पिथौरा : ओनकी मार्ग पर ग्रामीणों ने रोकी रेत तस्करी, प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग
ओनकी मार्ग स्थित लोहराम के पास रविवार को ग्रामीणों ने रेत तस्करी कर रहे कई ट्रैक्टरों को रोककर बड़ा विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि ट्रैक्टरों से रेत निकालकर डंपरों में भरकर अवैध परिवहन किया जा रहा था। पिथौरा के पत्रकार ललित मुखर्जी के माने तो इस दौरान मौके पर बड़ी संख्या में लोग जुट गए और जनप्रतिनिधियों ने भी ग्रामीणों का साथ दिया।
ग्रामीणों ने बताया कि 15 जून से 15 अक्टूबर तक नदी-नालों से रेत उत्खनन और परिवहन पर सरकार द्वारा पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। इसके बावजूद कुछ प्रभावशाली लोग नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए खुलेआम रेत की तस्करी कर रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि इस अवैध कारोबार से न केवल पर्यावरण को नुकसान हो रहा है बल्कि सरकार को भी राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद प्रशासन और जिम्मेदार विभाग कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं। इससे तस्करों के हौसले बुलंद हैं और वे दिनदहाड़े रेत की ढुलाई कर रहे हैं। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई नहीं की तो वे बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
जनप्रतिनिधियों ने भी प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि प्रतिबंध अवधि में रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन गंभीर अपराध है। इसकी रोकथाम के लिए जिला प्रशासन को तत्काल विशेष अभियान चलाना चाहिए।
ग्रामीणों ने मांग की है कि पकड़े गए वाहनों को जब्त किया जाए और दोषियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई हो। साथ ही, ओनकी मार्ग और आसपास के इलाकों में पुलिस एवं खनिज विभाग की संयुक्त गश्त बढ़ाई जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लग सके।
ग्रामीणों का यह भी कहना है कि अवैध रेत परिवहन से सड़कों को नुकसान पहुंच रहा है, जिससे आमजन को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, नदी से लगातार रेत निकाले जाने से जलस्रोत का अस्तित्व भी खतरे में पड़ सकता है।
ग्रामीणों ने उम्मीद जताई है कि प्रशासन उनकी शिकायतों को गंभीरता से लेकर तत्काल ठोस कदम उठाएगा।