बिलासपुर और बिलाईगढ़ का नाम कैसे पड़ा राजवंशों के समय इनका नाम क्या था

बिलासपुर और बिलाईगढ़ का नाम कैसे पड़ा राजवंशों के समय इनका नाम क्या था / पूर्व राजवंशों के समय फुलझर राज्य का 18 गढ आज सरायपाली बसना के ये गांव है

महासमुंद बसना हेमन्त वैष्णव 9131614309

छत्तीसगढ़ के फुलझर राज्य तो सभी जानते है की फुलझर राज्य में कभी राजा महाराजाओं का गढ़ रहा है और अभी वर्तमान में ये 18 गांव कौन कौन से गांव है बतादे की फुलझर का भैना राजवंश गोंड़ राजवंश के पहले धमतरी बिलासपुर , पेंड्रा बिलाईगढ़ रायगढ़ सारँगढ़ फुलझर भटगांव आदि राज्यो में शाशन करता था इनका शासन काल फुलझर राज्य में लगातार 18 पीढ़ियों तक रहा

बिलाईगढ़ का नाम कैसे पड़ा

बिलाईगढ़ भी सन 1951 ,52 के पहले एक बड़ी जमीदारी का केंद्र था यह एक विस्मय की बात है की इस ग्राम को बिल्ली का किला बिलाईगढ़ कहा जाता है इसका सम्बंध भैना से जोड़ा जाता है जो एक समय फुलझर के राजा थे कथा में कहा जाता है की भैना ने पहले धमतरी पर कब्जा किया उस स्थान के रक्षिका देवी को बिलाईमाता का नाम दिया जो उनकी कुल देवी थी कहा जाता है की उस काल मे सारँगढ़ राज्य में भैना जाती के राजा राज्य करते थे , सारँगढ़ रियासत लेखक ऋषि राज पांडे के अनुसार सारँगढ़ के समीप भैनार नामक गाँव है जिसे भैना राजाओं ने बसाया होगा गोंड़ राजाओं के उत्कर्ष काल तक इनका शासन सारँगढ़ में था भैना जाती के राजा रतनपुर नरेश पृथ्वी देव के समय तक मांडलिक के रूप में शासन करते थे ।

इस बात की गुंजाइश है कि शिशुपाल पर्वत के नीचे ग्राम पुजारीपाली के शिलालेख में वर्णित गोपाल देव इसी वंस का रहा होगा यह दुर्भाग्य पूर्ण है की इस इस वंश का वंशावली अब तक अप्राप्त है इसका दूसरा प्रमाण यह है की बिलासपुर का पुराना किला भैना जाती का ही देन है इस जाति का बिलाईगढ़ में भी राज करने का प्रमाण है पेंड्रा में भी निवासरत होने का प्रमाण है भैनो के विस्त्रीत क्षेत्रो में से पेंड्रा को कवरो ने पुनः अपने अधीन कर लिया था

बिलासपुर का नाम कैसे पड़ा

 

आदिमजाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान बिलासपुर छग भैना जनजाति का मानव शास्त्रीय अध्ययन से पता चलता है की प्राचीन काल मे यह क्षेत्र रतनपुर राज्य के अंतर्गत आता था रतनपुर में रत्न देव द्वितीय के समय वर्तमान बिलासपुर के स्थान पर घना जंगल था जहां केंवट जाती के कुछ परिवार थे किवदंती के अनुसार एक बार महाराज रत्न देव आखेट हेतु इस वन क्षेत्र में आये शिकार का पीछा करते हुए राजा के सैनिक कुछ दूर आगे निकल गए तथा केंवट की बस्ती में पहुंचकर चना बेचने वाली बिलासा बिलसिया नाम की कन्या से सैनिकों ने दुर्व्यवहार किया जिस पर आत्म ग्लानि से भरी बिलासा ने आत्मदाह कर लिया इस घटना की जानकारी होने पर राजा ने दोषी सैनिकों को कठोर दंड दिया तथा प्रायश्चित स्वरूप उस सती के नाम पर उस स्थान पर बिलासा ग्राम बसाया
वही बिलासा ग्राम कालांतर में बिलासपुर के नाम से एक नगर के रूप में स्थापित हुवा ।

