सरायपाली : ग्राम पंचायत प्रेतेनडीह में प्रशासनिक विवाद: सचिव ने सरपंच पर रजिस्टर छीनने का लगाया आरोप
ग्राम पंचायत प्रेतेनडीह में प्रशासनिक कार्यों को लेकर गंभीर विवाद खड़ा हो गया है। पंचायत सचिव मुक्ता भोई ने सरपंच दीपक ओगरे पर पंचायत के सूचना और प्रस्ताव रजिस्टर को जबरन छीनने और उसे अपने पास रखने का आरोप लगाया है। इस संबंध में उन्होंने जनपद पंचायत सरायपाली के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) अमित हालदार को लिखित शिकायत सौंपी है।
मामला 30 जुलाई 2025 को आयोजित ग्राम सभा बैठक के दौरान का है, जब सचिव मुक्ता भोई ने प्रस्ताव रजिस्टर में बैठक की कार्यवाही दर्ज की। उन्होंने बताया कि रजिस्टर में कुछ जानकारी लिखी जानी बाकी थी, तभी सरपंच दीपक ओगरे ने रजिस्टर जबरन छीनकर अपने पास रख लिया।

सचिव का आरोप है कि आरटीआई (सूचना का अधिकार) के तहत एक व्यक्ति संजय ने पंचायत से जानकारी मांगी थी, जिसके लिए प्रस्ताव रजिस्टर की आवश्यकता थी, लेकिन सरपंच ने रजिस्टर देने से मना कर दिया। मुक्ता भोई ने यह भी बताया कि सरपंच ने व्हाट्सएप के माध्यम से कहा कि रजिस्टर का पीडीएफ या कॉपी निकाल लें, और मूल रजिस्टर सीईओ के आदेश के बाद ही उपलब्ध कराया जाएगा।

सरपंच ने आरोपों को बताया निराधार
वहीं सरपंच दीपक ओगरे ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह उनकी छवि धूमिल करने की साजिश है। उन्होंने कहा कि सचिव द्वारा लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं और सच्चाई से कोई संबंध नहीं रखते।
सीईओ ने जताई असहमति
मुख्य कार्यपालन अधिकारी अमित हालदार ने कहा कि रजिस्टर पंचायत कार्यालय की संपत्ति है और उसे घर ले जाना अनुचित है। यदि ऐसा हुआ है तो यह नियमों के खिलाफ है और इस पर कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना ने ग्राम पंचायत में पारदर्शिता और जवाबदेही को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय स्तर पर विवाद की चर्चा ज़ोरों पर है और अब सभी की निगाहें जनपद पंचायत के सीईओ के आगामी निर्णय पर टिकी हैं।