CG : सरायपाली को जिला बनाने की मांग अब निर्णायक मोड़ पर राजनीति में गरमी तेज
महासमुंद/सरायपाली।
लंबे समय से जिला बनाने की मांग को लेकर आंदोलित सरायपाली की जनता के लिए अब उम्मीद की किरण और भी मजबूत होती दिख रही है। शासन-प्रशासन की ओर से हाल ही में हुई सक्रियता ने इस मांग को अंतिम चरण तक पहुँचा दिया है। वहीं दूसरी ओर, इस मुद्दे पर राजनीतिक सरगर्मी भी चरम पर है।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और प्रशासनिक कवायद गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण से पहले सरायपाली अविभाजित रायपुर जिले का हिस्सा था। महासमुंद जिला बनाए जाने के बाद इसे उसी में सम्मिलित कर दिया गया। तभी से आज तक सरायपाली को जिला घोषित करने की मांग निरंतर उठती रही है।
सितंबर 2016 में राष्ट्रपति ने 70 नए विकासखंड बनाने की मंजूरी दी थी, जिनमें महासमुंद जिले के पटेवा, सांकरा, कोमाखान, भंवरपुर और छुईपाली शामिल थे। यदि इनमें से सांकरा, भंवरपुर और छुईपाली को तहसील का दर्जा मिल जाता है तो सरायपाली के जिला बनने की राह और आसान हो जाएगी।
हाल ही में सरायपाली विधायक श्रीमती चातुरी डिगीलाल नंद ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मांग को दोहराया। इस पर मुख्यमंत्री निवास से संज्ञान लेते हुए राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए। विभाग ने कलेक्टर महासमुंद से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है, जिसमें भूगोल, जनसंख्या, प्रशासनिक ढांचा और संभावित तहसीलों की जानकारी शामिल होगी। इससे संकेत मिल रहे हैं कि सरायपाली को जिला बनाने की प्रक्रिया अब निर्णायक चरण में है।
बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस शासन के पांच साल में सरायपाली की मांग को पूरी तरह अनदेखा किया गया। चुनावी घोषणाओं में वादा करने के बावजूद सारंगढ़ को जिला बनाया गया, जिससे सरायपाली के लोगों को गहरा आघात पहुंचा। नागरिकों का कहना है कि कांग्रेस ने न केवल वादाखिलाफी की बल्कि विकास का एक भी पत्थर सरायपाली में नहीं रखा।
भाजपा का विकास विज़न
दूसरी ओर भाजपा का दावा है कि उसके शासनकाल में सरायपाली को वास्तविक विकास मिला। करोड़ों रुपये के बड़े-बड़े कार्य—पुल-पुलिया, एनीकट, बांध, सड़कें, सामुदायिक भवन, महतारी सदन और नालियों का निर्माण—ने क्षेत्र की तस्वीर बदली है। भाजपा का संकल्प है—“हमने बनाया, हम ही संवारेंगे।”
भाजपा नेताओं ने आगे का रोडमैप भी प्रस्तुत किया है, जिसमें कृषि महाविद्यालय, कन्या महाविद्यालय, नालंदा परिसर (सेंट्रल लाइब्रेरी), किसान विश्राम गृह और यातायात थाना जैसी योजनाएं शामिल हैं। भाजपा नेताओं का आरोप है कि कांग्रेस सिर्फ विभागों से जानकारी लेकर झूठा श्रेय लेने की नौटंकी करती रही है।
जनता की उम्मीदें
सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी, भाजपा महिला मोर्चा प्रदेश प्रभारी श्रीमती सरला कोसरिया और क्षेत्र के वरिष्ठ नेताओं ने जनसभा कर कांग्रेस पर करारा हमला बोला। उनका कहना है कि अब जनता कांग्रेस के छल, भ्रष्टाचार और वादाखिलाफी को पहचान चुकी है।
अब सरायपाली की जनता की निगाहें शासन-प्रशासन की अंतिम घोषणा पर टिकी हैं। यदि सबकुछ तय समय पर होता है, तो सरायपाली छत्तीसगढ़ के नए जिले के रूप में दर्ज होकर विकास की नई राह पर आगे बढ़ेगा।