना अध्यक्ष को अपना प्रत्याशी बनाया है गांड़ा समाज आक्रोशित हैं आगे किस्मत ने कहा कि अपने कार्यकर्ताओं और सामाजिक जनों से चर्चा करुंगा और शीघ्र चुनाव लड़ने का निर्णय करूंगा सामाजिक जन व समर्थक मेरे साथ हैं उनके फैसले का सम्मान करना मेरा फ़र्ज़ है।
बहरहाल कांग्रेस पार्टी द्वारा मौजूदा विधायकों में से लगभग 22 लोगों का टिकट काट दिए जाने का प्रयोग कितना कारगर साबित होता है यह आने वाला समय बताएगा लेकिन कांग्रेस अपने अंदरुनी कल्ह से कैसे निपटती है और अपनों की नाराज़गी समय रहते दूर कर पाती है या नहीं यह सवाल खड़ा हो गया तो वहीं भाजपा के लिए अच्छा है कि कांग्रेस अपने अंदरुनी गुटबाजी में उलझकर रह गयी है। भाजपा कांग्रेस दोनों को अपने जयचंदो से खतरा बना हुआ है जिसका खामियाजा इस चुनाव में भुगतना पड़ सकता है।



