पिथौरा -/ कलेक्टर के आदेश का क्या हो रहा है पालन अगर हाँ तो ? क्यो प्रमाण पत्र के लिए भटक रहे है नरसिंगपुर विधार्थी और पालक , पटवारी के काट रहे है चक्कर ।
महासमुंद हेमन्त वैष्णव

छात्र वृति में लगने वाले प्रमाण पत्र के लिए बच्चे सहित पालक भटक रहे है बता दें छात्र वृत्ति के लिए जाती और निवास और आय प्रमाण पत्र बहुत ही आवश्यक रहता है इसके बिना विधार्थियों को छात्रवृत्ति नही मिल पाता है और हर साल कई ऐसे बच्चे सामने आते है जहाँ इन प्रमाण पत्र के ना बनने के वजहों से विद्यार्थियों को कई योजनाओं से वंछित होना पड़ता है जिसके लिए पालक और बच्चे अक्सर पटवारियों का चक्कर काटते फिरते है लेकिन पटवारियों द्वारा भी गांव गांव ना जाकर अपने मुख्यालाय में आने मजबूर करते है वहा जाने पर भी नही मिलते है फोन नही उठाते है ये मुश्किल उन गांव वालो के लिए बहुत बड़ा समस्याए है जो अपना काम धाम छोड़कर 15 से 20 दिनों तक सिर्फ प्रमाण पत्र के लिए पटवारियों का चक्कर काट रहे है पटवारी जनता के समस्याओं को निराकरण करने के लिए है कि उनको परेसान करने के लिए समझ से परे है ।

मामला है पिथौरा ब्लॉक के ग्राम पंचायत नरसिंगपुर का जहां के विधार्थी प्रमाण पत्र के लिए पटवारी का चक्कर काट रहे है मामले में एक विधार्थी के पालक ने बताया कि वह अपने बेटी के जाती और आय प्रमाण पत्र के लिए नरसिंगपुर पटवारी का 20 दिनों से चक्कर काट रही है पटवारी को सम्पर्क करने पर आज आ रहा हु कल आ रहा हु बोलकर घुमा रहा है और पंचायत नही आ रहा है आज पालक द्वारा जब कई बार फोन करने पर बताया कि वह झगरेन डीह में बैठता है और आज दौरे पर जा रहा है और सरपंच के हाथों में प्रमाण पत्र को भेजवाने का बात पटवारी करता है लेकिन ग्राम पंचायत नरसिंगपुर एक दिन भी आकर विधार्थियों का प्रमाण पत्र तक बनाने नरसिंगपुर पटवारी के पास समय नही है ।

बता दें कि महासमुंद कलेक्टर श्री मलिक ने ली शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में स्कूलों में बच्चों के जाति प्रमाण पत्र बनाने के निर्देशित किया है
यह आदेश 30 जुलाई 2023 को जनसम्पर्क समाचार के माध्यम से मिला है जिसमे उल्लेख है कि क्या इस आदेश का पालन हो रहा है पालक ने बताया कि इस आदेश का नरसिंगपुर पटवारी को पता नही है ।
मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना की प्रगति की समीक्षा करते हुए सभी शालाओं में आबंटित राशि अनुसार खर्च करने व स्कूलों का रंग रोगन व पेंट करने के निर्देश दिए गए। संकुल प्राचार्य के कर्तव्य, दायित्व व निर्वहन पर चर्चा की गई एवं आवश्यक निर्देश दिए गए। जाति प्रमाण पत्र की प्रगति पर चर्चा करते हुए बच्चों के जाति प्रमाण पत्र शाला स्तर पर ही बनाने के निर्देश दिए।इस कार्य को प्राथमिकता केसाथ पूर्ण करने के निर्देश दिये। छात्रवृति का आवेदन करने वाले प्रत्येक विद्यार्थी के पास आधार नंम्बर हो एवं उसका लिंक बैंक एकाउंट से हो,यह सुनिश्चित किया जाए तथा छात्रवृति का आवेदन करने वाले प्रत्येक विद्यार्थी का जाति प्रमाण पत्र / आय प्रमाण पत्र चीप्स के सर्वर पर अपलोड किया गया हो और आवेदन से लिंक किया जाना। बैठक में निःशुल्क पाठ्य पुस्तक वितरण ,सरस्वती सायकल के वितरण की स्थिति , राष्ट्रीय अविष्कार अभियान की गतिविधियों का संचालन, इंस्पायर अवार्ड मानक के तहत् नवाचारी विज्ञान मॉडल / प्रोजेक्ट की तकनीक अपलोड करना एवं पंडित जवाहर लाल नेहरू विज्ञान प्रदर्शनी, पश्चिम भारत विज्ञान मेला, राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के तहत प्रोजेक्ट निर्माण पर चर्चा की गई। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती मीता मुखर्जी, सहायक संचालक हिमांशु भारतीय, विकासखंड शिक्षा अधिकारी, हाईस्कूल एवं हायरसेकंडरी स्कूल के प्राचार्य व संकुल श्रोत समन्वयक मौजूद थे।
/कलेक्टर श्री प्रभात मलिक की अध्यक्षता में शिक्षा विभाग की विभागीय समीक्षा बैठक शनिवार को स्वामी आत्मानंद शासकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय महासमुन्द में आयोजित की गई । कलेक्टर ने बोर्ड परीक्षा 2023 के कक्षा 10वीं व 12वीं के परिणाम की समीक्षा करते हुए शत प्रतिशत परीक्षा परिणाम देने वाले 24 प्राचार्यो को सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने प्राचार्य एवं शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि भविष्य में भी इसी तरह सकारात्मक परिणाम देते रहे ।बैठक में आगाम
शिक्षा सत्र 2023-24 में बेहतर परिणाम लाने की कार्य योजना पर भी चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि विशेष कार्यक्रम बनाकर सभी शालाओं में पिछले वर्ष से बेहतर परिणाम लाने का प्रयास करें ।बैठक में जिला प्रशासन महासमुन्द द्वारा किये जा रहे अभिनव पहल निःशुल्क आवासीय NEET/JEE कोचिंग – हेतु चयन परीक्षा का आयोजन व नव किरण सुपर 60 ( कक्षा 9वीं / 11वीं स्तर से ) चयन पर विशेष जोर दिया गया। स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी / हिन्दी माध्यम उत्कृष्ट विद्यालय का संचालन पर चर्चा करते हुए कलेक्टर ने कहा कि सभी स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती पूर्ण हो जाए कथा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा बच्चों को दी जाए। कलेक्टर ने कहा कि शासन की महत्वाकांक्षी स्वामी आत्मानंद स्कूल में शिक्षा के गुणवत्ता पर समझौता नहीं किया जाएगा, यहां शिक्षक विशेष प्रयास करते हुए बेहतर परिणाम दे।



