महासमुंद: आईपीएस आत्महत्या मामले में गिरफ्तारी की मांग
संवाददाता मोनेन्द्र कुमार व्यवहार की रिपोर्ट :-
महासमुंद हरियाणा के आईपीएस अ धिकारी पूरन कुमार की आत्महत्या मामले में अनुसुचित जाति के कर्मचारियों ने दोषियों की गिरफ्तारी और जातिगत भेदभाव रोकने के लिये सख्त कानून की मांग तेज कर दी है। अजा संगठन ने राष्ट्रपति और सीजेआई के नाम ज्ञापन सौंपकर कहा है कि अधिकारी पुरन कुमार ने 7 अक्टूबर को अपने सरकारी क्वार्टर में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। अपने सुसाइड नोट में उन्होंने राज्य के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा लगातार जातिगत उत्पीड़न और मानसिक दबाव का उल्लेख किया है।
यह भी बताया गया कि उन्हें जानबूझकर परेशान किया जा रहा था और पदस्थापना व कार्य के दौरान भेदभाव झेलना पड़ा। इन परिस्थितियों से तंग आकर उन्होंने आत्मघाती कदम उठाया। संगठन ने आरोप लगाया कि इतनी बड़ी घटना के बाद भी अब तक जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को तुरंत गिरफ्तारी की मांग की। इस दौरान ज्ञापन सौंपने वालों में सर्व अनुसुचित जाति के संरक्षक तुलेन्द्र सागर, विजय बंजारे, देवेन्द्र रौतिया, सलाहकार दिनेश बंजारे जिलाध्यक्ष रेखराज बघेल, आनन्द कुर्रे, जे पी खटकर, आशाराम बांधे, राजेश रात्रे, घनश्याम जांगड़े, नंदकुमार कोसरे, संतराम कुर्रे, नरेंद्र रौतिया शामिल रहे।