स्वामी आत्मानंद स्कूल में कला व कृषि संकाय शीघ्र खोलें जाएं – प्रमोद सागर
सरायपाली
भाजपा अजा मोर्चा सरायपाली मंडल अध्यक्ष प्रमोद कुमार सागर ने राज्य की कांग्रेस सरकार के कथनी और करनी में अन्तर को लेकर प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा कि आत्मानंद स्कूल सरायपाली में सरकार ने पूर्ण सुविधा एवं समस्त विषय की पढ़ाई कराने का दावा जोरों-सोरों से किया है, सरायपाली ही नहीं अपितु पूरे प्रदेश में सरकार गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा सुविधा देने का ढ़िढोरा पीट रही है, परन्तु जमीनी स्तर पर पड़ताल करने पर पता चलता है कि स्कूल में न तो पर्याप्त कमरे है और न ही पर्याप्त सभी विषय की पढ़ाई हो रही है. पड़ताल में यह भी पता चलता है कि 11 वीं, 12 वीं कक्षा में न ही कला संकाय है, न ही कृषि संकाय है, जब बच्चों से मैंने उनके लक्ष्य के विषय में चर्चा किया तो कई बच्चे लोक सेवा अधिकारी बनना चाहते हैं तो कई न्यायालय संबंधित कार्य करना चाहते हैं तो कईयों ने कृषि वैज्ञानिक बनने की उत्साह दिखाई दे रही थी!
आगे भूपेश सरकार के रवैया को लेकर सागर जी ने कहा कि इस झूठी और दिखावा की सरकार के झूठे दावे को देख बच्चों के अंधकार भविष्य को सोचकर मन निराशा से भर गया. अत: सरकार, शासन-प्रशासन से अपील है कि कला एवं कृषि संकाय अतिशीघ्र चालू कर बच्चों के भविष्य की चिंता करें न की केवल दिखावा एवं वोट बैंक की राजनीति को तव्वजो दे!
उक्त गंभीर समस्या का निदान व सरायपाली क्षेत्र के छात्र-छात्राओं के हित को ध्यान में रखते हुए सागर जी ने भूपेश बघेल मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन के नाम से अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) सरायपाली को ज्ञापन सौंपा गया जिसमें शासन को आवगत कराते हुए कहा कि शासन द्वारा सरायपाली के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जहां पर पूर्व में कला एवं विज्ञान दोनों संकाय का पढ़ाई समुचित ढंग से हो रहा था
और एक समय 3000 से 4000 विद्यार्थी अध्ययनरत थे, किन्तु शासन के अव्यवहारिक पूर्ण स्थानांतरण व नीतियों के कारण उक्त विद्यालय में अब विद्यार्थी बहुत ही कम हो गये हैं, क्योंकि यहां अब स्वामी आत्मानंद इंग्लिश स्कूल सरायपाली का संचालन किया जा रहा है जहां कक्षा 11 वीं, 12 वीं में एक ही संकाय विज्ञान है जिससे कला एवं कृषि संकाय नहीं होने के कारण बहुत से बच्चे व उनके पालक गण बहुत ही परेशान हैं. विदित हो कि प्रायवेट स्कूलों में कला संकाय है, लेकिन वहां फीस अत्याधिक होने के कारण जो विद्यार्थी कक्षा 10 वीं तक अंग्रेजी माध्यम से पढ़कर आ रहे हैं, कला संकाय नहीं होने से वे या तो पढ़ाई छोड़ रहे हैं या हिन्दी माध्यम में प्रवेश ले रहे हैं जिससे उनके अध्ययन कार्य में विपरीत प्रभाव पड़ता रहा.
अत: शासन से मांग करते हुए कहा कि स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सरायपाली में कला एवं कृषि संकाय करवाने हेतु उचित दिशा निर्देश सक्षम अधिकारियों को प्रदान करने की महत्ती कृपा हो ताकि सरायपाली क्षेत्र के छात्र-छात्राओं का इसका लाभ मिल सके और स्वामी आत्मानंद इंग्लिश स्कूल खोलने का शासन की मंशा फलीभूत हो सके!