महासमुंद/राज्योत्सव के दूसरे दिन कलेक्टर ने लिया स्टालों का निरीक्षण, सांस्कृतिक संध्या में झलकी छत्तीसगढ़ की समृद्ध परंपरा
महासमुंद/ छत्तीसगढ़ राज्य के 25वें स्थापना दिवस रजत जयंती महोत्सव के अवसर पर जिला मुख्यालय स्थित मिनी स्टेडियम में जारी तीन दिवसीय राज्योत्सव उत्साह और उल्लास के बीच मनाया जा रहा है। सोमवार को राज्योत्सव के दूसरे दिवस पर कलेक्टर श्री विनय लंगेह ने विभागीय स्टालों का निरीक्षण कर विभिन्न योजनाओं की जानकारी ली और उनके बेहतर प्रदर्शन की सराहना की। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ श्री हेमंत नंदनवार, अपर कलेक्टर श्री रवि साहू तथा एसडीएम सुश्री अक्षा गुप्ता भी उपस्थित रहीं।
कलेक्टर श्री लंगेह ने कहा कि राज्योत्सव केवल उत्सव नहीं, बल्कि जनहितकारी योजनाओं के प्रभाव और छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति का प्रतिबिंब है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे नागरिकों को योजनाओं की जानकारी सरल और व्यवहारिक ढंग से उपलब्ध कराएँ ताकि अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हो सकें।
लोक संस्कृति और नशा मुक्ति पर जागरूकता का संगम : सांस्कृतिक संध्या में स्थानीय कलाकारों की रंगारंग प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। वल्लभाचार्य शासकीय महाविद्यालय महासमुंद के छात्रों ने नशा मुक्ति विषय पर प्रस्तुत कार्यक्रम ने लोगों को नशे से दूर रहने का सशक्त संदेश दिया। वहीं कमार जनजाति दल ने अपनी पारंपरिक वेशभूषा, लोक नृत्य और रीति-रिवाजों के साथ मनमोहक प्रस्तुति दी, जिसने छत्तीसगढ़ की लोक-संस्कृति की झलक पेश की। रेड क्रॉस की टीम ने सी पी आर से संबंधित संदेश दिया। महिला बाल विकास विभाग ने कुपोषण से संबंधित लघु नाटक प्रस्तुत किया जिसमें कुपोषण से निपटने प्रभावी संदेश दिया। शाम 4:30 से 5:00 बजे तक कमार जनजाति के पारंपरिक नृत्य की प्रस्तुति हुई, जिसके बाद शाम 5:00 से 7:45 बजे तक विभिन्न लोक नृत्य दलों ने मंच पर अपनी संस्कृति का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम की अंतिम प्रस्तुति रात 8:00 से 9:30 बजे तक फोक फ्यूजन 36 बैंड द्वारा दी जाएगी, जो राज्योत्सव की संध्या को यादगार बनाएगी।

लोकहितकारी योजनाओं से बदले जीवन :मुख्य अतिथि सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी ने कार्यक्रम में उपस्थित लाभार्थियों को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि राज्य सरकार की योजनाएँ समाज के हर वर्ग को मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य कर रही हैं। उन्होंने नागरिकों से योजनाओं का लाभ लेने और दूसरों को भी प्रेरित करने की अपील की।
अंतर्जातीय विवाह योजना :छत्तीसगढ़ अस्पृश्यता निवारणार्थ अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन योजना ने सामाजिक समरसता की दिशा में नई मिसाल कायम की है। इस अवसर पर आठ अंतर्जातीय दंपत्तियों—मुकेश कुमार बघेल एवं जुगेश्वरी साहू, लोकेश एवं भूमिका साहू, भीष्मदेव खुटे एवं शालिनी यादव, अभिलास आवड़े एवं खिलेश्वरी निषाद, नागेंद्र एवं रमा, तथा रूपेश कुमार बंजारे एवं कुसुमलता साहू—को ढाई लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि एवं प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। लाभार्थियों ने शासन और प्रशासन के प्रति आभार जताते हुए कहा कि इस सहयोग ने उनके आत्मविश्वास को बढ़ाया है और सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर प्रदान किया है।
छात्रवृत्ति से नई उमंग :कार्यक्रम में अनुसूचित जाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों — दिलेश तलक, चांदनी जांगड़े, अनीता जांगड़े, प्रमोद कुमार साव एवं भूमिका साहू — को पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति प्रदान की गई। विद्यार्थियों ने कहा कि इस सहायता से उनके परिवार का आर्थिक बोझ कम हुआ है और उच्च शिक्षा प्राप्त करने का नया उत्साह मिला है।
बहुउद्देशीय केंद्रों से विकास की नई रोशनी :प्रधानमंत्री योजना अंतर्गत विशेष पिछड़ी जनजातियों के लिए ग्राम धनसुली (महासमुंद) और जोरातराई (बागबाहरा) में नव-स्थापित बहुउद्देशीय केंद्रों का शुभारंभ किया गया है। इन केंद्रों में स्वास्थ्य सेवाएँ, आंगनबाड़ी सुविधाएँ और कौशल विकास प्रशिक्षण एक ही छत के नीचे उपलब्ध होंगी। यह दूरस्थ समुदायों के सर्वांगीण विकास में मील का पत्थर साबित होगी।
विभागीय स्टालों में योजनाओं की झलक :स्टालों में छात्रावास/आश्रम, मुख्यमंत्री बाल भविष्य योजना अंतर्गत प्रयास परीक्षा, एकलव्य आवासीय विद्यालय, जवाहर उत्कर्ष भर्ती परीक्षा, बीएससी नर्सिंग व होटल मैनेजमेंट प्रशिक्षण, ट्राइबल यूथ हॉस्टल, अत्याचार निवारण, अंतर्जातीय विवाह एवं वन अधिकार मान्यता जैसी योजनाओं की जानकारी दी गई। इन प्रदर्शनियों के माध्यम से नागरिकों को शासन की योजनाओं की जानकारी और मार्गदर्शन एक ही स्थान पर प्राप्त हो रहा है।