वर्तमान में फुलझर राज्य में कभी राजा महाराजाओं का गढ़ रहा है और अभी वर्तमान में ये 18 गांव इस प्रकार है

पूर्व राजवंशों के समय फुलझर राज्य का 18 गढ आज सरायपाली बसना के ये गांव है

बिलासपुर और बिलाईगढ़ का नाम कैसे पड़ा राजवंशों के समय इनका नाम क्या था / पूर्व राजवंशों के समय फुलझर राज्य का 18 गढ आज सरायपाली बसना के ये गांव है

महासमुंद बसना हेमन्त वैष्णव 9131614309

छत्तीसगढ़ के फुलझर राज्य तो सभी जानते है की फुलझर राज्य में कभी राजा महाराजाओं का गढ़ रहा है और अभी वर्तमान में ये 18 गांव कौन कौन से गांव है बतादे की फुलझर का भैना राजवंश गोंड़ राजवंश के पहले धमतरी बिलासपुर , पेंड्रा बिलाईगढ़ रायगढ़ सारँगढ़ फुलझर भटगांव आदि राज्यो में शाशन करता था इनका शासन काल फुलझर राज्य में लगातार 18 पीढ़ियों तक रहा

बिलाईगढ़ का नाम कैसे पड़ा

बिलाईगढ़ भी सन 1951 ,52 के पहले एक बड़ी जमीदारी का केंद्र था यह एक विस्मय की बात है की इस ग्राम को बिल्ली का किला बिलाईगढ़ कहा जाता है इसका सम्बंध भैना से जोड़ा जाता है जो एक समय फुलझर के राजा थे कथा में कहा जाता है की भैना ने पहले धमतरी पर कब्जा किया उस स्थान के रक्षिका देवी को बिलाईमाता का नाम दिया जो उनकी कुल देवी थी कहा जाता है की उस काल मे सारँगढ़ राज्य में भैना जाती के राजा राज्य करते थे , सारँगढ़ रियासत लेखक ऋषि राज पांडे के अनुसार सारँगढ़ के समीप भैनार नामक गाँव है जिसे भैना राजाओं ने बसाया होगा गोंड़ राजाओं के उत्कर्ष काल तक इनका शासन सारँगढ़ में था भैना जाती के राजा रतनपुर नरेश पृथ्वी देव के समय तक मांडलिक के रूप में शासन करते थे ।

इस बात की गुंजाइश है कि शिशुपाल पर्वत के नीचे ग्राम पुजारीपाली के शिलालेख में वर्णित गोपाल देव इसी वंस का रहा होगा यह दुर्भाग्य पूर्ण है की इस इस वंश का वंशावली अब तक अप्राप्त है इसका दूसरा प्रमाण यह है की बिलासपुर का पुराना किला भैना जाती का ही देन है इस जाति का बिलाईगढ़ में भी राज करने का प्रमाण है पेंड्रा में भी निवासरत होने का प्रमाण है भैनो के विस्त्रीत क्षेत्रो में से पेंड्रा को कवरो ने पुनः अपने अधीन कर लिया था

बिलासपुर का नाम कैसे पड़ा

आदिमजाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान बिलासपुर छग भैना जनजाति का मानव शास्त्रीय अध्ययन से पता चलता है की प्राचीन काल मे यह क्षेत्र रतनपुर राज्य के अंतर्गत आता था रतनपुर में रत्न देव द्वितीय के समय वर्तमान बिलासपुर के स्थान पर घना जंगल था जहां केंवट जाती के कुछ परिवार थे किवदंती के अनुसार एक बार महाराज रत्न देव आखेट हेतु इस वन क्षेत्र में आये शिकार का पीछा करते हुए राजा के सैनिक कुछ दूर आगे निकल गए तथा केंवट की बस्ती में पहुंचकर चना बेचने वाली बिलासा बिलसिया नाम की कन्या से सैनिकों ने दुर्व्यवहार किया जिस पर आत्म ग्लानि से भरी बिलासा ने आत्मदाह कर लिया इस घटना की जानकारी होने पर राजा ने दोषी सैनिकों को कठोर दंड दिया तथा प्रायश्चित स्वरूप उस सती के नाम पर उस स्थान पर बिलासा ग्राम बसाया
वही बिलासा ग्राम कालांतर में बिलासपुर के नाम से एक नगर के रूप में स्थापित हुवा ।

