महासमुंद भंवरपुर : श्री श्याम हॉस्पिटल में गर्भवती महिलाओं के लिए आधुनिक सोनोग्राफी जांच सुविधा उपलब्ध
महासमुंद, 22 सितम्बर 2025।
भंवरपुर स्थित श्री श्याम हॉस्पिटल ने गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशु के सुरक्षित स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए अत्याधुनिक सोनोग्राफी जांच सुविधाएं शुरू की हैं। विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. रश्मि नायक (एमबीबीएस, एमडी-रेडियो डायग्नोसिस) ने बताया कि गर्भ की कुल अवधि 40 सप्ताह मानी जाती है और इस दौरान समय-समय पर सोनोग्राफी जांच कराना अनिवार्य है। इन जांचों से गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ्य, विकास और किसी भी संभावित विकृति का समय रहते पता लगाया जा सकता है।
गर्भावस्था में होने वाली प्रमुख सोनोग्राफी जांचें
Viability Scan (6 से 10 सप्ताह के बीच): इससे गर्भ की सही स्थिति और विकास का पता चलता है।
एन.टी. स्कैन (Nuchal Scan, 11 से 14 सप्ताह): इस जांच से गर्भस्थ शिशु में डाउन सिंड्रोम या अन्य आनुवंशिक विकारों की संभावना का आकलन होता है।
Anomaly Scan (Target Scan, 18 से 20 सप्ताह): इसमें बच्चे के अंगों की संरचना और किसी विकृति की पहचान की जाती है।
Fetal Echo (22 से 24 सप्ताह): यह जांच हृदय संबंधी समस्याओं जैसे छेद होना, नसों में संकुचन या असामान्य धड़कन का पता लगाती है।
3D/4D सोनोग्राफी (24 से 30 सप्ताह): इसमें शिशु का चेहरा, हाथ-पाँव और हरकतें साफ दिखाई देती हैं, जिससे माता-पिता को भी भावनात्मक जुड़ाव होता है।
Growth Doppler Scan (30 से 36 सप्ताह): इससे शिशु के विकास, पानी की मात्रा और रक्त प्रवाह की स्थिति का आकलन किया जाता है।
अन्य विशेष जांचें
अस्पताल में मल्टीपल मार्कर स्क्रीनिंग (डबल मार्कर, ट्रिपल मार्कर, क्वाड्रुपल मार्कर) भी की जाती है, जो भ्रूण में आनुवंशिक विकारों जैसे डाउन सिंड्रोम, क्लाइनफेल्टर सिंड्रोम या ट्रिसॉमी की संभावना बताती है।
गर्भवती महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण परामर्श
डॉ. नायक ने बताया कि यदि गर्भवती महिला को असामान्य रक्तस्राव, पेट दर्द, पैरों या चेहरे में सूजन, लगातार सिरदर्द, बेहोशी, अत्यधिक उल्टी, पेशाब में जलन, योनि से दुर्गंधयुक्त पानी आना या गर्भ के अंतिम तीन महीनों में शिशु की हरकतें कम होना जैसे लक्षण दिखाई दें, तो तत्काल चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।
अस्पताल का संकल्प
श्री श्याम हॉस्पिटल, भंवरपुर आधुनिक तकनीक और अनुभवी विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाएं लगातार उपलब्ध करा रहा है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि सही समय पर की गई जांचें गर्भवती महिला और शिशु दोनों के लिए सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित करती हैं।