महासमुंद सरायपाली / नकली सोना गिरवी रखकर 22 लाख का लोन, 10 खाताधारकों पर एफआईआर
इंडियन ओवरसीज बैंक की सरायपाली शाखा में बड़ा गोल्ड लोन फर्जीवाड़ा सामने आया है। बैंक के वार्षिक ऑडिट में खुलासा हुआ कि 10 खाताधारकों ने नकली सोना गिरवी रखकर 22 लाख 86 हजार रुपए का लोन ले लिया। मामले को लेकर बैंक प्रबंधन ने सरायपाली थाने में शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बाद पुलिस ने सभी 10 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। सभी आरोपी फिलहाल फरार हैं और उनकी तलाश जारी है।
सरायपाली दैनिक भास्कर रिपोर्टर इरफ़ान शेख के अनुसार नकली सोने पर असली हॉलमार्क!
ऑडिट रिपोर्ट के मुताबिक, गिरवी रखे गए आभूषणों पर 22 कैरेट (916) का फर्जी हॉलमार्क अंकित था। इन गहनों की ऊपरी परत पर सोने की पॉलिश की गई थी, जबकि अंदर अन्य धातुएं पाई गईं। जांच में साफ हुआ कि इन गहनों को जानबूझकर नकली तरीके से तैयार कर बैंक को धोखा दिया गया।

मूल्यांकनकर्ताओं की भी भूमिका संदिग्ध
बैंक मैनेजर के अनुसार, इस फर्जीवाड़े में आभूषण मूल्यांकन करने वाले गंगाधर पुष्टि (4 खातों के मूल्यांकनकर्ता) और सियाराम चौधरी की भूमिका भी संदिग्ध है। दोनों मूल्यांकनकर्ताओं ने नकली आभूषणों को असली बताकर स्वीकृति दी। इनकी लापरवाही या मिलीभगत की भी जांच की जा रही है।

पुलिस ने दर्ज किया अपराध
सरायपाली थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है। बैंक और पुलिस दोनों ही इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आगे की कार्रवाई कर रहे हैं।
पुलिस और बैंक की सतर्कता से हुआ फर्जीवाड़ा उजागर
यह मामला इस बात की चेतावनी है कि गोल्ड लोन देते समय बैंक को मूल्यांकन प्रक्रिया में और अधिक सतर्कता बरतनी होगी। साथ ही फर्जी हॉलमार्क और नकली सोने की पहचान के लिए विशेषज्ञों की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।