वर्तमान में फुलझर राज्य में कभी राजा महाराजाओं का गढ़ रहा है और अभी वर्तमान में ये 18 गांव इस प्रकार है

सिंघोडा

भंवरपुर

 

गढफुलझर

 

बसना – अग्रवाल नर्सिंग होम बसना में एक ही दिन प्रदेश के प्रख्यात युरोसर्जन,किडनी,मूत्ररोग,एवं चर्म रोग विशेषज्ञ उपलब्ध रहेंगे आप परामर्श के लिए सम्पर्क कर सकते हैं…

अग्रवाल नर्सिंग होम बसना में एक ही दिन प्रदेश के प्रख्यात युरोसर्जन,किडनी,मूत्ररोग,एवं चर्म रोग विशेषज्ञ उपलब्ध रहेंगे आप परामर्श के लिए सम्पर्क कर सकते हैं.

डॉक्टर तुषार दानी -युरोसर्जन 

डॉक्टर रवि धर – किडनी एवं मूत्र रोग विशेषज्ञ 

डॉक्टर गरिमा शर्मा झा – चर्म रोग विशेषज्ञ 

निःशुल्क किडनी,पथरी,मूत्र मार्ग एवं प्रोस्टेट का ऑपरेशन शिविर 19 मई 2023 को अग्रवाल नर्सिंग होम बसना में……

बेटी बचाव बेटी पढ़ाव के प्रदेश सदस्य व अग्रवाल नर्सिंग होम बसना के संचालक डॉक्टर एन के अग्रवाल के मार्गदर्शन में 19 मई 2023 को निःशुल्क ऑपरेशन शिविर का आयोजन रखा गया है जिसमे किडनी, मूत्र रोग,प्रोस्टेट एवं पथरी का निःशुल्क जाँच व ऑपरेशन दूरबीन एवं लेजर पद्धति से रायपुर के प्रशिद्ध युरोसर्जन डॉक्टर योगेश बारापात्रे आयुष्मान कार्ड व राशन कार्ड से निःशुल्क करेंगे |अग्रवाल नर्सिंग होम बसना के संचालक सदस्य एवः जाने माने शिशु रोग विशेषज्ञ डा. अमित अग्रवाल ने बताया कि,
मूत्र रोग एवं पथरी के लक्षण – मूत्राशय के उपर क्षेत्र में दर्द होना,अंडकोष में दर्द होना ,बार -बार पेशाब का आना ,पेशाब करते समय दर्द होना ,पेशाब रुक रुक कर आना , पेशाब करने की इच्छा होने के बावजूद पेशाब न आना पेशाब में झाग या खून दिखाई देना ,प्रोस्टेट का बढ़ जाना इत्यादि समस्त बिमारियों का आयुष्मान कार्ड व राशन कार्ड से निःशुल्क ऑपरेशन किया जायेगा। साथ ही रहने, खाने  की सुविधा निःशुल्क रहेगी |
ऑपरेशन के इच्छुक मरीज दिनांक 18/05/23 को अपनी पुरानी रिपोर्ट के साथ अग्रवाल नर्सिंग होम बसना में भर्ती हो जाएं।

नोट – अग्रिम पंजीयन अनिवार्य है |
एक्स – रे जांच में 50% की छूट
सी. टी. स्कैन में 50% की छूट
खून की जांच पूर्णतः निःशुल्क रहेगा
एक दिन पहले भर्ती होने पर opd भी पूर्णतः निःशुल्क रहेगा।

