छत्तीसगढ़: पेयजल पैकिंग प्लांट, तीन माह में 12 लाख का कारोबार प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) और बिहान योजना से मिली सहयोग
महिला सशक्तिकरण की दिशा में चलाई जा रही लखपति दीदी योजना अब उल्लेखनीय परिणाम देने लगी है। कोरिया जिले के बैकुंठपुर ब्लॉक के डूमरिया गाँव का महालक्ष्मी स्व-सहायता समूह इस योजना के अंतर्गत सफलता की नई मिसाल बन गया है।
समूह की अध्यक्ष श्रीमती मुन्नी बाई को प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) और बिहान योजना के तहत “एम प्लस” नाम से पैक्ड ड्रिंकिंग वाटर प्लांट स्थापित करने का अवसर मिला। इस परियोजना की कुल लागत 35 लाख रुपये रही, जिसमें से 30 लाख रुपये की सहायता पीएमईजीपी से तथा 5 लाख रुपये का ऋण बिहान से प्राप्त हुआ।
स्थापना के केवल तीन माह के भीतर ही इस प्लांट से 12 लाख रुपये से अधिक का कारोबार हुआ है। इससे समूह को नई पहचान मिली है और पाँच से अधिक महिलाएँ लखपति बनने की ओर अग्रसर हैं।
समूह की अध्यक्ष श्रीमती मुन्नी बाई ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि “लखपति दीदी योजना ने हमारे जीवन में नया आत्मविश्वास भरा है। अब हम परिवार की जरूरतें पूरी करने के साथ ही रोजगार सृजन में भी योगदान दे पा रहे हैं।”
महालक्ष्मी स्व-सहायता समूह की महिलाएँ न केवल आर्थिक आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ रही हैं, बल्कि शिक्षा और सामाजिक गतिविधियों में भी सक्रिय योगदान दे रही हैं। डूमरिया गाँव का यह प्रयास अब जिले की अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा बन रहा है।