यह सुविधा केवल आपरेशन के लिए चिन्हित मरीजों के लिए रहेगा

बसना के ग्राम भालूपतेरा में 3 दिवसीय रामचरित मानस कथा का भव्य आयोजन डॉक्टर एन के अग्रवाल ने श्री राम भजन गाकर किया लोगों को मंत्र मुग्ध।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के प्रदेश सदस्य डॉ एन.के. अग्रवाल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।

विधानसभा बसना के ग्राम भालूपतेरा मे तीन दिवसीय राम चरित मानस कथा का भव्य आयोजन किया गया है। जहाँ दूर दूर से राम भक्त एवं मानस प्रेमी इस कार्यक्रम में कथा श्रवण करने पहुंचे ।

इस भव्य आयोजन मे बतौर मुख्यि अतिथि अग्रवाल नर्सिंग होम बसना के संचालक डा.एन.के. अग्रवाल शामिल हुए।

डॉक्टर.एन.के. अग्रवाल के कार्यक्रम में पहुचने पर ग्राम वासियों ने साल श्री फल व गाजे-बाजे के साथ स्वागत सम्मान किया । डा.अग्रवाल ने भगवान राम लक्ष्मण जानकी व हनुमान जी की पूजा अर्चना कर गाँव की सुख समृद्धि के लिए कामना की।

प्रभु राम की भक्ति मय संगीत मे भावुक होकर भजन गायन कर लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि, भगवान राम हमारे छत्तीसगढ़ कौशल प्रदेश के भान्चा थे …छत्तीसगढ़ का कौशल प्रदेश माता कौशल्या का मायकाव रामजी का ननिहाल है। इसलिए हम सब अपने भान्चा को राम की संग्या देकर प्रणाम करते है। भगवान श्री राम जन जन के दुलारे और प्रिय हैं । संपूर्ण छत्तीसगढ़ के वासियों की श्रद्धा और आस्था का केन्द्र है । भगवान राम अपने जीवन मे त्याग,बलिदान, सम्मान, समरसता, का जो पाठ पढाया है ,मर्यादा की सीख दी है,,उसको अंगीकार कर हम अपने जीवन को धन्य बनाते हुए ग्राम के वातावरण मे सुगंध घोल सकते है । इस राममय आयोजन में मुरारी अग्रवाल, दिलीप नायक, हेमलाल नायक,मन्नूलाल नायक,संतराम नायक, परदेशी पटेल,राकेश प्रधान उपस्थित थे ।

डॉक्टर एन के अग्रवाल जी का भजन –

बसना – वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे के उपलक्ष्य में निःशुल्क ओ.पी.डी. एवं परामर्श शिविर 17 मई को अग्रवाल नर्सिंग होम बसना में।

बढ़े हुए ब्लड प्रेशर के कारण शरीर के सभी भाग मे नुकसान हो सकता है जैसे – किडनी फेल,अंधापन,हृदयाघात,स्ट्रोक,ब्रेन हेमरेज,

डॉक्टर अमित अग्रवाल –

आज ही जांच करवाएं

एक्स-रे 50% छूट,सी. टी. स्कैन 30% छूट

ऑपरेशन आयुष्मान कार्ड द्वारा निःशुल्क

आवश्यकतानुसार खून जांचें व दवाइयां निःशुल्क

बसना – परसकोल हरी संकीर्तन अष्टप्रहरी नामयज्ञ में शामिल हुए डॉक्टर एन के अग्रवाल….

ग्राम परसकोल में अष्टप्रहरी नामयज्ञ कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के प्रदेश सदस्य डॉ एन.के. अग्रवाल शामिल हुए ।

ग्राम वासियों ने डॉक्टर एन के अग्रवाल का हर्ष उल्लास के साथ तिलक,फूलमाला पहनाकर स्वागत किया उन्होंने श्री राधाकृष्ण की पूजा अर्चना कर क्षेत्रवासियों की सुख समृद्धि की कामना की।

इस अवसर पर बेटी बचाओ बेटी पढाओ के प्रदेश सदस्य डॉक्टर एन. के. अग्रवाल ने कहा की इस क्षेत्र में सुख शांति हमेशा बनी रहे भगवान सबको हनुमान जी जैसा शक्ति प्रदान करें,इस अवसर पर समस्त ग्रामवासी  उपस्थित थे

बसना – आदर्श नगर बसना श्री हरी संकीर्तन अष्ट प्रहरी नाम यज्ञ में शामिल हुए बेटी बचाओ बेटी पढाओ के प्रदेश सदस्य डॉ एन.के. अग्रवाल ……

नगरवासियों ने डॉक्टर एन के अग्रवाल का हर्ष उल्लास के साथ स्वागत किया उन्होंने श्री राधाकृष्ण की पूजा अर्चना कर क्षेत्रवासियों की सुख समृद्धि की कामना की।

इस अवसर पर बेटी बचाओ बेटी पढाओ के प्रदेश सदस्य डॉक्टर एन. के. अग्रवाल ने कहा की इस क्षेत्र में सुख शांति हमेशा बनी रहे भगवान सबको हनुमान जी जैसा शक्ति प्रदान करें,इस अवसर पर समस्त नगरवासी उपस्थित थे|

बसना/धामनघुटकुरी- भगवान के भजन,कीर्तन के लिए दिया हुआ एक -एक मिनट भी कल्याणकारी होता है,डॉक्टर एन के अग्रवाल …

धामनघुटकुरी ग्रामवासियों में शुख शांति कामना को लेकर अष्टप्रहरी हरिनाम संकीर्तन का आयोजन किया गया प्रथम दिवस पर कलश यात्रा निकालकर सरोवर से पवित्र जल लाकर वैदिक मंत्रोच्चारण कर हरे राम हरे कृष्ण महामंत्र का जाप शुरू किया गया |

बेटी बचाओ बेटी पढाओ के प्रदेश सदस्य डॉक्टर एन के अग्रवाल ने इस महान अष्टप्रहरी हरिनाम संकीर्तन यज्ञ में शामिल होकर श्री राधाकृष्ण जी की पूजा अर्चना कर समस्त ग्रामवासियों की सुख शांति की कामना की डॉक्टर एन के अग्रवाल जी ने अपने संबोधन में कहा की भगवान के भजन,कीर्तन के लिए एक एक मिनट भी कल्याणकारी होता है भगवान की भक्ति सच्चे मन से करने पर जीवन मरण के चक्र से मुक्ति मिलती है |इस अवसर पर परदेशी प्रधान,राकेश प्रधान,नरेश,चौधरी सहित समस्त ग्रामवासी उपस्थित थे|

बसना – जाड़ामुड़ा श्री हरी संकीर्तन अष्ट प्रहरी नाम यज्ञ में शामिल हुए बेटी बचाओ बेटी पढाओ के प्रदेश सदस्य डॉ एन.के. अग्रवाल ……

ग्राम जाड़ामुड़ा में अष्टप्रहरी नामयज्ञ कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के प्रदेश सदस्य डॉ एन.के. अग्रवाल शामिल हुए ।

ग्राम वासियों ने डॉक्टर एन के अग्रवाल का हर्ष उल्लास के साथ तिलक,लगाकर स्वागत किया उन्होंने श्री राधाकृष्ण की पूजा अर्चना कर क्षेत्रवासियों की सुख समृद्धि की कामना की।

इस अवसर पर बेटी बचाओ बेटी पढाओ के प्रदेश सदस्य डॉक्टर एन. के. अग्रवाल ने कहा की इस क्षेत्र में सुख शांति हमेशा बनी रहे भगवान सबको शक्ति प्रदान करें,इस अवसर पर परदेशी पटेल,राकेश प्रधान,अशोक प्रधान,आनंद प्रधान,पवित्र प्रधान,सुनील प्रधान,निराकार प्रधान,वीरेश प्रधान,वरुण प्रधान,मनोज प्रधान,सहित समस्त क्षेत्रवासी  उपस्थित थे|